कोहनी में के किसी भी भाग में चोट या उसके क्षतिग्रस्त हो जाने पर होने वाली पीड़ा को कोहनी में दर्द कहा जाता है। कोहनी में दर्द खुद में कोई रोग नहीं हैं यह किसी खराब स्थिति या बीमारी का संकेत होता है। इन संकेत के कई कारण हो सकते हैं जैसे की मांसपेशियों में खिंचाव या मोच, टेंडन में चोट, आर्थराइटिस, और फ्रैक्चर आदि। हालांकि, अधिकतर मामलों में इसका कारण कोहनी पर चोट लगना होता है।
चोट बांह में झटका आने या किसी वस्तु के टकराने के कारण विकसित हो सकती है। कोहनी में अकड़न या सूजन आना इसके मुख्य लक्षण होते हैं। ज्यादातर मामलों में कोहनी का दर्द कोई आशंका जनक स्थिति नहीं होता है, लेकिन कुछ लोगों में यह बर्साइटिस व गठिया आदि जैसी स्थितियों का रूप ले सकता है।
आप चाहें तो डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अधिकतर मामलों में घर पर ही कोहनी में दर्द को मात्र दो दिनों में ठीक किया जा सकता है।
यदि दर्द गंभीर हो या तीन से चार दिन बाद फिर से उभर आए तो जल्द ही किसी डॉक्टर से संपर्क करें। कोहनी में दर्द का सही समय पर इलाज कराने से कई गंभीर स्थितियों से बचा जा सकता है। अगर आप किसी कारण डॉक्टर के पास इलाज के लिए नहीं जा सकते हैं, तो इन घरेलू उपायों की मदद से घर पर ही 48 से 72 घंटो में अपनी कोहनी में दर्द की स्थिति से आराम पा सकते हैं।
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए अदरक के फायदे - Adarak hai kohni me dard ka rambaan ilaj
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए पुदीने के तेल के फायदे - Pudine ka tel hai kohni me dard ka desi nuskha
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए सेब के सिरके के फायदे - Kohni me dard ka ilaj hai seb ka sirka
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए ऑलिव ऑयल के फायदे - Olive oil se kare kohni me dard ka gharelu upchar
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए गर्म सिकाई के फायदे - Kohni ke dard se rahat dilati hai garam sikai
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए ठंडी सिकाई के फायदे - Kohni me dard ka upchar hai thandi sikai
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए हल्दी के फायदे - Koni me dard ka gharelu upchar hai haldi
- कोहनी में दर्द को रोकने के लिए सेंधा नमक के फायदे - Sendha namak hai kohni me dard ka gharelu upay
- सारांश
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए अदरक के फायदे - Adarak hai kohni me dard ka rambaan ilaj
अदरक एक ऐसी औषधि है जो लगभग हर प्रकार के दर्द को ठीक करने के गुण रखती है। अदरक पर कई अध्ययन भी किए जा चुके हैं जिनमें सूजन, जलन और दर्द को कम करने के प्रभाव देखे गए हैं।
आवश्यक सामग्री
- 1 चम्मच अदरक
- 1 गिलास पानी
- 1 साफ कपड़ा
इस्तेमाल का तरीका
- अदरक को घीस लें या उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें
- अब इसे पानी के साथ तीन से चार मिनट के लिए उबालें
- इसके बाद छननी की मदद से पानी को छान लें
- कपड़े को पानी में भिगोएं और अपनी प्रभावित कोहनी पर 15 से 20 मिनट के लिए बांध लें
कब इस्तेमाल करें
दर्द से राहत मिलने तक इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार इस्तेमाल करें।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए पुदीने के तेल के फायदे - Pudine ka tel hai kohni me dard ka desi nuskha
कई बार कोहनी में दर्द का कारण मांसपेशियों में खिंचाव या चोट की वजह से होता है। यदि आपको अपने हाथ या कोहनी के आसपास चोट लगने के कारण दर्द हो रहा तो इस नुस्खे को जरूर अपनाएं। पुदीने का तेल जोड़ों में दर्द, सूजन, मांसपेशियों में मोच और खिंचाव आदि के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इसके इन गुणों के पीछे इसका शीतल प्रभाव है।
आवश्यक सामग्री
- 2 बड़े चम्मच पुदीने का तेल
- 1 छोटा चम्मच ऑलिव ऑयल या नारियल तेल
इस्तेमाल का तरीका
- पुदीने के तेल को ऑलिव ऑयल के साथ मिला लें
- तैयार किए गर मिश्रण से अपने प्रभावित हिस्से की मसाज करें
- इस प्रक्रिया को 10 से 15 मिनट लगातार करे
कब इस्तेमाल करें
इस नुस्खे को दिन में दो से तीन बार रोजाना आजमाएं।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए सेब के सिरके के फायदे - Kohni me dard ka ilaj hai seb ka sirka
लोग कई वर्षों से सेब के सिरके को अपने खाने पकाने की विधि में इस्तेमाल करते आ रहें हैं। हालांकि, इसके बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले गुणों के बारे में जानने के बाद इसे कई घरेलू उपायों में इस्तेमाल किया जाने लगा है। इसे शरीर के दर्द से प्रभावित किसी भी हिस्से पर लगाया जा सकता है।
आवश्यक सामग्री
- 2 चम्मच सेब का सिरका
- 1 गिलास पानी
- 1 चम्मच शहद
- 1 साफ कपड़ा
इस्तेमाल का तरीका
- पहला तरीका -
- सेब के सिरके को पानी में मिलाए
- अब इसमें ऊपर से एक चम्मच शहद डालें
- तैयार किए मिश्रण को अब पी जाए
- दूसरा तरीका -
- इसके अलावा आप चाहें तो सेब के सिरके को सीधा अपने प्रभावित हिस्से पर लगा भी सकते हैं
- ऐसा करने के लिए कपड़े को थोड़ा सा सिरके में भिगो लें
- इसके बाद इसे होनी प्रभावित कोहनी पर बांध लें
कब इस्तेमाल करें
बेहतर परिणाम पाने के लिए इन दोनों में से किसी एक उपाय को दिन में दो से तीन बार इस्तेमाल करें।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए ऑलिव ऑयल के फायदे - Olive oil se kare kohni me dard ka gharelu upchar
यदि कोहनी में दर्द का कारण हड्डी में होने वाला दर्द है तो ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल) एक बेहतरीन उपाय है. ऑलिव ऑयल में एंटीइंफ्लामेट्री गुण होते हैं, जो एंटीसेप्टिक दवाओं की तरह काम करते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं.
आवश्यक सामग्री
- 2 से 3 बड़े चम्मच ऑलिव ऑयल
इस्तेमाल करने का तरीका
- ऑलिव ऑयल को प्रभावित हिस्से पर लगाएं
- अब धीरे-धीरे से 10 से 15 मिनट अपनी कोहनी की मसाज करें
कब-कब इस्तेमाल करें
मसाज करने के कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होते हैं, इसलिए ऑलिव ऑयल से दिन में जितनी बार हो सके कोहनी की मसाज करें।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए गर्म सिकाई के फायदे - Kohni ke dard se rahat dilati hai garam sikai
पुरानी चोट या दर्द होने पर गर्म सिकाई एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। अगर आपकी कोहनी के जोड़ या आसपास की मांसपेशियों में दर्द हो रहा है तो गर्म सिकाई आपके सख्त जोड़ों को मुलायम बनाकर मांसपेशियों में आराम पहुंचाने का कार्य कर सकती है।
आवश्यक सामग्री
- 1 तवा
- 1 कपड़ा
- 1 बोतल
इस्तेमाल का तरीका
- पहला तरीका -
- तवे को चूल्हे पर गर्म करके उसके ऊपर कपड़ा रख दें
- कपड़ा के गर्म हो जाने पर उससे अपने प्रभावित हिस्से की 15 से 20 मिनट सिकाई करें
- दर्द महसूस होते ही सबसे पहले सिकाई का विकल्प चुने
- दूसरा तरीका -
- किसी बर्तन में पानी गर्म कर लें
- अब इस पानी बोतल में भरें और अपने प्रभावित हिस्से पर रख लें
- बोतल को पानी के गुनगुना होने तक रखा रहने दें
- दर्द कम न होने पर एक बार फिर पानी गर्म कर लें
कब इस्तेमाल करें
गर्म सिकाई का अधिक इस्तेमाल न करें, गर्म सिकाई केवल दर्द महसूस होने पर ही करने की सलाह दी जाती है। बता दें की इस उपाय से कुछ समय के लिए ही दर्द से राहत मिलती है। इसीलिए बार-बार दर्द महसूस होने पर किसी डॉक्टर से संपर्क करें।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए ठंडी सिकाई के फायदे - Kohni me dard ka upchar hai thandi sikai
अगर आपको कोहनी पर या उसके आसपास सूजन दिखाई दे रही हो तो ठंडी सिकाई का इस्तेमाल करें। ठंडी सिकाई प्रभावित हिस्से में बड़े हुए रक्त प्रवाह को कम करके सूजन को कम करने में मदद करती है।
आवश्यक सामग्री
- बर्फ या ठंड पानी
- साफ कपड़ा या एक बोतल
इस्तेमाल का तरीका
- पहला तरीका -
- बर्फ से सिकाई करने के लिए, इसके कुछ टुकड़ों को एक साफ कपड़े में लपेटें
- अब इससे अपने प्रभावित हिस्से की 20 से 30 मिनट तक ठंडी सिकाई करें
- आप चाहें तो कपड़े को ठंडे पानी में गीला कर के भी कोहनी पर बांध सकते हैं
- ध्यान रहे की बर्फ को त्वचा पर सीधा न लगाएं, ऐसे करने से त्वचा पर जलन या लालिमा आ सकती है
- दूसरा तरीका -
- बोतल में पानी भर के उसे फ्रीज में जमाने के लिए छोड़ दें
- कुछ घंटों बाद बोतल को बाहर निकालें और अपने प्रभावित हिस्से पर रख लें
- बोतल को पानी के गुनगुना होने तक रखा रहने दें
- दर्द कम न होने पर एक बार फिर पानी को ठंडा कर लें
कब-कब इस्तेमाल करें
इस उपाय को दिन में 3 से 4 बार 20 मिनट के लिए अपनाएं, जब तक दर्द पूरी तरह से ठीक न हो जाए।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए हल्दी के फायदे - Koni me dard ka gharelu upchar hai haldi
लगभग हर भारतीय घरों में पाया जाने वाला हल्दी पाउडर कई प्रकार के दर्द को ठीक करने में मदद करता है। हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन रसायन में कई ऐसे गुण होते हैं जो दर्द, मोच, चोट, सूजन और जलन आदि को कम करने में मदद करते हैं।
आवश्यक सामग्री
- 2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/4 कप गर्म पानी
- 1/4 नींबू का रस
- 1 कपड़ा या गर्म पट्टी
इस्तेमाल करने का तरीका
- पानी को किसी बर्तन में गर्म कर लें
- अब इसमें हल्दी और नींबू मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर लें
- प्रभावित लोहनी पर इस पेस्ट को लगाएं और किसी साफ कपड़े या गर्म पट्टी से ढक दें
- आप चाहें तो पट्टी या कपड़े को हल्के दबाव के साथ बांध भी सकते हैं
- 10 घंटे या रात भर के लिए हल्दी को अपना असर दिखाने के लिए छोड़ दें
- इसके अलावा इलाज की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए रोजाना एक गिलास गर्म दूध में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं
कब इस्तेमाल करें
इस प्रक्रिया को तीन से चार दिन तक अपनाएं और बेहतर परिणाम के लिए सुबह और रात के समय सोने से पहले हल्दी के दूध का सेवन अवश्य करें।
कोहनी में दर्द को रोकने के लिए सेंधा नमक के फायदे - Sendha namak hai kohni me dard ka gharelu upay
सेंधा नमक के कई गुण हैं जिसकी पुष्टि कई अध्ययन कर चुके हैं। यह इलाज की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द व मांसपेशियों की ऐंठन को कम करता है और मस्तिष्क को शांत करता है। इनके अलावा यह प्रभावित हिस्से में रक्त प्रवाह को बेहतर करता है और मांसपेशियों व नसों को सही ढंग से कार्य करने में मदद करता है।
आवश्यक सामग्री
- ½ कप सेंधा नमक
- 1 बाल्टी पानी
इस्तेमाल का तरीका
- एक बाल्टी पानी गर्म कर लें
- अब इसमें ½ कप सेंधा नमक मिलाएं और इस पानी से स्नान कर लें
- इसके अलावा आप चाहें तो अपने प्रभावित हिस्से को सेंधा नमक के पानी में कुछ समय के लिए डाल कर बैठ भी सकते हैं
- यह दोनों ही तरीके बेहद प्रभावशाली होते हैं
कब इस्तेमाल करें
बेहतर परिणाम पाने के लिए सेंधा नमक के इस उपचार को दिन में दो बार इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
सारांश
कोहनी में दर्द से राहत पाने के लिए कई घरेलू उपाय प्रभावी हो सकते हैं। ठंडे या गर्म सेंक का उपयोग सूजन और दर्द कम करने में मदद करता है। अदरक और हल्दी जैसे प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी पदार्थों का सेवन या इनका पेस्ट बनाकर लगाना फायदेमंद होता है। नमक वाले गुनगुने पानी में कोहनी डुबोकर रखने से भी आराम मिलता है। नारियल तेल या सरसों के तेल से हल्की मालिश रक्त प्रवाह बढ़ाती है और मांसपेशियों को आराम देती है। अगर दर्द अधिक हो, तो हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम या योगासन करके कोहनी की लचीलापन बढ़ाया जा सकता है। पर्याप्त आराम और दर्द वाले क्षेत्र पर जोर न डालना भी जरूरी है। यदि दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श लें।