टखने में दर्द की समस्या आमतौर पर एक उम्र के बाद ही देखने को मिलती है। वहीं कुछ लोगों में यह दर्द किसी चोट या एक्सीडेंट के कारण भी हो सकता है। टखने के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए यह एक भयावह पीड़ा देने वाला दर्द है, जिसके लिए कुछ विशेष प्रकार की फिजियोथेरेपी एक्सरसाइज है, जिससे टखने के दर्द को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं टखने के दर्द का लक्षण क्या है और फिजियोथेरेपी के जरिए इस दर्द को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है -

डॉक्टरों के अनुसार, टखने में दर्द होने पर पीड़ित व्यक्ति के जोड़ों में सूजन आ जाती है। वहीं जोड़ों के आसपास की त्वचा भी गर्म होने लगती है। कुछ मरीजों में टखनों के आसपास सूजन के साथ नीला पड़ जाने और छूने पर दर्द होने के लक्षण भी दिखाई देते हैं। मरीज अपने पैरों को मोड़ नहीं पाते हैं और चलने में असमर्थ होते हैं। इन तमाम लक्षणों के दिखने पर तत्काल अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि ज्यादा देरी करने पर दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है।

(और पढ़ें - टखने में दर्द के घरेलू उपाय)

आमतौर पर टखनों को सहारा देने वाले लिगामेंट्स के खराब होने और कार्टिलेज की कमी के कारण ही टखनों में दर्द होता है। इसके अलावा टखनों में मोच लगने या आर्थराइटिस की समस्या के कारण टखनों का दर्द हो सकता है। वहीं कुछ मरीजों में पैरों की हड्डी बढ़ने, पैर में फ्रैक्चर होने या टार्सल टनल सिंड्रोम आदि के कारण भी टखनों में दर्द होता है। इसके अलावा जोड़ों में इन्फेक्शन के कारण भी टखनों में दर्द हो सकता है।

केवल अपना टखना और पैर आगे पीछे बढ़ाकर फर्श पर वर्णमाला का प्रत्येक अक्षर लिखें। अपनी टांग सीधी रखें। घुटना या नितंब ना मोड़ें। शुरू में अक्षर छोटे बनाएं और गति भी धीरे रखें, लेकिन धीरे-धीरे अभ्यास के साथ अक्षर भी बड़े और गति तेज करते जाएं।

  • अपना पैर ऊपर नीचे करें। जैसे आप कार में गैस पैडल दबाते या छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया 10 बार दोहरानी चाहिए।
  • अपने पैरों को दिन में कम से कम तीन बार दाएं और बाएं की ओर घुमाएं।
  • अपने पैर से घेरे बनाएं। पहले दाई और फिर वापिस बाईं ओर से घेरा बनाएं। यह अभ्यास भी 10 बार करना चाहिए।
  • अपनी टांग सीधी करके बैठें। अपने पैर के अगले हिस्से पर तौलिया लपेटें और पीछे को खींचें। यह प्रक्रिया कम से कम 20 से 25 बार करनी चाहिए।

अपने सामने फर्श पर तौलिया बिछाएं। तौलिए पर अपने पैर सीधे रखकर कुर्सी पर बैठ जाएं, फिर अपनी अंगुलियां अंदर की ओर मोड़ें और अपने पैर के अगले हिस्से के नीचे तौलिया इकट्ठा करें। इस कसरत के दौरान एड़ी न हिलाएं। यह प्रक्रिया भी कम से कम 10 बार दोहरानी चाहिए।

(और पढ़ें - पैरों में दर्द की होम्योपैथिक दवा)

घर पर व्यायाम करते समय ये रखें सावधानी
डॉक्टरों के अनुसार, टखनों का दर्द ठीक करने के लिए शुरुआती दौर में आपको कुछ ज्यादा दर्द हो सकता है, लेकिन असहनीय दर्द हो तो व्यायाम नहीं करना चाहिए। कसरत करने के बाद रोज जोड़ों पर बर्फ से सिकाई जरूर करें। साथ ही यह भी ध्यान दें कि आपको दिन में कम से कम तीन बार फिजियो एक्सरसाइज करनी चाहिए, जिससे जल्दी आराम मिलता है।

ऐप पर पढ़ें