हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां टीवी, संगीत और स्मार्टफोन का बोलबाला है। अक्सर आपने बसों, मेट्रो आदि में देखा होगा कि हर कोई हाथ में मोबाइल लेकर बातें करने, व्हाट्सप्प करने और म्यूजिक सुनने में व्यस्त होता है। जब हम अकेले होते हैं तो हम अपनी बोरियत को दूर करने के लिए फोन, टेक्स्ट या ई-मेल का सहारा लेते हहैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, चुप रहने से हमारा दिमाग अधिक तेज काम करने लगता है जिससे हम ठीक समय पर सही निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। लेकिन आप कितनी बार बैठकर एकांत का आनंद लेते हैं?

कुछ देर के लिए मौन और एकांत हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। तो आइये जानते हैं कि चुप रहने से क्या फायदे मिलते हैं -

  1. मेमोरी के लिए चुप रहने के फायदे - Chup Rahne ke Fayde for Memory in Hindi
  2. दिमाग तेज करने के लिए चुप रहने के फायदे - Silence Good for the Brain in Hindi
  3. तनाव कम करने के लिए चुप रहने के फायदे - Silence Reduces Stress in Hindi
  4. अच्छी नींद के लिए चुप रहने के फायदे - Silence for Sleeping in Hindi
  5. स्वस्थ हृदय के लिए चुप रहने के फायदे - Silence for Heart in Hindi
  6. सारांश

अकेले पार्क में टहलने से हिप्पोकैम्पस (मानव के मस्तिष्क का एक प्रमुख घटक जो मेमोरी से जुड़ा हुआ है) में मस्तिष्क की वृद्धि हो सकती है जिससे मेमोरी अच्छी हो सकती है। नेशनल एकेडमी ऑफ साईंसिस की कार्यवाही में प्रकाशित 2011 के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन वयस्कों ने एक साल के लिए सप्ताह में तीन बार 40 मिनट के लिए अकेले वॉक की, उनके हिप्पोकैम्पस में मस्तिष्क की वृद्धि हुई थी। खुद को प्रकृति में डुबो देना मस्तिष्क की ध्यान केंद्रित करने और बेहतर स्मृति में मदद करता है।

चुप बैठने से नए कोशिकाओं का निर्माण करके दिमाग की वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। जर्नल में मस्तिष्क स्ट्रक्चर एंड फंक्शन में प्रकाशित एक 2013 का अध्ययन कम से कम दो घंटे की चुप्पी में पाया गया है कि इससे हिप्पोकैम्पस क्षेत्र में नए कोशिकाएं पैदा हो सकती हैं। यह आवश्यक है क्योंकि हिप्पोकैम्पस हमारे सीखने की क्षमता, चीजों को याद रखने और हमारी भावनाओं से भी जुड़ा हुआ है।

अगर आप तनावग्रस्त हैं तो दो मिनट का विराम शांति, विश्राम और आंतरिक शांति प्रदान करेगा। अधिक प्रभाव के लिए, पांच मिनट तक चुप रहने की कोशिश करें। अक्सर, लोग सुखदायक संगीत सुनकर आराम करते हैं, जैसे जैज़ या शास्त्रीय संगीत। वास्तव में संगीत की बजाये खामोशी का अधिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए, अगली बार जब आप तनाव महसूस कर रहे हैं, तो एक शांत कमरा खोजें। चुप्पी के कुछ मिनट का चमत्कार देखें। हार्ट में 2006 के एक अध्ययन में पाया है कि मौन मस्तिष्क और शरीर में से सिर्फ दो मिनट में तनाव को रिलीज़ कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि यह संगीत को सुनने के मुकाबले अधिक आरामदायक था।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Manamrit Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Brahmi Tablets
₹896  ₹999  10% छूट
खरीदें

एक दिन में कुछ मिनट के लिए चुप रहने से नींद को बढ़ाया जा सकता है। 2015 की एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन वृद्ध वयस्कों को नींद में परेशानी जैसे अनिद्रा, थकान और अवसाद था, उनके द्वारा एक दिन में कुछ देर के लिए चुप रहने से उनकी नींद बेहतर हुई थी। माइंडफुलनेस मेडिटेशन में सांस पर ध्यान केंद्रित करना होता है और फिर अतीत या भविष्य के बारे में सोचने के बिना हमारे दिमाग का ध्यान वर्तमान में रहता है।

(और पढ़ें – थकान दूर करने के घरेलू उपाय)

साइलेंस दिल के लिए बहुत ही अच्छा होता है। दो मिनट का विराम आपके रक्तचाप और हृदय की दर को कम कर सकता है, जो दोनों हृदय रोग के लिए जोखिम वाले कारक हैं। यहां तक कि आपके रक्त परिसंचरण में सुधार होगा।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Hridyas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
BP Tablet
₹691  ₹999  30% छूट
खरीदें

चुप रहने के कई फायदे हैं जो मानसिक, शारीरिक और सामाजिक जीवन को संतुलित रखने में मदद करते हैं। चुप्पी मानसिक शांति प्रदान करती है और आत्मचिंतन का अवसर देती है, जिससे व्यक्ति बेहतर निर्णय ले सकता है। यह अनावश्यक तर्क-वितर्क से बचने में सहायक होती है और रिश्तों को मजबूत बनाती है। चुप रहने से ऊर्जा की बचत होती है और आत्म-नियंत्रण विकसित होता है। यह तनाव और गुस्से को नियंत्रित करने में मदद करता है, साथ ही दूसरों की बात को बेहतर तरीके से समझने और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार को बढ़ावा देता है। चुप्पी कभी-कभी शब्दों से अधिक प्रभावी होती है और व्यक्तित्व में गहराई जोड़ती है।

ऐप पर पढ़ें