हृदय रोग से ग्रस्त लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसमें एरिथमिया भी शामिल है. जब किसी व्यक्ति की दिल की धड़कन सही नहीं चल रही होती है, तो उसे एरिथमिया हो सकता है. एरिथमिया के विभिन्न प्रकार के होते हैं और सभी के अलग-अलग नाम होते हैं. एरिथमिया के नाम समस्या के कारण पर निर्भर करते हैं. इसी तरह सुप्रावेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया को भी एरिथमिया एक प्रकार माना गया है. इसे एसवीटी के रूप में भी जाना जाता है. यह समस्या हृदय के ऊपरी चैंबर को प्रभावित करती है. इसमें दिल की धड़कन बहुत तेज हो जाती है. आराम करते समय भी व्यक्ति की एक मिनट में 100 से अधिक हार्ट बीट हो सकती है.
आज इस लेख में आप सुप्रवेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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