प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कभी-न-कभी हार्टबर्न के लक्षणों का सामना करना ही पड़ता है. अगर हार्टबर्न की समस्या सप्ताह में दो या उससे अधिक बार होती है, तो यह गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग हो सकता है. इसे एसिड रिफ्लक्स के रूप में भी जाना जाता है. एसिड रिफ्लक्स की वजह से व्यक्ति को उल्टी, मतली, चक्कर और सिरदर्द जैसे लक्षणों से गुजरना पड़ सकता है. इसके अलावा, कुछ लोग एसिड रिफ्लक्स की वजह से तनाव या चिंता का भी अनुभव कर सकते हैं. अध्ययनों में भी साबित हुआ है कि जिन लोगों को एंग्जायटी होती है, उनमें एसिड रिफ्लक्स होने की संभावना अधिक हो सकती है. वर्ष 2018 के एक अध्ययन में पता चला है कि एसिड रिफ्लक्स वाले कई लोगों को तनाव हो सकता है. वहीं, तनाव वाले लोगों में भी एसिड रिफ्लक्स के लक्षण देखने को मिल सकते हैं.
आप यहां दिए ब्लू लिंक पर क्लिक करके जान पाएंगे कि तनाव व चिंता का आयुर्वेदिक इलाज क्या है.
आज इस लेख में आप एंग्जायटी और एसिड रिफ्लक्स के बीच के संबंध के बारे में विस्तार से जानेंगे -
(और पढ़ें - जनरलाइज्ड एंग्जाइटी डिसऑर्डर का इलाज)