श्वसन क्षारमयता का उपचार उसके कारण पर निर्भर करता है। जैसे -
- घबराहट और चिंता के कारण हो तो
अगर घबराहट और चिंता के कारण जोर से सांस चल रही है तो श्वसन क्षारमयता के लिए ये उपाय किया जा सकता है - एक पेपर बैग में सांस लें ,पेपर बैग में सांस छोड़ते हुए कार्बन डाइऑक्साइड भरें ,बैग से छोड़ी गई हवा को वापस फेफड़ों में डालें ,इसे कई बार दोहराएं, ऐसा कई बार करने से शरीर को आवश्यक कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर वापस मिल सकता है।
श्वसन क्षारमयता के लक्षण अक्सर तेज और गहरी सांस लेने का कारण बनता है, जिससे स्थिति और खराब हो जाती है। ऐसे में अपने आप को शांत रखने की कोशिश करें।
- फेफड़ों में सीमित ऑक्सीजन भरकर
इसमे कोशिश करे कि आप एक एक नासिका से सांस लें और मुंह और दूसरे नथुने को ढंक लें।
अगर ऊंचे स्थान में रहने के कारण ये लक्षण आते हैं तो, तो व्यक्ति को कम ऊँचाई में आना चाहिए ।
सांस का अभ्यास करें से इसको नियंत्रित किया जा सकता है।
यदि श्वसन क्षारमयता की स्थिति गंभीरता है, तो चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है। उपचार का विकल्प रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड स्तर को बढ़ाना हो सकता है, जिससे रक्त का pH स्तर संतुलित हो।
अगर किसी को इस तरह की समस्या है तो नियमित मॉनिटरिंग करें, विशेषकर यदि आपके गंभीर श्वसन समस्याएँ हैं।
श्वसन क्षारमयता को ठीक करने के तरीके बहुत आसान हैं ,जो लोग अक्सर चिंता के कारण अधिक सांस लेते हैं , वे घर पर इन तरीकों का उपयोग कर सकते हैं। फिर भी सावधानी कि दृष्टि से किसी को अगर पहली बार तेज सांस आ रही है तो तुरंत अस्पताल जाना चाहिए क्यूँकि अत्यधिक सांस लेने के लक्षण अन्य गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के लक्षणों के समान ही होते हैं।
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