सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि मसूड़ों में दर्द और दांत में दर्द दोनों अलग-अलग स्थितियां हैं। इसमें काफी तेज दर्द होता है, जिसमें लोग असहज हो जाते हैं और खानपान के अलावा दिनचर्या के सामान्य काम काज करने में भी दिक्कत आती है।
यह बहुत जोर से ब्रश करने, कैंकर सोर बनने या डेन्चर (नकली दांत), रिटेनर या ब्रेसिज पहनने से भी हो सकता है।
- कैंकर सोर (नासूर जो छोटा, कम गहरा व खुला घाव होता है)
- डेन्चर (नकली दांत)
- रिटेनर (डिवाइस जो दांतों को होल्ड करती है यानी उन्हें सही पोजिशन में रहने में मदद करती है)
- ब्रेसिज (डिवाइस जो दांतों की अलाइंमेंट को सही करती है)
महिलाओं में हार्मोन में बदलाव, गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के कारण भी मसूड़ों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा पीरियड के दौरान भी यह समस्या ट्रिगर हो सकती है।
कुछ मामलों में, मसूड़ों का दर्द थ्रश, मसूड़े की सूजन या पीरियडोंटाइटिस जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
मसूड़ों के दर्द के घरेलू उपचार मौजूद हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि किन स्थितियों में मसूड़ों के दर्द के लिए घरेलू नुस्खा कारगर है और किन स्थितियों में डाॅक्टर से परामर्श करना उचित होता है।
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