दस्त में व्यक्ति को बार-बार पानी वाला और पतला मल आने लगता है जिसके साथ पेट दर्द, पेट फूलना या पेट में गैस भी हो सकते हैं। दस्त या लूस मोशन होना आम बात है और हर व्यक्ति को कभी न कभी दस्त होते ही हैं। हालांकि, ज्यादातर दस्त किसी सामान्य कारण की वजह से ही होते हैं और कुछ दिनों में अपने आप ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी सही इलाज न होने पर इससे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

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इस लेख में क्या दस्त होना खतरनाक होता है, दस्त होने पर क्या करना चाहिए व क्या नहीं करना चाहिए और इस स्थिति में डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है।

  1. क्या दस्त जानलेवा होते हैं? - Kya dast hona khatarnak hota hai
  2. दस्त होने पर क्या करना चाहिए? - Dast band kaise kare
  3. दस्त होने पर क्या न करें? - Loose motion me kya nahi karna chahiye
  4. दस्त होने पर डॉक्टर के पास कब जाएं? - Dast ke liye doctor ke pas kab jana chahiye
  5. सारांश

दस्त होना कई अंदरूनी बीमारियों या समस्याओं का संकेत हो सकता है। इन बिमारियों का जल्द पता लगाना और इनका इलाज करना जरुरी होता है।

दस्त होने से सबसे ज्यादा खतरा होता है शरीर में पानी की कमी होना (डिहाइड्रेशन)। लूस मोशन होने से मल के द्वारा शरीर का पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स निकलने लगते हैं। डिहाइड्रेशन तब होता है जब शरीर में पानी व इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी बहुत अधिक हो जाती है।

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डिहाइड्रेशन गंभीर भी हो सकता है, खासकर बच्चों, बूढ़े लोगों और उन लोगों के लिए जिनकी प्रतिरक्षा प्राणाली कमजोर होती है। अगर दस्त कुछ दिनों में ठीक नहीं होते हैं, तो ये किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं और इनसे आपके पेट या गुदा में बहुत तेज दर्द, कोमा में जाना, बुखार, किडनी खराब होना, मल में खून आना, दिमाग की सूजन और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।

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इसीलिए दस्त के कुछ लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और इसके लिए तुरंत चिकित्सा लेनी चाहिए। इस लेख के आखिरी भाग में दस्त होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है।

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दस्त में निम्नलिखित तरीके से प्राथमिक उपचार किया जा सकता है -

  • दस्त के कारण शरीर में पानी होने से बचने के लिए जितने हो सके उतने तरल पदार्थ पिएं। इसके लिए आप एनर्जी ड्रिंक्स या ऐसे तरल पदार्थ पी सकते हैं जिनमें इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। (और पढ़ें - प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक)
  • बार-बार मल आने के कारण आपको गुदा के क्षेत्र में दर्द, खुजली और जलन हो सकते हैं। इससे आराम के लिए गर्म पानी से नहाएं और इस क्षेत्र को तौलिए से रगड़ने की बजाय धीरे-धीरे पोछें। (और पढ़ें - गर्म पानी से नहाने के फायदे)
  • दस्त में गुदा के क्षेत्र को साफ रखना महत्वपूर्ण होता है ताकि त्वचा को नुक्सान न हो। आप प्रभावित क्षेत्र में पेट्रोलियम जेली या कोई सौम्य क्रीम लगा सकते हैं। (और पढ़ें - वैसलीन के फायदे)
  • दस्त में अपने खाने पीने का ख्याल रखें और हल्की चीजें खाएं। (और पढ़ें - दस्त में क्या खाना चाहिए)
  • अगर व्यक्ति को दस्त के साथ मतली अनुभव हो रही है, तो उसे आइस चिप्स दें। (और पढ़ें - मतली रोकने के घरेलू उपाय)
  • लूस मोशन में आम अपने रोजाना के सामान्य काम कर सकते हैं, लेकिन बहुत अधिक शारीरिक परिश्रम वाले काम न करें।
  • खाने के साथ पानी पीने की बजाय खाने के बीच के समय में पानी पिएं, जैसे नाश्ता और लंच करने के बीच की समय में। (और पढ़ें - पानी कैसे पीना चाहिए)
  • अगर आप गर्भवती महिला हैं, तो दस्त होने पर पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेते रहें और अपने डॉक्टर के पास जाएं। (और पढ़ें - गर्भावस्था में दस्त के कारण)

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अगर आपको दस्त हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें -

लूस मोशन के लिए आमतौर पर घरेलू उपाय और ऊपर बताए गए प्राथमिक उपचार ही काफी होते हैं, लेकिन निम्नलिखित स्थितियों में तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं -

  1. अगर आपको दस्त के साथ तेज बुखार हो रहा है। (और पढ़ें - तेज बुखार होने पर क्या करें)
  2. अगर आपको शरीर में पानी की कमी होने के लक्षण अनुभव हो रहे हैं। (और पढ़ें - खाली पेट पानी पीने के फायदे)
  3. अगर आपको पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है। (और पढ़ें - पेट के कीड़े के लक्षण)
  4. अगर मल में पस या खून आ रहा है। (और पढ़ें - भगन्दर के लक्षण)
  5. अगर आपको दो दिन से लगातार दस्त हो रहे हैं। (और पढ़ें - पेट खराब होने के लक्षण)
  6. अगर आपको दस्त के साथ उल्टी भी हो रही है और आप कोई तरल पदार्थ नहीं ले पा रहे हैं। (और पढ़ें - खून की उल्टी के कारण)
  7. अगर आपको पहले से ही प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने वाले रोग हैं, जैसे एड्स, शुगर या दिल की बीमारी। (और पढ़ें - शुगर कम करने के घरेलू उपाय)
  8. अगर आपके मल का रंग काला है।
  9. अगर व्यक्ति को बहुत नींद आ रही है या वह सुस्त दिख रहा है, तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। (और पढ़ें - ज्यादा नींद आने के कारण)
  10. अगर जिस व्यक्ति को दस्त हुए हैं वह बूढ़ा है और उसे कोई गंभीर बीमारी है, जैसे लिवर रोग या हृदय के रोग अादि। (और पढ़ें - हृदय को स्वस्थ रखने के लिए खाएं ये आहार)
  11. अगर गर्भवती महिला को दस्त हुए हैं और ठीक नहीं हो रहे हैं, तो उन्हें चिकित्स्क के पास ले जाएं ताकि बच्चे को कोई नुकसान न हो। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में होने वाली समस्याएं)
  12. अगर दस्त ठीक होने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं।
  13. अगर व्यक्ति को कहीं घूम के आने के बाद दस्त हुए हैं।

दस्त होने पर सबसे पहले शरीर में पानी की कमी को रोकना जरूरी है, इसलिए अधिक मात्रा में पानी, नारियल पानी, और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का सेवन करें। हल्का और सादा भोजन करें, जैसे केले, चावल, दही, और टोस्ट, जो पाचन में आसान होते हैं और दस्त को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मसालेदार और तले हुए खाने से बचें। दस्त की गंभीरता बढ़ने या लंबे समय तक जारी रहने पर डॉक्टर से सलाह लें। आराम करना और साफ-सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी है, ताकि संक्रमण और न बढ़े।

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