रैब्डोमायोलिसिस गंभीर प्रकार का सिंड्रोम है जोकि मांसपेशियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लगी चोट के कारण होता है। मसल फाइबर के मृत हो जाने और उससे निकलने वाले प्रोटीन के रक्तप्रवाह में पहुंच जाने के परिणामस्वरूप यह समस्या होती है। रैब्डोमायोलिसिस मुख्य रूप से कंकाल की मांसपेशी के ब्रेकडाउन हो जाने के कारण होने वाली स्थिति है। मांसपेशियों के ब्रेकडाउन के कारण रक्तप्रवाह में मायोग्लोबिन का प्रवाह होने लगता है। मायोग्लोबिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो मांसपेशियों में ऑक्सीजन को संग्रहित करता है। यदि रक्त में मायोग्लोबिन की मात्रा बहुत अधिक हो जाए तो यह किडनी को क्षति पहुंचा सकती है। कुछ दुर्लभ मामलों में रैब्डोमायोलिसिस की स्थिति जानलेवा भी हो सकती है।
आंकड़ों पर गौर करें तो संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्येक वर्ष रैब्डोमायोलिसिस के लगभग 26,000 मामले सामने आते हैं। रैब्डोमायोलिसिस के अधिकांश रोगियों को नसों के माध्यम से तरल पदार्थ देने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा जिन लोगों को किडनी की गंभीर समस्या हो जाती है, उनमें डायलिसिस या हेमोफिल्ट्रेशन जैसे उपचार माध्यमों की आवश्यकता होती है।
इस लेख में हम रैब्डोमायोलिसिस के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।