विटामिन के जरूरी विटामिन है, जो विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं, मुख्य रूप से खून के थक्के जमने और हड्डियों के मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस जरूरी पोषक तत्व को 2 मुख्य रूपों में विभाजित किया गया है - K1 (फाइलोक्विनोन), जो प्रमुख रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है और K2 (मेनाक्विनोन), जो फर्मेंटेड फूड्स और पशु उत्पादों में मौजूद होता है. शरीर में विटामिन के की कमी के मामले दुर्लभ होते हैं, लेकिन अगर कोई इस समस्या से ग्रस्त है, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं. शरीर में इसकी कमी होने से ब्लीडिंग, हड्डियों का खराब विकास, ऑस्टियोपोरोसिस और हृदय रोग सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
आज इस लेख में हम विटामिन के की कमी से होने वाले रोगों के बारे में ही चर्चा करेंगे -
(और पढ़ें - विटामिन बी12 के फायदे)
विटामिन के की कमी से होने वाली समस्याएं?
शरीर में खून के थक्के जमने और हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विटामिन के जरूरी है. शरीर में विटामिन के की कमी होने से कई प्रकार के विकार हो सकते हैं -
मल्टी विटामिन विद प्रोबायोटिक्स कैप्सूल का उपयोग आप इम्यूनिटी बढ़ाने , पोषण प्रदान करने , गट हेल्थ को अच्छा बनाने के लिए और कमजोरी को खत्म करने के लिए कर सकते हैं।
रक्तस्राव
विटामिन के की कमी के सबसे प्रमुख विकारों में से एक अधिक रक्तस्राव होना है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि विटामिन के थक्के बनाने वाले कारकों यानी प्रोटीन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, जो रक्तस्राव को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. विटामिन के की कमी वाले व्यक्तियों को मामूली चोट या फिर बिना किसी कारण के भी रक्तस्राव का सामना करना पड़ सकता है. यहां तक कि अगर इसका तुरंत इलाज न किया जाए, तो यह समस्या जानलेवा साबित हो सकती है.
(और पढ़ें - विटामिन ई के फायदे)
हड्डियों का खराब विकास
विटामिन के हड्डियों के मेटाबॉलिज्म से संबंधित है, जो हड्डियों और टिश्यू के भीतर कैल्शियम के नियमन को प्रभावित करता है. विटामिन के की कमी के परिणामस्वरूप हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है. यह विशेष रूप से बढ़ते बच्चों में चिंताजनक है.
(और पढ़ें - विटामिन बी1 के फायदे)
ऑस्टियोपोरोसिस
विटामिन के की कमी ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम से जुड़ी हुई है. यह ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियों का घनत्व और ताकत धीरे-धीरे कम होने लगती है. ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त व्यक्ति को हल्की-सी चोट या झटके से फ्रैक्चर हो सकता है और उसका लाइफस्टाइल प्रभावित हो सकता है. इसलिए, हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने के लिए विटामिन के पर्याप्त मात्रा में सेवन करना जरूरी है.
(और पढ़ें - विटामिन डी 3 के लाभ)
हृदय संबंधी रोग
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर उपलब्ध शोध के अनुसार, विटामिन के की कमी और हृदय रोग के बीच गहरा संबंध है. असल में विटामिन के रक्त वाहिकाओं में कैल्शियम के नियमन में मदद करता है, जिससे आर्टरी कैल्सीफिकेशन को बनने से रोका जा सकता है. शरीर में विटामिन के की कमी से एथेरोस्क्लेरोसिस सहित अन्य हृदय रोग हो सकते हैं.
(और पढ़ें - विटामिन बी2 के फायदे)
सारांश
समग्र स्वास्थ्य के लिए शरीर में विटामिन के का पर्याप्त स्तर बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि इसकी कमी से कई दूरगामी परिणाम देखने को मिल सकते हैं. अगर शरीर में इसकी कमी हाे जाए, तो रक्तस्राव से लेकर हड्डियों के स्वास्थ्य में कमी और संभावित हृदय संबंधी समस्याओं तक का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए, आहार में विटामिन के से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना अनिवार्य है. साथ ही जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेना भी जरूरी है. मरीज की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर विटामिन के सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैं.
(और पढ़ें - विटामिन ए के फायदे)
विटामिन के की कमी से होने वाले रोग के डॉक्टर

Dr. Narayanan N K
एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
16 वर्षों का अनुभव

Dr. Tanmay Bharani
एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
15 वर्षों का अनुभव

Dr. Sunil Kumar Mishra
एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
23 वर्षों का अनुभव
