हाई ब्लड प्रेशर के लिए सबसे अच्छा योग है रीढ़ की हड्डी को क्षैतिज (horizontal) स्थिति में घुमाना। यह हृदय को धीमा रखता है जिसकी वजह से दिल को मस्तिष्क तक रक्त पहुंचाने में ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती।
नीचे दिए गए आसन निम्न उच्च रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करेंगे। हालांकि, ये ज़रूरी है कि आप इन योग के अभ्यास को किसी प्रशिक्षित विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करें। इसके अलावा इन योग को आराम से और मनोरंजक तरीके से करें।
बालासन - तनाव और थकान से राहत देता है। यह रक्त परिसंचरण को भी सामान्य रखता है। (और पढ़ें – थकान दूर करने के घरेलू उपाय)
वज्रासन - इस योग को दोपहर या रात के खाने के बाद भी कर सकते हैं। यह मोटापे को नियंत्रित करने में मदद करता है और निचले पेट के हिस्सों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है।
पश्चिमोत्तानासन - पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। यह एक प्रभावी तनाव रिलीवर के रूप में भी कार्य करता है और हाई बीपी को भी सामान्य रखता है।
अर्धमत्स्येन्द्रासन - दिल और तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद मिलती है।
बद्ध कोणासन - दिल को उत्तेजित करता है और पूरे शरीर में रक्त के बेहतर परिसंचरण को पहुंचाता है। यह तनाव और घबराहट से भी राहत देता है।
जानुशीर्षासन - पेट की चर्बी के लिए ये अच्छा काम करता है और वसा को कम करने में मदद करता है। वजन घटाते समय यह रक्त के दबाव को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
वीरासन - पैरों के चारों ओर रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
सेतुबंधासन - गुर्दे को मजबूत और तंत्रिका तंत्र में संतुलन बनाये रखता है। यह शरीर में रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
अर्ध हलासन - अर्ध हलासन करने से जांघों, पेट और कूल्हों में वसा कम होती है। हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है।
सुखासन - सुखासन करने से तनाव कम होता है। इससे शरीर और मन शांत रहते हैं। यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
शवासन - तनाव, अवसाद और थकान से राहत देता है। यह शरीर को आराम और अच्छी नींद देने में बहुत ही सहायक है। यह रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करता है।