आंख लाल होना एक बेहद आम समस्या है और हर व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न कभी ये समस्या होती ही है। आंख लाल होने की समस्या अधिकतर ज्यादा देर तक नहीं रहती और न ही खतरनाक होती है, ये बस आपको परेशान करती है। हालांकि, कुछ मामलों में ये किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकती है। आंखें लाल तब होती हैं जब आंखों की सतह पर मौजूद छोटी-छोटी रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं। इसके कारण आंख में कोई बाहरी वस्तु जाना, आंख पर चोट लगना या इन्फेक्शन अदि हो सकते हैं।
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आंख की लाली आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाती है। इसके लिए आप कुछ प्राथमिक उपचार कर सकते हैं। आंखें लाल होने की समस्या के लिए मेडिकल स्टोर पर भी कुछ ड्रॉप्स मिलती हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, इलाज के लिए पहले इसका कारण जानना महत्वपूर्ण होता है ताकि समस्या को सही तरीके से ठीक किया जा सके।
इस लेख में क्या आंख लाल होना गंभीर समस्या होती है, आंख लाल होने पर क्या करना चाहिए और इस समस्या के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।
- क्या आंख लाल होना गंभीर होता है - Kya ankhe lal hona gambhir samasya hai
- आंख लाल हो तो क्या करें - Aankh lal ho jaye to kya karna chahiye
- आंख लाल होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए - Ankh laal ho to doctor ke pas kab jaye
क्या आंख लाल होना गंभीर होता है - Kya ankhe lal hona gambhir samasya hai
अधिकतर लोगों में आंख लाल होना बिना किसी गंभीर कारण के होता है। इसके कुछ सामान्य या जीवनशैली से सम्बंधित कारण हो सकते हैं या कुछ मामलों में ये किसी गंभीर कारण की वजह से भी हो सकता है।
आंखें लाल तब होती हैं जब आंख की सतह में मौजूद छोटी-छोटी रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं और उनमें खून जमने लगता है। ऐसा कॉर्निया या आंखों को कवर करने वाले ऊतकों में पर्याप्त ऑक्सीजन न पहुंच पाने के कारण होता है।
आमतौर पर सिगरेट पीने, थकान, अधिक समय के लिए कांटेक्ट लेंस पहनने, प्रदूषण, आंख आना, धूल-मिट्टी, नींद पूरी न होने, आंखों का सूखापन, कुछ पर्यावरणीय कारकों और डिजिटल उपकरणों के अधिक उपयोग के कारण आँखें लाल होती हैं।
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आंखें लाल होने की स्थिति यूवाइटिस, आंखों के संक्रमण, ग्लूकोमा और कॉर्निया में अलसर जैसी कुछ गंभीर समस्याओं के कारण भी हो सकती है।
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आंख लाल हो तो क्या करें - Aankh lal ho jaye to kya karna chahiye
आंखें लाल होने पर किया जाने वाला इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। वैसे तो आंखों की लाली अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन समस्या से आराम के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं -
- अगर अापने कांटेक्ट लेंस पहने हैं, तो जल्द से जल्द उन्हें उतार दें।
- आंखों को हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धो लें।
- अगर आंखों की लाली एलर्जी या पर्यावरणीय कारकों के कारण है, तो आप मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली एंटीहिस्टामिन दवाएं ले सकते हैं। (और पढ़ें - एलर्जी होने पर क्या होता है)
- आंखों को आराम से पानी से धोएं।
- अगर आंखों की लाली सूखेपन के कारण है, तो आंखों पर गर्म सिकाई की जा सकती है। इसके लिए एक तौलिये को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें और इसे थोड़े समय के लिए अपनी आँखों पर रखें। इससे आँखों का सूखापन दूर होगा।
- पर्याप्त नींद लें और स्वास्थ्य आहार खाएं। (और पढ़ें - नींद न आने के कारण)
- अपनी आंखों को मले नहीं। ऐसा करने से परेशानी बढ़ सकती है।
- अगर आपको गर्म सिकाई से राहत नहीं मिलती है, तो आप ठंडी सिकाई का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके लिए एक तौलिये को ठन्डे पानी में भिगोकर निचोड़ लें और कुछ समय के लिए आंखों पर रखें। इससे सूजन और खुजली से भी राहत मिलेगी। (और पढ़ें - सूजन कम करने के घरेलू उपाय)
- अगर आपके नाखून बड़े हैं, तो उन्हें काट लें क्योंकि अगर आपके नाखून आंख में लगते हैं, तो उनमें मौजूद गंद या कचरा आपकी आँखों में जा सकता है और समस्या को बढ़ा सकता है। इससे आपके कॉर्निया में खरोंच भी आ सकती है। (और पढ़ें - नाखून खाने की आदत से कैसे होता ही सेहत को नुक्सान)
- आंखों में लाली के लिए मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- पालतू जानवरों, पराग और ऐसी कोई भी चीज से दूर रहने का प्रयास करें, जिससे आंखों में लाली हो सकती है।
आंख लाल होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए - Ankh laal ho to doctor ke pas kab jaye
हर बार आंख लाल होने पर आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है, हालांकि अगर आंखें लाल होने के साथ आप निम्नलिखित लक्षण भी अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं -
- धुंधला दिखना।
- आँख से कीचड़ आना। (और पढ़ें - आंखों से पानी आने के कारण)
- आंखों में सूखापन महसूस होना। (और पढ़ें - आँखों के सूखेपन के घरेलू उपाय)
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
- आंख में दर्द होना। (और पढ़ें - आँखों में दर्द का घरेलू इलाज)
- दोहरा दिखना।
- आंख में खुजली होना।
- सिरदर्द होना। (और पढ़ें - सिर दर्द से छुटकारा पाने के उपाय)
- देखने में दिक्कत होना।
- मतली होना। (और पढ़ें - मतली रोकने के घरेलू उपाय)
- आंखों में दबाव महसूस होना। (और पढ़ें - आंख में फुंसी के कारण)
- आँखों से हरे या पीले रंग का रिसाव होना।
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इन लक्षणों के लिए आपको डॉक्टर से चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है।
नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।