ब्रोंकाइटिस (श्वसनीशोथ) ब्रोन्कियल ट्यूब में होने वाली सूजन और एक प्रकार का संक्रमण है जो नाक और फेफड़ों के बीच फैलता है। यह आमतौर पर वायरस और बैक्टीरिया के कारण होता है। ब्रोंकाइटिस से जुड़े लक्षण जैसे बलगम, साँस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, नाक बंद होना, थकान, मांसपेशियों में दर्द और बुखार के साथ खांसी आदि शामिल हैं। ब्रोंकाइटिस घातक और लम्बे समय तक चलने वाली बीमारी है।
(और पढ़ें – मांसपेशियों में दर्द का इलाज)
ब्रोंकाइटिस से पीड़ित लोग अक्सर लक्षणों को दूर करने के लिए कई तरह की दवाओं को लेने की कोशिश करते हैं। लेकिन आज हम आपको कई सरल, प्राकृतिक घरेलू उपचारों के बारे में बताएंगे जिनके इस्तेमाल से आपको ब्रोंकाइटिस की बीमारी से राहत मिलेगी।
- ब्रोंकाइटिस के लिए अदरक के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए लहसुन के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए निलगिरी तेल के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए शहद के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए प्याज के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए सेंधा नमक के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए तिल के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए ज्यादा पानी पीने के फायदे
- ब्रोंकाइटिस के लिए हल्दी के फायदे
- सारांश
ब्रोंकाइटिस के लिए अदरक के फायदे
अदरक में प्रभावी एंटीवायरल के गुण होते हैं जो आप सर्दी में और साथ ही साथ ब्रोंकाइटिस के उपचार के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक में सूजन रोधी और प्रतिरक्षा प्रणाली के भी गुण होते हैं जो ब्रोन्कियल ट्यूब में होने वाली सूजन और जलन को रोकने में मदद करते हैं।
अदरक का इस्तेमाल कैसे करें -
- एक कप गरम पानी में थोड़ा अदरक, एक चम्मच दालचीनी और लौंग मिलाये। अब इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर पीलें। कुछ दिनों इस मिश्रण का सेवन करे। इसे पीने से ब्रोंकाइटिस की परेशानी से आपको काफी आराम मिलेगा।
- आप अदरक से हर्बल चाय भी बना सकते हैं। सबसे पहले एक कप उबले पानी में एक चम्मच अदरक पाउडर और काली मिर्च मिलाएं। उबलने के बाद इस मिश्रण में शहद मिलाकर पी जाएँ। इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार ज़रूर पियें।
- इसके अलावा आप एक चम्मच अदरक पाउडर, काली मिर्च और लौंग को एक साथ पी सकते है। इस मिश्रण को पूरे दिन में तीन बार शहद और दूध के साथ ज़रूर लें।
(और पढ़ें - अदरक के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए लहसुन के फायदे
लहसुन में एंटीबायोटिक और एंटी वायरल के गुण मौजूद होते हैं जो ब्रोन्काइटिस के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद है। विशेष रूप से ये घातक ब्रोंकाइटिस के लिए काफी लाभदायक है।
लहसुन का इस्तेमाल कैसे करें -
- सबसे पहले तीन लहसुन की फाके लें।
- फिर छिलने के बाद उसे काट ले।
- अब लहसुन को दूध में डालकर पी जाएँ।
- इस मिश्रण का इस्तेमाल रोज़ रात को सोने से पहले करें।
(और पढ़ें - लहसुन के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए निलगिरी तेल के फायदे
स्टीम थेरेपी ब्रोंकाइटिस रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीलगिरी तेल के इस्तेमाल से जमा बलगम कम होगा और इसके जीवाणुरोधी गुण ब्रोंकाइटिस की समस्या को रोकने में मदद करेंगे।
नीलगिरी तेल का इस्तेमाल कैसे करें -
- गर्म पानी में नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को मिलाएं और इस मिश्रण की मदद से भाप थेरेपी का इस्तेमाल करें। भाप लेते समय तौलिये से अपने सिर को ढक लें। अगर नीलगिरी का तेल आपके पास उपलब्ध नहीं है तो आप पाइन तेल या टी ट्री तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- नीलगिरी तेल को छाती पर भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से आपको बलगम को निकालने में आसानी होती है और श्वसन प्रणाली के कार्य में भी किसी तरह की रुकावट पैदा नहीं होती।
(और पढ़ें - नीलगिरी तेल के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए शहद के फायदे
ब्रोंकाइटिस से होने वाली खांसी के लिए शहद एक बेहद ही लाभकारी उपचार है। शहद में मौजूद एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो गले के लिए काफी लाभदायक होते हैं। इसके अलावा शहद आपके इम्यून सिस्टम को भी बढ़ाता है।
शहद का इस्तेमाल कैसे करें -
- अपने नियमित चाय में एक चमच शहद मिलाने से आपको ब्रोंकाइटिस से होने वाली खांसी में काफी आराम मिलेगा।
- इसके अलावा आप नींबू पानी में शहद को मिलाकर भी पी सकते हैं। इसकी मदद से आपको गले में होने वाली सूजन से राहत मिलेगी।
(और पढ़ें - शहद के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए प्याज के फायदे
प्याज बलगम को निकालने में मदद करता है। इसके सेवन से आपको ब्रोंकाइटिस की समस्या से काफी राहत मिलती है।
प्याज का इस्तेमाल कैसे करें -
- रोज़ सुबह खाली पेट एक चम्मच प्याज का जूस पियें।
- इसके अलावा सलाद में कच्चा प्याज मिलाकर खाएं। साथ ही खाने को बनाते समय भी प्याज का इस्तेमाल ज़रूर करे
(और पढ़ें - प्याज के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए सेंधा नमक के फायदे
सेंधा नमक से अगर आप नहाते हैं तो ब्रोंकाइटिस की परेशानी से आपको जल्द राहत मिलेगी। खासकर तब जब आप ब्रोंकाइटिस के घातक लक्षणों से पीड़ित होते हैं।
सेंधा नमक का इस्तेमाल कैसे करें -
- सेंधा नमक से नहाने के लिए दो या तीन किलो सेंधा नमक को एक गर्म पानी के टब में डाल दें।
- जब सेंधा नमक अच्छे से गर्म पानी में घुल जाये तो आप या तो उस गर्म पानी में बैठ जाएँ या उस पानी को मग से अपने शरीर पर डालें।
- अगर आपकी ब्रोंकाइटिस की बीमारी बहुत पुरानी है और अभी तक उसका इलाज नहीं हुआ है तो इस मिश्रण का इस्तेमाल हफ्ते में दो बार ज़रूर करें। गंभीर ब्रोंकाइटिस की बीमारी के लिए इस मिश्रण का उपयोग रोज़ रात को ज़रूर करें।
(और पढ़ें - सेंधा नमक के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए तिल के फायदे
तिल के बीज में चिकित्सीय गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से ब्रोन्काइटिस से जुड़े लक्षणों को कम किया जा सकता है।
तिल के बीज का कैसे करें इस्तेमाल -
- सबसे पहले एक चम्मच तिल के बीज, एक चम्मच अलसी, एक चुटकी नमक और एक चम्मच शहद को एक साथ मिला दें।
- अच्छे से मिलाने के बाद इस मिश्रण को पी जाएँ।
- रात को सोने से पहले इस मिश्रण का प्रयोग ज़रूर करें।
- इसके अलावा आप एक या आधा चम्मच तिल के बीज का पाउडर और दो चम्मच पानी के साथ मिलाकर इस मिश्रण को खा लें।
- मिश्रण का प्रयोग रोज़ाना पूरे दिन में दो बार ज़रूर करें।
(और पढ़ें - तिल के तेल के फायदे)
ब्रोंकाइटिस के लिए ज्यादा पानी पीने के फायदे
ब्रोंकाइटिस से पीड़ित रोगियों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीने से आपका जमा बलगम निकलेगा साथ ही दर्द या सूजन की परेशानी भी कम होंगी। इसलिए रोज़ पूरे दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके अलावा आप फलों के जूस और सब्ज़ियों के जूस भी पी सकते हैं। सुबह में आप एक गिलास पानी में आधा नींबू का जूस और शहद को मिलाकर पी सकते हैं।
शराब या कैफीन का सेवन न करें इससे आपका जमा बलगम निकलने की बजाए और बढ़ सकता है। ब्रोंकाइटिस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इन उपचारों का इस्तेमाल ज़रूर करें लेकिन तब भी ये परेशानी कम नहीं होती है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लें।
ब्रोंकाइटिस के लिए हल्दी के फायदे
हल्दी के सूजनरोधी गुण ब्रोन्काइटिस से जुड़े खांसी के इलाज के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। ब्रोन्काइटिस से छुटकारा पाने के लिए हल्दी का उपयोग ज़रूर करें। इसके सेवन से आपको ब्रोन्काइटिस की समस्या से जल्द राहत मिलेगी।
हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें -
- एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाए।
- फिर उसे उबलने के लिए रख दें।
- उबलने के बाद इस मिश्रण को पी लें।
- इस मिश्रण का सेवन पूरे दिन में 2 से 3 बार ज़रूर करें।
- अच्छा परिणाम पाने के लिए आप इस मिश्रण को सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं।
(और पढ़ें - हल्दी के फायदे)
नोट - यह उपाय उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जिन्हें गुर्दें में पथरी की परेशानी है, पेट में अल्सर (पेप्टिक अल्सर) या पीलिया है।
सारांश
ब्रोंकाइटिस के उपचार में कुछ घरेलू उपाय लाभदायक हो सकते हैं। सबसे पहले, अदरक, शहद, और नींबू से बनी चाय का सेवन करने से गले की सूजन कम होती है और कफ निकलने में आसानी होती है। भाप लेने से श्वसन नलिकाएं खुलती हैं और सांस लेना आसान हो जाता है। गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से गले की खराश में राहत मिलती है। हल्दी दूध पीने से भी सूजन और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है, क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके अलावा, हाइड्रेटेड रहना और आराम करना भी ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है। अगर लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
शहर के आयुर्वेदिक डॉक्टर खोजें
ब्रोंकाइटिस के घरेलू उपाय के डॉक्टर

Dr. Megha Sugandh
आयुर्वेद
6 वर्षों का अनुभव

Dr. Nadeem
आयुर्वेद
3 वर्षों का अनुभव

Dr.Ashok Pipaliya
आयुर्वेद
12 वर्षों का अनुभव

Dr. Harshaprabha Katole
आयुर्वेद
7 वर्षों का अनुभव
ब्रोंकाइटिस के घरेलू उपाय से जुड़े सवाल और जवाब
सवाल 5 साल से अधिक पहले
मुझे ब्रोंकाइटिस हो गया है। कुछ दिनों से मुझे गले में खराश है और मेरी नाक का बह रही है। डॉक्टर ने मुझे मेडिसन दी हैं, लेकिन मैं इसके लिए कोई दवा नहीं लेना चाहता। क्या मैं इससे बिना दवा के छुटकारा पा सकता हूं? अगर हां, तो कैसे?

Dr. K. M. Bhatt MBBS, PG Dip , कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक, सामान्य शल्यचिकित्सा, सामान्य चिकित्सा, आकस्मिक चिकित्सा, भौतिक चिकित्सक
आप अपनी जीवन शैली में बदलाव करके ब्रोंकाइटिस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। एक अच्छी जीवन शैली बीमारियों से बचाती है। जब आप बीमार होते हैं, तो जीवन शैली में बदलाव करके जल्दी ठीक होने में मदद मिल सकती है और दोबारा किसी संक्रमण के होने से रोकती भी है। अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो एक स्वस्थ जीवन के लिए इसे दें। ऐसे वातावरण से बचें जहां वायु स्वच्छ न हो और अगर आप प्रदूषण के संपर्क में आ सकते हैं, तो बाहर जाने से पहले सर्जिकल मास्क पहनें। अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें और एक हेल्दी डाइट लें, रोजाना लगभग 20 मिनट तक एक्सरसाइज करें और किसी संदिग्ध चीज को छूने या किसी बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोएं।
सवाल 5 साल से अधिक पहले
मुझे कुछ दिनों से थकान महसूस हो रही है और हल्का बुखार भी रहता है। इसी के साथ मुझे सीने में जकड़न और खांसी भी होती है। ऐसा लगता है मुझे ब्रोंकाइटिस हो गया है। मैं इससे छुटकारा पाना चाहता हूं। इससे बचने के लिए मुझे कोई घरेलू तरीका बताएं?

Dr. Vinod Verma MBBS , मधुमेह चिकित्सक
ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को आप घर में ही ठीक कर सकते हैं और इससे आराम पा सकते हैं। इसके लिए आप भाप लें। भाप बलगम को तोड़ने और पतला करने में मदद करती है, जिससे यह आसानी से निकल सकता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए एक बर्तन में पानी गर्म करें। पानी गर्म होने के बाद आप इसमें थोड़ा बाम डालें और अब अपने सिर को पानी से थोड़ी ऊंचाई पर स्थिर रखें और कम्बल से खुद को ढक लें। यह आपको खांसी, जुकाम, जमे हुए बलगम को पतला करने और सीने में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
आप भाप को शावर या स्नान के रूप में भी ले सकते हैं। इसलिए ब्रोंकाइटिस होने पर गर्म पानी से नहाएं। ब्रोंकाइटिस से छुटकारा पाने का एक अन्य तरीका गर्म तौलिए से सिकाई भी है। सीने में जकड़न को ठीक करने के लिए यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। सबसे पहले आप एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करें, अब एक तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें और कुछ देर तक इसे अपनी छाती पर रखें। इससे सीने में तापमान बढ़ेगा और सीने में जमा बलगम पतला होगा। साथ ही ये स्वश्न नली में सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
सवाल 5 साल से अधिक पहले
मुझे कुछ दिनों से थकान महसूस हो रही है और सीने में दर्द भी है। ऐसा लगता है कि मुझे ब्रोंकाइटिस हो गया है। मैं इससे छुटकारा पाना चाहता हूं। इससे बचने के लिए मुझे कोई घरेलू तरीका बताएं?

Dr. Prakash kumar MBBS , सामान्य चिकित्सा
ब्रोंकाइटिस का एक मुख्य लक्षण थकान है। ब्रोंकाइटिस की वजह से आपको लंबे समय तक खांसी हो सकती है और संक्रमण भी बना रह सकता है। इससे अधिक थकान होती है। शोध का कहना है कि नींद इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और संक्रमण से लड़ने में मदद भी करती है। इसलिए जब आप बीमार होते हैं, तो आपको अधिक नींद लेनी चाहिए और आराम करना चाहिए। नींद या आराम करते समय शरीर को क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों को ठीक करने, नए ऊतकों को बनाने, मुख्य हार्मोन को रिलीज करने और एनर्जी को फिर से प्राप्त करने में मदद मिलती है। रात को सोते समय आप सिर को थोड़ा ऊंचा रखकर सोएं। इस पोजीशन में सोने से सांस लेने में होने वाली दिक्कत और सीने में जमे हुए बलगम से राहत भी मिलती है।
डॉक्टर सलाह देते हैं कि व्यस्क लोगों को एक दिन में 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए, जबकि छोटे बच्चों को प्रतिदिन 10 से 12 घंटे सोने की आवश्यकता होती है। एक अच्छी और पूरी नींद संक्रमण से लड़ने और ब्रोंकाइटिस से बचने में मदद कर सकती है।
सवाल 5 साल से अधिक पहले
मुझे कुछ दिनों से लगातार खांसी हो रही है और गले से खरखराहट सी आवाज भी आ रही है। मुझे सीने में जकड़न भी महसूस होती है, ऐसा लगता है कि मुझे ब्रोंकाइटिस हो गया है। इससे छुटकारा पाने के लिए कोई आसान घरेलू उपाय बताएं?

Dr. Faisal Mukhtar MBBS, PG Dip, DNB , ऑपथैल्मोलॉजी
आप ह्यूमिडिफायर की मदद से ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को ठीक कर सकते हैं जैसे सीने में जकड़न। ह्यूमिडिफायर हवा में नमी को बनाए रखता है जो बलगम को पतला करने में मदद करता है। यह खांसी व सीने में जमे हुए कफ को कम करने में भी मदद करता है। आप रात को घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। इसका इस्तेमाल करने से पहले घर की खिड़कियां व दरवाजे बंद कर लें, ताकि घर के तापमान में नमी बन सके। इसी के साथ गर्म पानी से भाप लेने और गर्म पानी से नहाने से भी ब्रोंकाइटिस को ठीक होने में मदद मिल सकती है।