कुछ पौधों के अर्क में , एससेंशियल ऑइल में और खाद्य पदार्थों में भी एंटीबायोटिक गुण होते हैं। जैसे कुछ खाद्य और पौधों के अर्क में ऐसे एंटी बायोटिक्स होते हैं जो भोजन में बैक्टीरिया के डेवलपमेंट को रोक सकते हैं। इसमें लहसुन, शहद और कुछ जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं। एंटीबायोटिक्स का उपयोग बैक्टीरिया को मारने या रोकने के लिए किया जाता है। एंटीबायोटिक्स का उपयोग सदियों से किया जा रहा है। जैसे आज के एंटीबायोटिक्स नेचुरल तरीके से मिलते हैं वैसे ही मूल एंटीबायोटिक्स प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं।
कभी-कभी, एंटीबायोटिक्स हमारे शरीर को डीटाक्स करने में भी सहायक हैं जैसे- क्रैनबेरी के जूस में जीवाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो मूत्र पथ के संक्रमण यानि यूटीआई को ठीक करने में सहायक है। इसके अलावा सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि जड़ी-बूटियाँ भी एंटीबायोटिक हो सकती हैं। आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे ऐसी ही कुछ जड़ी बूटियों के बारे में जो नेचुरल एंटी बायोटिक्स का काम करती हैं-
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