पीलिया एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें बिलीरूबिन की मौजूदगी के कारण किसी भी व्यक्ति की त्वचा और आँखें पीले रंग की हो जाती हैं। बिलीरुबिन एक वेस्ट उत्पाद है जिसे लिवर द्वारा फ़िल्टर किया जाता है। इसलिए हम आपको बता रहे हैं पीलिया को दूर करने के लिए कुछ कुछ घरेलू उपचार। ये उपचार ना केवल इसके लक्षणों को कम करते हैं बल्कि लिवर को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

  1. पीलिया से बचाने का उपाय करें करेले से - Jaundice se bachne ke upay kare bitter gourd se in Hindi
  2. पीलिया का घरेलू उपाय है आंवला - Piliya ka gharelu upay hai amla in Hindi
  3. पीलिया से छुटकारा दिलाता है टमाटर रस - Piliya se chutkara dilata hai tomato juice in Hindi
  4. पीलिया दूर करने का उपाय है गिलोय - Piliya ka gharelu nuskha hai giloy in Hindi
  5. पीलिया को रोकने का उपाय है हल्दी - Piliya rog ka gharelu nuskha hai turmeric in Hindi
  6. पीलिया को निकालने का तरीका है मूली - Piliya rog ka desi upay hai radish in Hindi
  7. जॉन्डिस का उपाय है जौ पाउडर - Jaundice ka upay hai barley in Hindi
  8. जॉन्डिस का घरेलू नुस्खा है कटनीप - Jaundice ko thik kare catnip se in Hindi
  9. जॉन्डिस का घरेलू उपाय है जॉन्डिस बेरी - Jaundice me kare jaundice berry ka use in Hindi
  10. जॉन्डिस से छुटकारा पाने का तरीका है कुटकी - Jaundice ka gharelu upay hai kutki in Hindi
  11. पीलिया का देसी नुस्खा करे नींबू से - Jaundice ka desi upay hai lemon in Hindi

करेले में पीलिया को कम करने वाले गुण होते हैं। करेले के रस का सेवन करने से आपका पीलिया बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा। पीलिये के उपचार के लिए करेले का रस बहुत फायदेमंद होता है। एक चौथाई कप करेले का रस पिएं और स्वस्थ लिवर बनाए रखें।

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आंवला एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो जिगर को सही से कार्य करने में मदद करती है। दिन में तीन बार इसका रस पीने से इस लिवर विकार से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।

हर सुबह खाली पेट टमाटर का रस पीना पीलिया के लिए एक प्रभावी उपाय है। टमाटर में उच्च सामग्री में लाइकोपीन होता है जो जिगर के कार्यों में मदद करता है और रिकवरी प्रक्रिया को तेज करता है। आप इसमें कुछ काली मिर्च और नमक मिलाकर भी पी सकते हैं।

गुदुची या गिलोय आयुर्वेद की सबसे मूल्यवान जड़ी बूटियों में से एक है। यह किसी भी क्षति से लिवर की रक्षा करती है और लिवर की कोशिकाओं के पुनर्जन्म में मदद करती है। 10 ग्राम गिलोय लें और उसका रस निकालें। चमत्कारी परिणाम देखने के लिए, दिन में 2-3 बार रोजाना इसका रस पिएं और इसके अलावा आप एक चम्मच गुदुची पाउडर दिन में दो बार ले सकते हैं।

हर कोई हल्दी के उपचार वाले गुणों और उच्च औषधीय मूल्यों को जानता है। एक कप गर्म पानी में एक चौथाई स्पून हल्दी मिलाएँ और लिवर के कार्यों को सही प्रकार से चलाने के लिए दिन में तीन बार यह पानी पिएं। 

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ताजी मूली को खाना या मूली का ताजा रस पीना पीलिया के लिए एक प्रभावी उपाय है। यह शरीर से बिलीरुबिन को नष्ट करने में मदद करता है। बेहतर परिणाम के लिए, आप इसमें एक चम्मच तुलसी का पेस्ट भी मिला सकते हैं।

जौ बिलीरूबिन सहित शरीर से जहरीले पदार्थों को नष्ट करने में मदद करती है। गर्म पानी में भूनी हुई जौ का पाउडर और एक स्पून शहद मिलाएं और इसे दिन में दो बार पिएं। 

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शिशुओं में पीलिया बहुत आम बात है क्योंकि उनके पास लाल रक्त कोशिकाएं अधिक होती हैं और उनका लिवर पूरी तरह से विकसित नहीं होता है। इसका अर्थ है कि शरीर से बिलीरुबिन को हटाने में उनका लिवर अच्छे से काम नहीं करता है। कटनीप जड़ी बूटी सभी माता-पिता के लिए एक समाधान है जो अपने शिशु के पीलिये के बारे में चिंता करते हैं। अगर बच्चा स्तनपान कर रहा है, तो माँ एक दिन में 2-3 बार इसकी चाय पी सकती है, जिससे बच्चे को पीलिया से लड़ने में मदद मिलती है।

जॉन्डिस बेरी (अंबरबारिस) का वास्तविक नाम बैरबैरिस है, लेकिन पीलिया उपचार में इसकी प्रभावशीलता के कारण इसे जॉन्डिस बेरी (अंबरबारिस) का नाम दिया गया है। इसका रस या फलों का स्वाद कड़वा होता है। लिवर की बीमारी के लिए यह बहुत अच्छी औषधि है। इसकी छाल से रस बनाएँ और दिन में इस रस का कई बार सेवन करें।

कुट्की पीलिया इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ जड़ी बूटियों में से एक है। यह लिवर को स्वस्थ को बनाए रखने में सहायता करती है और पित्त के उत्पादन को नियंत्रित करती है। 1-2 चम्मच कुट्की जड़ों के चूर्ण को दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है और अगर रोगी गंभीर है, तो इसे निसोथ के साथ लिया जा सकता है।

नींबू में लिवर के उपचार के गुण होते हैं और इसलिए दिन में दो या तीन बार नींबू का रस पीना पीलिया रोगियों के लिए बहुत लाभकारी होता है।

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