भूख न लगना या कम लगना बड़ी समस्या है. अगर भूख न लगे, तो वजन कम हो सकता है और शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी भी हो सकती है. इससे कुछ शारीरिक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. बाजार में ऐसी कई दवाइयां उपलब्ध हैं, जिससे भूख बढ़ने में मदद मिल सकती है. भूख न लगने पर डॉक्टर की सलाह पर ऑक्सन्ड्रोलोने व ड्रोनाबिनोल जैसी दवाओं का सेवन किया जा सकता है.
आज लेख में आप भूख बढ़ाने की दवाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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भूख बढ़ाने वाली दवाएं
भूख बढ़ाने की दवा व्यक्ति की खाना खाने की इच्छा को बढ़ा सकती हैं. इन दवाओं में ऑक्सन्ड्रोलोने व ड्रोनाबिनोल आदि शामिल हैं. आइए, भूख बढ़ाने वाली इन दवाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं -
ऑक्सन्ड्रोलोने - Oxandrolone
ऑक्सन्ड्रोलोने एक ओरल स्टेरॉयड है, जिसका प्रयोग सर्जरी, ट्रॉमा और क्रोनिक इंफेक्शन के दौरान मरीज वजन बढ़ाने के लिए करते हैं. ये सीधे तौर पर भूख को नहीं बढ़ाती, बल्कि वजन को बढ़ाने का काम करती है. इसके साइड इफेक्ट्स में मुंहासे, सेक्सुअल इच्छाओं में बदलाव आना, बालों की ग्रोथ ज्यादा होना, अनियमित पीरियड्स व मूड स्विंग आदि शामिल है.
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मेजेस्ट्रोल एसीटेट - Megestrol Acetate
मेजेस्ट्रोल एसीटेट एक प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) पर आधारित दवा है. इसका प्रयोग एचआईवी/एड्स और कैंसर के दौरान भूख बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह दवा ब्रेस्ट कैंसर और एंडोमेट्रियल कैंसर को ठीक करने में भी प्रयोग की जा सकती है. यह टेबलेट और लिक्विड दोनों फॉर्म में उपलब्ध है. इसके साइड इफेक्ट्स में पेट खराब होना व मूड बदलना आदि शामिल है.
ड्रोनाबिनोल - Dronabinol
ड्रोनाबिनोल एक कैनाबिनोइड है, जाे तंत्रिका तंत्र पर असर डालती है. ये दवा सीधा दिमाग पर असर डालती है, जिससे भूख बढ़ती है. यह कैंसर के मरीजों में भी भूख को बढ़ा सकती है. यह कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स जैसे उल्टियां आना, जी मिचलाना आदि को कम करने में भी सहायक है. इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं, जैसे चक्कर आना व मूड खराब होना.
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भूख बढ़ाने वाले सप्लीमेंट्स
इन दवाओं से अलग कुछ सप्लीमेंट्स के सेवन से भी भूख बढ़ सकती है, जो इस प्रकार हैं -
जिंक
अगर शरीर में जिंक की कमी होगी, तो भी भूख न लगना और इम्यून फंक्शन का कम काम करना जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं. इसके कारण स्वाद में बदलाव आना, हेयर लॉस होना और ठीक होने में देर लगना जैसी समस्या हो सकती है. भूख कम लगने वाली स्थिति में जिंक सप्लीमेंट फायदेमंद रहते हैं.
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विटामिन-बी1
इसे थियामिन के नाम से भी जाना जाता है. यह शारीरिक विकास के लिए जरूरी सप्लीमेंट है. इस विटामिन की कमी के कारण भूख न लगना, वजन कम होना, दुविधा में पड़े रहना और अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण देखने को मिल सकते हैं. इसलिए, भूख न लगने पर इस विटामिन के सप्लीमेंट्स का भी सेवन किया जा सकता है.
ओमेगा-3 फैटी एसिड
यह एक व्यक्ति की डाइट के हेल्दी फैट्स होते हैं. यह शरीर के लिए आवश्यक तत्व है. कुछ रिसर्च के मुताबिक ओमेगा 3 भूख को बढ़ाने में सहायक हैं. फिश ऑयल को ओमेगा 3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत माना गया है. अगर शाकाहारी हैं, तो अलसी के बीजों को खाया जा सकता है.
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सारांश
भूख कम होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कुछ दवा या सप्लीमेंट का सेवन खाने की इच्छा को बढ़ाने में सहायक है. ड्रोनाबिनोल दवा या ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन भूख बढ़ाने के लिए किया जा सकता है. ध्यान रहे कि किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
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अस्वीकरण: ये लेख केवल जानकारी के लिए है. myUpchar किसी भी विशिष्ट दवा या इलाज की सलाह नहीं देता है. उचित इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें.
भूख लगने की दवाएं व सप्लीमेंट्स के डॉक्टर

Dr. Bhushan Borde
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