कभी कभी आपने गौर किया होगा, आपके पैरों और हाथों में एक ही जगह पर फुट कॉर्न (corn, गोखरू) हो जाते होंगे। हालाँकि ये खतनाक नहीं होते लेकिन कॉर्न्स जैसी समस्याएं आपको दुखी कर देती हैं। ये कठोर त्वचा आपके हाथों और पैरों की खूबसूरती को छीनती जाती हैं। लेकिन घबराने वाली बात नहीं है क्योंकि कॉर्न के दर्द और उससे छुटकारा पाने के लिए आप कई तरह के घरेलू उपाय का इस्तेमाल कर सकते हैं।

तो चलिए आपको बताते हैं पैरों से कॉर्न हटाने के घरेलू उपाय –

  1. फुट कॉर्न के लिए करें अरंडी तेल का इस्तेमाल - Foot corn ke liye kare castor oil ka upyog in Hindi
  2. गोखरू का उपाय है झांवां पत्थर - Gokhru ka upay hai pumice stone in Hindi
  3. पैरों में कॉर्न का उपाय है सेब का सिरका - Foot corn ka upay hai apple vinegar in Hindi
  4. गोखरू का घरेलू उपाय है सेंधा नमक - Gokhru ka gharelu upay hai epsom salt in Hindi
  5. फुट कॉर्न को ठीक करने के लिए करे बेकिंग सोडा का उपयोग - Foot corn thik karne ka tarika hai baking soda in Hindi
  6. पैरों में कॉर्न का घरेलु नुस्खा है लहसुन - Foot corn ka gharelu nuskha hai garlic in Hindi
  7. फुट कॉर्न का नुस्खा है पपीता - Foot corn ka upay hai papaya in Hindi
  8. पैरों में कॉर्न को दूर करे मुलेठी से - Foot corn ko dur kare licorice se in Hindi
  9. गोखरू को हटाने का तरीका है हल्दी - Gokhru ko hatane ka upay hai turmeric in Hindi
  10. पैरों में कॉर्न का घरेलू नुस्खा है विटामिन ई - Foot corn ka gharelu nuskha hai vitamin e in Hindi
  11. गोखरू से छुटकारा पाने का तरीका है एस्पिरिन - Gokhru se chutkara dilata hai aspirin in Hindi
  12. फुट कॉर्न के लिए करें नींबू का उपयोग - Foot corn ke liye kare lemon ka upyog in Hindi
  13. गोखरू को हटाएं प्याज से - Gokhru ko hataye onion se in Hindi
  14. फुट कॉर्न से छुटकारा पाएं नारियल के तेल से - Foot corn se chutkara paye coconut oil se in Hindi
  15. गोखरू के लिए करे ओटमील का उपयोग - Gokhru ke liye kare oatmeal ka upyog in Hindi

सामग्री –

अरंडी का तेल।

विधि –

  1. सबसे पहले अरंडी का तेल लें।
  2. फिर उसे कॉर्न पर धीरे धीरे लगाएं।
  3. पूरे दिन में तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

अरंडी के तेल का इस्तेमाल कब तक करें –

इस प्रक्रिया को रोज़ाना करें और तब तक करें जब तक कॉर्न चला नहीं जाता।

अरंडी के तेल को इस्तेमाल करने के फायदे –

इस घरलू उपाय का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। ये तेल कॉर्न को मुलायम कर देता है और इस तरह ये धीरे धीरे गायब होने लग जाता है। कॉर्न का इलाज करने के लिए ये सबसे बेहतरीन और आसान घरेलू उपाय है। इसको लगातर लगाने से आपको परिणाम तीन से चार दिन में दिखने लगेगा।

चेतावनी –

अरंडी के तेल को कभी फटी हुई त्वचा पर न लगाएं।

(और पढ़ें - अरंडी के तेल के फायदे)

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सामग्री –

  1. गुनगुना पानी।
  2. झांवां पत्थर (प्युमिस स्टोन)।

विधि –

  1. पांच से सात मिनट के लिए पैरों और हाथ में जहां कॉर्न्स या कालूसेस हैं उन्हें गर्म पानी में डुबोकर रखें।
  2. अब प्यूमिक स्टोन लें और धीरे धीरे इसे कॉर्न और कालूसेस पर दो से तीन मिनट तक रगड़ें। 

झांवां पत्थर का इस्तेमाल कब तक करें –

इस प्रक्रिया को रोज़ाना दोहराएं जिससे कॉर्न्स की समस्या जल्दी ठीक हो सके।

झांवां पत्थर को इस्तेमाल करने के फायदे –

कॉर्न एक डेड स्किन होती है, तो इसके लिए ज़रूरी है कि आप प्युमिस स्टोन का इस्तेमाल करें। प्युमिस स्टोन प्रभावित क्षेत्र से मृत स्किन स्किन को निकालता है और त्वचा को मुलायम बनाता है।

सामग्री –

  1. गर्म पानी।
  2. एक चम्मच सेब का सिरका।
  3. एक या दो बूँद टी ट्री तेल
  4. रूई।

विधि –

  1. सबसे पहले गर्म पानी में अपने पैरों को डुबोकर रखें। कुछ मिनट के बाद कॉर्न क्षेत्र पर रूई से सेब के सिरके को लगाएं।
  2. अब इस रूई को धीरे से कॉर्न पर पांच मिनट के लिए दबाकर रखें।
  3. सिरके को सूखने दें। फिर कॉर्न पर टी ट्री तेल लगाएं। ध्यान रहे इसे ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें धोये न।

सेब के सिरके का इस्तेमाल कब तक करें –

इस उपाय का इस्तेमाल रोज़ाना करें और फिर आप देखेंगे की कॉर्न की समस्या दो या तीन दिनों में गायब हो गयी है।

सेब के सिरके को इस्तेमाल करने के फायदे –

सेब का सिरका मृत कोशिकाओं को एक्सफोलिएट करता है और कॉर्न या कालूसेस को मुलायम बनाता है। ये प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टेरियल होता है जिसकी मदद से सभी तरह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे और नुकसान)

सामग्री –

  1. एक कप सेंधा नमक।
  2. गर्म पानी।
  3. एक टब या बाल्टी।
  4. प्यूमिक स्टोन।

विधि –

  1. सबसे पहले टब या बाल्टी में गर्म पानी डालें और फिर उसमे सेंधा नमक मिलाएं और फिर 10 से 15 मिनट के लिए उसमे अपने पैरों को डुबोकर रखें।
  2. एक बार जब त्वचा मुलायम हो जाए तो डेड लेयर्स को हटाने के लिए प्यूमिक स्टोन का इस्तेमाल करें।

सेंधा नमक का इस्तेमाल कब तक करें –

कुछ दिनों तक इस प्रक्रिया को नहाने के बाद दोहराते रहें।

सेंधा नमक को इस्तेमाल करने के फायदे –

सेंधा नमक का इस्तेमाल एक्सफोलिएंट की तरह किया जाता है। ये त्वचा को कोमल बनाता है और दर्द से भी राहत दिलाता है। इसके एंटीबैक्टेरियल गुण बेहद लाभकारी हैं।

(और पढ़ें - सेंधा नमक के फायदे और नुकसान)

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सामग्री –

  1. एक चम्मच बेकिंग सोडा।
  2. एक चम्मच पानी।
  3. एक चम्मच नींबू का जूस। (वैकल्पिक)

विधि –

  1. पेस्ट तैयार करने के लिए सबसे पहले बेकिंग सोडा को पानी में मिला लें (और नींबू जूस)
  2. अब इस पेस्ट को कॉर्न या कालूस (callus) पर लगाएं।
  3. रातभर के लिए इस पेस्ट को ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।
  4. अगर आप इस पेस्ट को अपने अंगूठों के बीच लगा रह हैं तो उँगलियों को अलग रखने के लिए रूई को बीच में रख लें।

बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कब तक करें –

इस प्रक्रिया को हर रात पांच स सात दिन तक दोहराएं। इस तरह लगाने से कॉर्न सूखता रहेगा।

बेकिंग सोडा को इस्तेमाल करने के फायदे –

सेंधा नमक की तरह बेकिंग सोडा भी कॉर्न और कालूस से मृत कोशिकाओं को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है। ये एक एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है और उस क्षेत्र को संक्रमण मुक्त रखता है।

चेतावनी –

ध्यान रहे पेस्ट आपके किसी और क्षेत्र पर नहीं लगाना चाहिए। वर्ना ये आपकी स्वास्थ्य त्वचा को ड्राई कर सकता है।

(और पढ़ें - बेकिंग सोडा के फायदे और नुकसान)

सामग्री –

  1. एक लहसुन की फांकें।
  2. क्रेप बैंडेज।

विधि –

  1. सबसे पहले लहसुन को बीच में से काट लें। फिर कुछ मिनट के लिए आधे लहसुन को कॉर्न पर रगड़ें।
  2. अब आधे लहसुन को कॉर्न के ऊपर रखें और फिर उस क्षेत्र को क्रेप बैंडेज को बाँध लें।
  3. फिर सुबह उस क्षेत्र को धो लें।

लहसुन का इस्तेमाल कब तक करें –

इसे कुछ दिनों तक रोज़ाना रात को दोहराएं आप देखेंगे कि कॉर्न की समस्या बहुत जल्द गायब हो गयी है।

लहसुन को इस्तेमाल करने के फायदे –

लहसुन का इस्तेमाल कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। ये कॉर्न के लिए बहुत ही प्रभावी घरेलु उपाय है। एक अध्ययन क अनुसार शरीर से कॉर्न के उत्तकों को हटाने के लिए लहसुन बेहद प्रभावी है।

(और पढ़ें - लहसुन के फायदे)

सामग्री –

पपीता।

विधि –

  1. सबसे पहले पपीता का छोटा टुकड़ा काटें और फिर उसे रातभर के लिए प्रभावित क्षेत्रों पर लगा लें।
  2. अगर आपको पपीता के टुकड़े को लगाने में दिक्कत होती है तो आप पपीता के ताज़ा जूस को भी रूई से लगा सकते हैं।

पपीता का इस्तेमाल कब तक करें –

जब तक कॉर्न ठीक न हो जाए इस प्रक्रिया को हर रात दोहराएं।

पपीता को इस्तेमाल करने के फायदे –

पपीता को चिकित्सीय गुणों की तरह देखा जाता है। पपीता में पपाइन नामक एंजाइम होते हैं जो त्वचा को मुलायम बनाने में मदद करते हैं।

(और पढ़ें - पपीते के फायदे)

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सामग्री –

  1. चार मुलेठी की लकड़ियां।
  2. सरसों का तेल

विधि –

  1. सबसे पहले मुलेठी की लकड़ियों को लें और फिर सरसों का तेल मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
  2. रात को सोने से पहले इस पेस्ट को कॉर्न पर लगाएं।
  3. फिर सुबह इस पेस्ट को धो लें।

मुलेठी का इस्तेमाल कब तक करें –

कॉर्न और कालूसेस को हटाने के लिए इस पेस्ट का इस्तेमाल कुछ दिनों तक हर रात करें।

मुलेठी को इस्तेमाल करने के फायदे –

मुलेठी को चिकित्सीय गुणों की वजह से जाना जाता है। इसके सूजनरोधी और एंटीबैक्टेरियल गुण कॉर्न और कालूसेस का इलाज करने में बेहद मदद करते हैं।

(और पढ़ें - मुलेठी के फायदे)

सामग्री –

  1. एक चम्मच हल्दी।
  2. एक या दो चम्मच शहद

विधि –

  1. हल्दी और शहद का तक मोटा पेस्ट तैयार कर लें।
  2. अब इस पेस्ट पर कॉर्न लगाएं और फिर सूखने तक का इंतज़ार करें।
  3. सूखने के बाद पेस्ट को धो लें।

हल्दी का इस्तेमाल कब तक करें –

इस पेस्ट का इस्तेमाल हफ्ते में दो बार ज़रूर करें। आप देखेंगे कि कॉर्न की समस्या आपकी दो या तीन दिनों में गायब हो गयी है।

हल्दी को इस्तेमाल करने के फायदे –

ये एक तरह का एशियाई घरेलू उपाय जो कॉर्न का इलाज करता है और काफी प्रभावी भी है। हल्दी में एंटीमाइक्रोबियल और ठीक करने के गुण होते हैं जो कॉर्न को दूर करते हैं और त्वचा को मुलायम बनाते हैं।

(और पढ़ें - हल्दी के फायदे)

सामग्री –

  1. विटामिन ई कैप्सूल्स।
  2. एक गर्म जुर्राब।
  3. एक सूई।

विधि –

  1. सबसे पहले विटामिन ई कैप्सूल्स में सूई से होल बनाएं।
  2. अब उस तेल को कॉर्न पर रगड़ें।
  3. कुछ मिनट के लिए इस तेल को अवशोषित होने के लिए छोड़ दें। फिर जुर्राबे पहन लें।

विटामिन ई का इस्तेमाल कब तक करें –

जब तक कॉर्न ठीक नहीं हो जाता तब तक इस तेल को रात को सोने से पहले लगाएं।

विटामिन ई को इस्तेमाल करने के फायदे –

विटामिन ई तेल कॉर्न को मुलायम बनाता है और जल्दी इलाज करने में भी मदद करता है।

(और पढ़ें - विटामिन ई के स्रोत, फायदे और नुकसान)

सामग्री –

  1. कुछ एस्पिरिन टेबलेट्स।
  2. पानी।
  3. बैंडेज।
  4. प्यूमिक स्टोन।

विधि –

  1. सबसे पहले एस्पिरिन को क्रश कर लें और फिर थोड़ा पानी डालकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
  2. अब इस पेस्ट को कॉर्न पर लगाएं और फिर उसपर बैंडेज लगा लें। रातभर के लिए इसे ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।
  3. फिर सुबह उस क्षेत्र को प्यूमिक स्टोन से रगड़ें।

एस्पिरिन का इस्तेमाल कब तक करें –

जब तक कॉर्न की समस्या खत्म न हो जाए तब तक इस पेस्ट को रोज़ाना दोहराएं। आप परिणाम दो हफ़्तों में ही नज़र आने लगेगा।

एस्पिरिन को इस्तेमाल करने के फायदे –

सिर दर्द के अलावा एस्पिरिन कॉर्न और कालूसेस के दर्द को दूर करता है। ये आसान घरेलू उपाय कॉर्न और कालूसेस को मुलायम बनाते हैं। एस्पिरिन में मौजूद सालीसाइलिक एसिड कॉर्न और कालूसेस को ठीक करने में मदद करता है।

चेतावनी -

अगर आपको एस्पिरिन से एलर्जी है तो इस उपाय का इस्तेमाल न करें।

सामग्री –

  1. नींबू के टुकड़े।
  2. बैंडेज।

विधि –

  1. सबसे पहले नींबू के जूस को रूई से कॉर्न पर लगा लें।
  2. फिर उसके ऊपर बैंडेज बाँध लें।
  3. रातभर के लिए इसे ऐसे छोड़ दें।

नींबू का इस्तेमाल कब तक करें –

जब तक कॉर्न ठीक न हो जाये तब तक नींबू का इस्तेमाल करते रहें।

नींबू को इस्तेमाल करने के फायदे –

नींबू में मौजूद एसिड कॉर्न को ठीक करने का सबसे प्रभावी घरेलू उपाय है। ये असहजता को सही करता है और इसके इस्तेमाल से आप कुछ दिनों में फरक देखने लगेंगे।

(और पढ़ें - नींबू के फायदे और नुकसान)

सामग्री –

  1. प्याज का टुकड़ा।
  2. बैंडेज।

विधि –

  1. सबसे पहले प्याज का एक छोटा टुकड़ा ले लें।
  2. फिर उसे कॉर्न पर लगा लें और बैंडेज से बांधकर ढक दें।
  3. रातभर के लिए इसे ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।
  4. सुबह प्याज को हटा दें।

प्याज का इस्तेमाल कब तक करें –

इस प्रक्रिया को रोज़ाना करें और कुछ ही दिनों में आपको एक अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा।

प्याज को इस्तेमाल करने के फायदे –

कॉर्न का इलाज करने के लिए प्याज एक बहुत ही आसान घरेलू उपाय है। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स इलाज को बढ़ावा देते हैं और त्वचा को ठीक करते हैं। ये त्वचा पर धब्बों को दूर करता है और त्वचा को मुलायम भी बनाता है।

(और पढ़ें - प्याज के फायदे और नुकसान)

सामग्री –

नारियल तेल।

विधि –

  1. नारियल के तेल को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और त्वचा पर इससे अच्छे से मसाज करें।

नारियल का तेल का इस्तेमाल कब तक करें –

नारियल के तेल को पूरे दिन में तीन बार ज़रूर लगाएं।

नारियल के तेल को इस्तेमाल करने के फायदे –

नारियल का तेल एक बहुत ही बेहतरीन स्किन मॉइस्चराइज़र है। जब एक बार आपकी त्वचा मुलायम और कोमल दिखने लगे तो प्यूमिक स्टोन के इस्तेमाल से कॉर्न को हटाना बहुत आसान हो जाएगा।  

(और पढ़ें - नारियल तेल के फायदे)

सामग्री –

  1. आधा कप ओटमील।
  2. पानी।

विधि –

  1. पानी में पांच मिनट तक ओटमील को उबालने के लिए रख दें।
  2. अब मिश्रण को छान लें और उबले हुए ओटमील को गुनगुना होने के बाद कॉर्न पर लगा लें। 
  3. धोने से पहले इसे 10 से 15 मिनट तक ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।

ओटमील का इस्तेमाल कब तक करें –

इस प्रक्रिया को पूरे दिन में दो बार ज़रूर दोहराएं।

ओटमील को इस्तेमाल करने के फायदे –

ये तो हम सभी जानते हैं ओटमील एक बहुत ही बेहतरीन एक्सफोलिएटिंग एजेंट है और त्वचा को कोमल बनाने में मदद करता है। कॉर्न को सही करने के लिए ओटमील बहुत ही फायदेमंद है।

चेतावनी –

ध्यान रहे ओटमील ज़्यादा गर्म न हो वरना ये आपकी त्वचा को जला सकता है।

(और पढ़ें - ओट्स के फायदे)

 

संदर्भ

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  3. Carol S. Johnston, Cindy A. Gaas, Vinegar: Medicinal Uses and Antiglycemic Effect. MedGenMed. 2006; 8(2): 61. PMID: 16926800
  4. Sue Dolon. Naturally Skinsational. Skin Care Resource Center
  5. Vinay R. Patel. Castor Oil: Properties, Uses, and Optimization of Processing Parameters in Commercial Production. Lipid Insights. 2016; 9: 1–12. PMID: 27656091
  6. Tasleem Arif. Salicylic acid as a peeling agent: a comprehensive review. Clin Cosmet Investig Dermatol. 2015; 8: 455–461. PMID: 26347269
  7. Myra C Long. Ichthyosis with confetti: a rare diagnosis and treatment plan. BMJ Case Rep. 2014; 2014: bcr2014204509. PMID: 25012887
  8. Nader Pazyar, Amir Feily. Garlic in dermatology. Dermatol Reports. 2011 Jan 31; 3(1): e4. PMID: 25386259
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