हम अक्सर बालों के स्वास्थ से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करते हैं । इसी में से एक है ड्राई स्कैल्प जो त्वचा में नमी की कमी के कारण होती है, जबकि डैंड्रफ खोपड़ी पर तेल की अधिकता और मैलासेज़िया यीस्ट के कारण होती है। डैंड्रफ को ठीक करना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन इस के लक्षणों को शैम्पू के द्वारा कम किया जा सकता है।
डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प के मुख्य लक्षण एक ही हैं, जैसे बालों का झड़ना और खोपड़ी में खुजली, लेकिन ये दो अलग-अलग स्थितियां हैं।
ड्राई स्कैल्प से त्वचा में जलन होने लगती है और पपड़ियां निकलने लगती हैं। डैंड्रफ का कारण सिर पर बहुत अधिक तेल के साथ-साथ मैलासेज़िया नामक यीस्ट की अधिकता हो जाती है, जो पहले से ही आपकी त्वचा पर मौजूद होता है। यही अतिरिक्त तेल बालों के झड़ने का कारण बनता है। आइए दोनों में अंतर को समझते हैं।
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- ड्राई स्कैल्प होने के कारण
- डैन्ड्रफ होने के कारण
- डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प के लक्षण
- डैन्ड्रफ का उपचार
- ड्राई स्कैल्प का उपचार
- अन्य उपचार
- डॉक्टर से कब मिलें
- सारांश
ड्राई स्कैल्प होने के कारण
ड्राई स्कैल्प में खोपड़ी में त्वचा को चिकनाई के लिए पर्याप्त तेल नहीं होता है और इस कारण खोपड़ी में खुजली, पपड़ी और जलन पैदा हो सकती है। इससे बाल रूखे भी दिख सकते हैं, क्योंकि सिर की त्वचा से निकलने वाला तेल बालों को कंडीशन करने में मदद करता है।
ड्राई स्कैल्प निम्न कारणों से हो सकती है जैसे -
- शुष्क हवा, विशेषकर सर्दियों के महीनों के दौरान
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अत्यधिक बाल धोना
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त्वचा की स्थितियाँ, जैसे एक्जिमा
डैन्ड्रफ होने के कारण
त्वचा के बाकी हिस्सों की तरह खोपड़ी भी मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाना शुरू कर देती है और इसी को डैंड्रफ कहते हैं। रूसी के गुच्छे वास्तव में मृत त्वचा कोशिकाएं हैं। सिर की त्वचा जितनी तेजी से मृत त्वचा हटाती है, रूसी उतनी ही ज्यादा हो जाती है ।
रूसी के निम्न कारण हो सकते हैं जैसे -
- खोपड़ी का फंगल संक्रमण
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खोपड़ी से निकलने वाला तेल
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बालों में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों के प्रति संवेदनशीलता
ये तीन कारक मिलकर रूसी को बदतर बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, फंगल स्कैल्प संक्रमण वाले लोगों में यदि संवेदनशील त्वचा है या बहुत तैलीय स्कैल्प है, तो उनमें रूसी की समस्या और भी बदतर हो सकती है।
अधिकांश लोगों की खोपड़ी पर मालासेज़िया नामक कवक रहता है जिससे कोई समस्या नहीं होती है। रूसी से पीड़ित लोगों में, यह कवक जलन और पपड़ी का कारण बनता है।
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डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प के लक्षण
ड्राई स्कैल्प -ड्राई स्कैल्प वाले लोगों को अपनी खोपड़ी से पपड़ी निकलते हुए दिखाई देती है। हालांकि, वास्तविक रूसी के गुच्छों के विपरीत,ड्राई स्कैल्प में रूसी से जुड़े गुच्छे छोटे और सफेद होते हैं।
डैन्ड्रफ - डैन्ड्रफ में रूसी के गुच्छे बड़े और पीले रंग के हो सकते हैं या तैलीय दिख सकते हैं। अक्सर, मालासेज़िया नामक कवक रूसी को ट्रिगर करता है। यह फंगस आम तौर पर आपकी खोपड़ी पर रहता है। हालाँकि, यदि आपके पास इसकी बहुत अधिक मात्रा है, तो यह आपकी त्वचा कोशिकाओं को सामान्य से अधिक तेज़ी से बढ़ने का कारण बनता है।
फंगल संक्रमण के कारण होने वाली रूसी को ठीक करने के लिए उपचार लेना ही उचित रहता है जबकि ड्राई स्कैल्प को कम बार शैंपू करने से सुधारा जा सकता है।
दोनों ही स्थितियाँ सिर की त्वचा में खुजली और जलन पैदा कर सकती हैं। यदि लक्षण गंभीर हैं, तो किसी भी स्थिति वाले लोग अपनी खोपड़ी को इतनी बार खरोंच सकते हैं कि वह लाल हो जाती है या छोटे घाव विकसित हो जाते हैं।
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डैन्ड्रफ का उपचार
डैंड्रफ के अधिकांश मामलों का इलाज घर पर आसानी से किया जा सकता है। रूसी से पीड़ित लोगों को अपने बालों को नियमित रूप से एंटी-डैंड्रफ शैम्पू से धोना चाहिए । अधिकांश डैंड्रफ शैंपू में पाइरिथियोन होता है । कई बार एंटी डैंड्रफ शैम्पू में तेज़ गंध होती है। कई बार लोग एंटी डैन्ड्रफ शैम्पू के बाद अन्य कोई अच्छी खुशबू वाला शैम्पू उपयोग करते हैं । अन्य जो लोग प्राकृतिक उपचार पसंद करते हैं, या जिन्हें डैंड्रफ शैम्पू की गंध नापसंद है, वे टी ट्री ऑयल शैम्पू का उपयोग भी कर सकते हैं क्यूंकी टी ट्री ऑयल में रोगाणुरोधी गुण होते हैं।
ड्राई स्कैल्प का उपचार
ड्राई स्कैल्प का इलाज करना काफी हद तक सूखी त्वचा के इलाज जैसा ही है। रूसी के विपरीत जिस में बहुत ज्यादा तेल का उत्पादन होता है के विपरीत ड्राई स्कैल्प में खोपड़ी द्वारा ज्यादा तेल का उत्पादन नहीं होता और इसी कारण इसे ठीक करना थोड़ा आसान है ।
सौम्य शैंपू का प्रयोग करें- बहुत अधिक कठोर फ़ॉर्मूले सिर के प्राकृतिक तेल को खत्म कर देते हैं इसलिए मॉइस्चराइजिंग, प्राकृतिक तत्वों वाले शैंपू का प्रयोग करें ।
ज्यादा बार शैंपू न करें- बहुत अधिक बार शैंपू करने से सिर की त्वचा सूख सकती है इसलिए शैंपू के बीच कुछ दिन छोड़ने का प्रयास करें।
सिर पर तेल लगाएं- सिर की त्वचा पर तेल लगाना खोपड़ी पर नमी को बनाए रख सकता है और ये जलन को शांत कर सकता है। तेल की कुछ बूंदें लेकर इसे अपने स्कैल्प पर मालिश करें और उसके बाद धूप में बैठने से तेल अच्छे से खोपड़ी के अंदर जाएगा और इससे रूखे बालों को भी बहुत फायदा होगा ।
स्कैल्प को एक्सफोलिएट करें- रूखी खोपड़ी के लिए एक्सफोलिएशन बहुत अच्छा काम करता है। किसी स्क्रब के द्वारा , या फलों के एंजाइम, चीनी या सैलिसिलिक एसिड युक्त हेयर मास्क के द्वारा आप ऐसा कर सकते हैं ।
बहुत सारा पानी पियें - पानी पीने से त्वचा और खोपड़ी को हाइड्रेट करने में मदद मिलती है ।
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अन्य उपचार
प्रतिदिन कुछ मिनट धूप में बिताएं। इस बात के प्रमाण हैं कि पराबैंगनी (यूवी) किरणें रूसी को नियंत्रित करने में मदद करती हैं । ध्यान, योग, गहरी सांस लेने और अन्य विश्राम तकनीकों से अपने तनाव को प्रबंधित करना भी फायदेमंद हैं ।
डॉक्टर से कब मिलें
यदि घरेलू उपचार काम नहीं करते तो डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है।
डैंड्रफ और ड्राई स्कैल्प दोनों को आमतौर पर घर पर ही प्रबंधित किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए, स्कैल्प सोरायसिस, लालिमा, पपड़ी और खुजली का कारण बनता है लेकिन यह एक ऑटोइम्यून विकार के कारण होता है। गंभीर रूसी का एक रूप जिसे सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस कहा जाता है, तीव्र, दर्दनाक सूजन का कारण बन सकता है।
- यदि लालिमा या घाव हैं
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घरेलू उपचार काम नहीं करते
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सिर या चेहरे पर खुले घाव हों
या ऑटोइम्यून विकारों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों को रूसी का इलाज करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
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सारांश
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन सा डैंड्रफ़ शैम्पू आज़माते हैं, बोतल पर दिए गए निर्देशों को पढ़ें और उनका सावधानीपूर्वक पालन करें। यदि आप निश्चित नहीं हैं कि कौन सा शैम्पू उपयोग करना है या कितनी बार उपयोग करना है, तो सलाह के लिए डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें। एक बार जब आपके डैंड्रफ में सुधार हो जाए, तो आप शैम्पू का उपयोग कम कर सकते हैं।