सांप जमीन, समुद्र, रेगिस्तान और जंगल जैसी जगहों पर पाए जाने वाले रेंगने वाले जंतु होते हैं। सांपों को बुरा माना जाता है, लेकिन सच तो ये है कि यह मनुष्यों से डरते हैं और बिना उकसाव या बिना किसी कारण उन्हें नहीं काटते।
सांप अधिकतर अपना शिकार पकड़ने के लिए या खुद को बचाने के लिए ही डसते हैं। जहरीले सांप काटने पर अपनी इच्छा से जहर छोड़ते हैं क्योंकि वे अपनी जहर छोड़ने की क्षमता और मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। 50 से 70 प्रतिशत मामलों में सांप काटने पर अपना जहर छोड़ता है जबकि अन्य मामलों में ऐसा नहीं होता।
सांप के काटने के बाद चिकित्स्कीय इलाज लेना आवश्यक है, लेकिन मदद मिलने से पहले आप पीड़ित व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा दे सकते हैं। अगर सांप डसने का इलाज सही समय पर हो तो पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने में कम समय लगता है।
इस लेख में सांप के काटने का पता कैसे लगाएं और सांप के काटने पर क्या करना चाहिए व क्या नहीं के बारे में बताया गया है।
- कैसे पता लगाएं कि सांप ने काटा है - Sanp katne ka pta kaise lagaye
- सांप के काटने पर क्या करना चाहिए - Saap ke katne ke baad kya kare
- सांप काटने पर क्या न करें - Saap ke katne ke baad kya nahi karna chahiye
कैसे पता लगाएं कि सांप ने काटा है - Sanp katne ka pta kaise lagaye
सांप के काटने के बाद होने वाली समस्याएं सांप के प्रकार पर निर्भर करती हैं, लेकिन इसके निम्नलिखित संकेत आमतौर पर हर मामले में देखे जाते हैं -
- काटने की जगह पर तेज दर्द।
- खून के थक्के बनना और रक्तस्त्राव।
- चेहरे या हाथ पैर सुन्न होना।
- काटने की जगह पर दो घाव के निशान, अन्य दांतों के निशान भी उपस्थित हो सकते हैं।
- लो ब्लड प्रेशर और सदमा लगना।
- मुंह में अधिक लार बनना।
- मतली और उल्टी। (और पढ़ें - उल्टी रोकने के घरेलू उपाय)
- काटने की जगह पर लाली, सूजन और त्वचा व ऊतकों को नुक्सान।
- सांस लेने में दिक्कत और कुछ दुर्लभ मामलों में बिलकुल सांस न ले पाना।
- धुंधला दिखना।
- बहुत अधिक पसीना आना। (और पढ़ें - ज्यादा पसीना आना रोकने के घरेलू उपाय)
सांप के काटने पर क्या करना चाहिए - Saap ke katne ke baad kya kare
सांप के काटने के बाद पीड़ित व्यक्ति को तुरंत अस्पताल या डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए, लेकिन मदद मिलने तक पीड़ित व्यक्ति को फर्स्ट ऐड देने से उसकी स्थिति और बिगड़ने से बच सकती है। अगर व्यक्ति को आपके सामने किसी सांप ने काटा है, तो सांप को सही से देख लें ताकि आप डॉक्टर को सांप के प्रकार के बारे में बता सकें।
सांप के काटने पर निम्नलिखित तरीके से प्राथमिक उपचार दिया जाता है -
- व्यक्ति को सांप से दूर ले जाएं।
- पीड़ित व्यक्ति को लिटा दें और घाव को दिल के स्तर से नीचे रखें।
- व्यक्ति को शांत रखें और हिलने-डुलने न दें, ऐसा न करने से जहर जल्दी फैलता है।
- घाव को एक पट्टी से ढीली तरह बांधें।
- अगर घाव वाले क्षेत्र में कोई ज्वेलरी है, तो उसे उतार दें।
- अगर सांप ने पैर या पंजे में काटा है, तो व्यक्ति के जूते उतार दें।
- घाव को पानी और साबुन से धोएं।
सांप काटने पर क्या न करें - Saap ke katne ke baad kya nahi karna chahiye
सांप क काटने के बाद पीड़ित व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा देते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए -
- सांप को उठाने या पकड़ने की कोशिश न करें।
- घाव पर बर्फ न लगाएं।
- घाव को पानी में डुबाएं नहीं।
- दबाव बनाकर शरीर में खून का प्रवाह रोकने की कोशिश न करें।
- सांप के काटने के बाद लक्षण होने का इंतजार न करें, पीड़ित व्यक्ति को तुरंत फर्स्ट ऐड दें और अस्पताल ले जाएं।
- घाव को चाक़ू से काटने की कोशिश न करें।
- दर्द कम करने के लिए शराब न पिएं।
- कैफीन वाले पेय पदार्थ न लें।
- जहर को निकालने के लिए पम्प वाले उपकरणों का इस्तेमाल न करें। इन उपकरणों का उपयोग पहले किया जाता था, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह ठीक करने की जगह व्यक्ति की हालत और बिगाड़ देते हैं।
नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।