गर्भधारण के लिए जिस तरह एक महिला के शरीर में हेल्दी एग होना चाहिए, उसी तरह अंडाणु को निषेचित करने के लिए पुरुषों के वीर्य में स्पर्म काउंट भी सही मात्रा में होना जरूरी है. अगर किसी कारण से पुरुषों का स्पर्म काउंट कम है, तो महिला के गर्भधारण की आशंका कम हो जाती है. इसलिए जब आप पिता बनना चाहते हैं, तो अपने स्पर्म को हेल्दी बनाएं. ताकि आपको किसी तरह की परेशानी न आए. अब सवाल यह है कि गर्भधारण के लिए स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए?
फर्टिलिटी बूस्टर टेबलेट को ऑनलाइन खरीदने के लिए आप यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.
इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी के लिए कितने शुक्राणु की जरूरती होती है -
- गर्भधारण के लिए कितनी होनी चाहिए शुक्राणु की संख्या? - Sperm count and concentration for pregnancy in Hindi
- शुक्राणु कितने दिनों तक रहते हैं जीवित - How long do sperm live in HIndi?
- क्या बुजुर्ग पुरुषों में नहीं बनते हैं स्पर्म? - Are sperm not formed in elderly men in Hindi?
- स्पर्म संख्या कैसे बढ़ाएं? - How to improve sperm count in Hindi?
- सारांश
गर्भधारण के लिए कितनी होनी चाहिए शुक्राणु की संख्या? - Sperm count and concentration for pregnancy in Hindi
जब पुरुष इजैक्युलेट करता है, तब लगभग 100 मिलियन शुक्राणु रिलीज करता है. लेकिन महिला के अंडाणु को निषेचित करने के केवल एक ही शुक्राणु की आवश्यकता होती है. यानि महिला के अंडाणु तक पहुंचने के सफर में लाखों शुक्राणु मर जाते हैं.
फिर भी सवाल यह रह जाता है कि फिर प्रेग्नेंट होने के लिए ज्यादा स्पर्म की क्यों है जरूरत? तो आपको बता दें कि एक स्वस्थ पुरुष के सीमन में 15 मिलियन से 200 मिलियन स्पर्म प्रति मिलिलीटर (2 टीस्पून) होना चाहिए. प्रत्येक इजैक्युलेट में लगभग 2-6 मिलीलीटर या आधे से 1 चम्मच सीमन होना चाहिए. अगर किसी पुरुष का इजैक्युलेट के दौरान स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति मिलिलीटर या कुल स्पर्म 39 मिलियन से कम होता है, तो यह लो स्पर्म काउंट माना जाता है. कुछ पुरुषों के वीर्य में शून्य शुक्राणु होते हैं. इस स्थिति को एज़ूस्पर्मिया कहा जाता है.
अगर इजैक्युलेट में शुक्राणु कम होते हैं, तो महिला के गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है. पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने से महिलाओं का गर्भधारण करना अधिक कठिन हो जाता है. हालांकि, कुछ मामलों में महिलाएं स्पर्म काउंट कम होने का बावजूद भी गर्भवती हो सकती हैं.
(और पढ़ें - शुक्राणु की कमी का इलाज)
शुक्राणु कितने दिनों तक रहते हैं जीवित - How long do sperm live in HIndi?
शुक्राणु कितने समय तक जीवित रह सकते हैं, इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि शुक्राणु कहां पर स्थित हैं, जैसे -
- अगर शुक्राणु एक सूखे स्थान पर जैसे कपड़ा, बिस्तर, फर्श पर मौजूद है, तो वीर्य के सूखने पर शुक्राणु मर जाते हैं.
- अगर शुक्राणु पानी और गर्म स्थान पर मौजूद हैं जैसे- गर्म स्थान, गर्म बाथटब में शुक्राणु लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं. क्योंकि शुक्राणु गर्म और गीले स्थानों पर पनपते हैं.
- अगर शुक्राणु किसी महिला के शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो वह कम से कम 5 दिनों तक जीवित रह सकता है. यानि अगर आप अपने के ओव्यूलेट होने से कुछ दिन पहले सेक्स किया है, तो उनके गर्भवती होने की संभावना हो सकती है.
शुक्राणुओं की कमी का आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.
क्या बुजुर्ग पुरुषों में नहीं बनते हैं स्पर्म? - Are sperm not formed in elderly men in Hindi?
पुरुष जीवनभर फर्टाइल रह सकते हैं. हालांकि, जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ती है. वैसे-वैसे उनके वीर्य में शुक्राणु की संख्या कम होती सकती है. लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि एक बुजुर्ग पुरुष भी बच्चा कर सकता है.
ध्यान रखें कि खराब लाइफस्टाइल अपनाने से स्पर्म काउंट पर इसका विपरीत असर पड़ सकता है. इसलिए अगर आप अपने स्पर्म काउंट को बेहतर करना चाहते हैं, तो हेल्दी लाइफस्टाइल का चुनाव करें. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें. खाने में हेल्दी चीजों को शामिल करें. साथ ही तनावमुक्त जीवन को अपनाएं.
(और पढ़ें - शुक्राणु बढ़ाने के घरेलू उपाय)
स्पर्म संख्या कैसे बढ़ाएं? - How to improve sperm count in Hindi?
यह कुछ टिप्स हैं जो आप स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए अपना सकते हैं -
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें.
- विटामिन सी युक्त आहार का सेवन करें.
- शराब और सिगरेट से दूर रहें.
- तनावमुक्त जीवन जीने की कोशिश करें.
- विटामिन डी भरपूर रूप से लें.
- अपने आहार में अश्वगंधा को करें शामिल
- मैका रूट का करें सेवन.
- अपने वजन को कंट्रोल करें.
- खाने में भरपूर फलो और सब्जियों को करें शामिल
- जंकफूड से परहेज करें.
कामेच्छा में कमी का आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.
सारांश
जब सीमेन में स्पर्म की संख्या कम होती है, तो इस स्थिति को लो स्पर्म काउंट कहा जाता है. लो स्पर्म काउंट के चलते महिला के लिए गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए, अगर कोई पुरुष इस तरह की परेशानी का सामना कर रहा है, तो उस अपना उचित इलाज करवाना चाहिए. साथ ही नियमित रूप से योग, मेडिटेशन व एक्सरसाइज करने से भी फायदा होता है.
शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.
गर्भ ठहरने के लिए स्पर्म कितना होना चाहिए? के डॉक्टर

Dr. Purushottam Sah
पुरुष चिकित्सा
40 वर्षों का अनुभव
