बरमूडा घास (Bermuda grass) भारत में पवित्र पौधा मानी जाती है इसे हिंदी में दूर्वा घास या दूब के रूप में जाना जाता है। यह हिंदुओं के लिए धार्मिक है क्योंकि इससे भगवान गणेश की पूजा की जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि दूब घास 'अमृत' की उत्पत्ति हैं। जब राक्षसों और देवताओं के बीच समुद्र मंथन हुआ; तब एक बर्तन से अमृत का निर्माण किया गया था जिसमें से कुछ बूंदें पृथ्वी पर भी गिर गईं थीं जिससे दूब घास की उत्पत्ति हुई। धार्मिक समारोहों जैसे पूजा, शादियों आदि में दूब घास का इस्तेमाल किया जाता है।
इस पौधे का वैज्ञानिक नाम- साइनोडान डेक्टीलान (cynodon dactylon) है। इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक पारंपरिक जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया गया है। स्वास्थ्य से संबंधित गुणों के कारण इस घास ने काफ़ी लोकप्रियता पाई है। दुर्वा घास कैल्शियम, फास्फोरस, फाइबर, पोटेशियम और प्रोटीन से समृद्ध है जो स्वास्थ्य लाभों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं। तो आइये जानते है इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में -