हिचकी बेहद सामान्य प्रक्रिया है जो बच्चों से लेकर बूढ़ों तक किसी को भी हो सकती है। हिचकी डायाफ्राम में दबाव पड़ने के कारण आती है। डायाफ्राम वह मांसपेशियां होती हैं, जो आपके पेट से छाती को अलग करती हैं और श्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें संकुचन या दबाव पड़ने के कारण स्वरतंत्र (vocal cords) बंद हो जाता है जिससे ‘हिक’ ध्वनि की आवाज आती है।

इसके कई मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि शराब पीना, अधिक भोजन करना, अचानक उत्तेजित होना या फिर कार्बोनेटेड तरल पदार्थ पीने से भी हिचकी आने की संभावना बनती है। ज्यादातर मामलों में हिचकी अपने आप ही चली जाती है और इसे गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं होती। हालांकि कुछ दुर्लभ मामलों में हिचकी लंबे समय तक रहती है और जल्दी ठीक नहीं हो पाती है। इसके कारण आपको थकान महसूस होने लगती है और साथ ही आपका वजन भी कम हो सकता है। हिचकी के बेहद कम मामलों में ही डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ती है अन्यथा इसे घर पर ही कई घरेलू उपायों से मिनटों में रोका जा सकता है।

  1. हिचकी का घरेलू इलाज है तरल पदार्थो
  2. हिचकी दूर करने का देसी नुस्खा है सेब का सिरका
  3. हिचकी दूर भगाएं पीनट बटर से
  4. हिचकी रोकने का उपाय है आइसक्रीम
  5. हिचकी रोकने के उपाय है ठंडा पानी
  6. हिचकी दूर करें नींबू से
  7. हिचकी बंद करने का उपाय है बर्फ
  8. हिचकी से छुटकारा दिलाता है पेपर बैग
  9. हिचकी दूर भगाने का तरीका है घुटनों को छाती में सिकोड़ के बैठना
  10. हिचकी बंद होने का तरीका है तेजी से साँस छोडना

यह तो हम सभी जानते हैं कि हिचकी दूर करने का सबसे पहला और बेहतरीन उपाय पानी होता है। दरअसल पानी या कोई भी तरल पदार्थ हिचकी के दौरान पिये जाने पर गले की मांसपेशियां शांत हो जाती है, जिससे हिचकी की समस्या से भी राहत मिलती है।

इस्तेमाल का तरीका

वैसे तो पानी पीने के लिए किसी विशेष तरीके की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन हिचकी के लक्षणों से राहत पाने के लिए आपको निम्न तरीकों से पानी पीना चाहिए।

  • पानी के गिलास से लगातार 9 से 10 घूंट लें
  • साथ ही पानी पीते समय अपने कानों को बंद रखें
  • ऐसा करने के लिए गिलास से पानी किसी स्ट्रॉ की मदद से पिएं और अपनी उंगलियों की मदद से अपने कान बंद कर लें
  • ऐसा करने से आपकी वेगस नर्व (गले में मौजूद तंत्रिका) पर दबाव पड़ता है और परिणामस्वरूप आप बिना हिचकी आए पानी पी सकते हैं।

कब इस्तेमाल करें

इस प्रक्रिया को हिचकी आने पर सबसे पहले इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

सेब का सिरका हिचकी रोकने का एक बेहतरीन घरेलू उपाय है लेकिन इसका सेवन बहुत ही ध्यानपूर्वक करना पड़ता है, क्योंकि यह अत्यंत खट्टा होता है। इसका खट्टापन टेस्ट बड्स (स्वाद कलिकाओं) को उत्तेजित कर देता है जिससे गले के अंदर की मांसपेशियों का खिंचाव कम हो जाता है और परिणामस्वरूप हिचकी रुक जाती हैं।

आवश्यक सामग्री

इस्तेमाल का तरीका

  • 1 चम्मच सेब के सिरके को अपनी जीभ पर रखें
  • अब इसे जल्द ही निगल जाएं

इसके अलावा आप चाहें तो सिरके की जगह अचार का भी इस्तेमाल कर सकते हैं

कब इस्तेमाल करें

अगर किसी भी उपाय से आपकी हिचकी दूर नहीं होती तो इस उपाय को अपनाने की सलाह दी जाती है।

जैसा कि आपको पता है कि पीनट बटर खाने में काफी चिपचिपा होता है और उसे जीभ से उतारने व निगलने में काफी मेहनत भी लगती है। यदि आपको हिचकी आ रही है, तो एक चम्मच पीनट बटर खाएं ऐसे में आपका ध्यान और मुंह की काफी मांसपेशियां उसे निगलने में लग जाएंगी और परिणामस्वरूप हिचकी कम हो जाएगी।

आवश्यक सामग्री

  • 1 बड़ा चम्मच पीनट बटर

इस्तेमाल का तरीका

इसके लिए किसी विशेष विधि की आवश्यकता नहीं होती है, आप सामान्य रूप से चम्मच से इसे खा सकते हैं।

कब इस्तेमाल करें

एक बार में एक ही चम्मच खाएं अगर आपको हिचकी फिर से आने लगी हैं, तो दस मिनट बाद आप यह प्रक्रिया फिर से दोहरा सकते हैं।

आइसक्रीम की एक चम्मच भी आपकी हिचकी को दूर भगाने का काम कर सकती है। आइसक्रीम से मिलने वाली ठंडक से आपको एकदम चैन मिलता है जिससे गले की मांसपेशियां और प्रभावित डायाफ्राम का हिस्सा शिथिल हो जाता है और आप हिचकी की समस्या भूल जाते हैं।

इस्तेमाल का तरीका

आइसक्रीम को खाने के लिए किसी विशेष तरीके की जरूरत नहीं है, आप सामान्य तरीके से आइसक्रीम खा सकते हैं। हालांकि बेहतर परिणाम के लिए कोशिश करें कि आइस्क्रीम को खाते ही निगलें नहीं उसे कुछ देर तक मुंह को ठंडा करने दें।

कब इस्तेमाल करें

हिचकी होने पर इस उपाय को कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

नोट: अगर आपको डायबिटीज (मधुमेह) ग्रस्त है, तो आपको यह उपाय नहीं अपनाना चाहिए।

डायबिटीज से बचने के लिए myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे।और अपने जीवन को स्वस्थ बनाये।

ठंडे पानी से गरारे करना भी हिचकी के लिए एक कारगर उपाय हो सकता है, आइसक्रीम की तरह ठंडा पानी भी प्रभावित गले की मांसपेशियों को शांत कर देता है और डायाफ्राम में आई अकड़न कम हो जाती है।  

इस्तेमाल का तरीका

  • ठंडे पानी से 30 सेकंड तक गरारे करें
  • इसके बाद एक गिलास ठंडा पानी पिएं 
  • जरूरत पड़ने पर इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं 

कब इस्तेमाल करें

इस उपाय को हिचकी आने के तुरंत बाद इस्तेमाल किया जा सकता है।

नींबू चूसना भी हिचकी को दूर भगाने का एक अच्छा उपाय है। एक अध्ययन के अनुसार नींबू 88% तक हिचकी दूर करने की क्षमता रखता है।

आवश्यक सामग्री

  • 1 नींबू
  • ¼ चम्मच नमक

इस्तेमाल का तरीका

  • नींबू को दो टुकड़ों में काट लें
  • कटे हुए एक हिस्से पर थोड़ा सा नमक लगा लें
  • अब नींबू के उस हिस्से को अपने मुंह में रख कर उसे थोड़ी देर के लिए चूसें
  • अपने दांतो को नींबू के सिट्रिक एसिड से बचाने के लिए बाद में मुंह को पानी से धो लें

कब इस्तेमाल करें

जब भी आपको हिचकी की समस्या हो तो आप इस उपाय को कर सकते हैं, हालांकि दिन में दो से अधिक बार ना करें ऐसा करने से दांतों की सुरक्षात्मक परत (Enamel) प्रभावित हो सकता है।

बर्फ को चूसना भी हिचकी को दूर भगाने में काफी हद तक मदद कर सकता है। बर्फ भी गले की मांसपेशियों को रिलेक्स करके डायाफ्राम के प्रभावित हिस्से का तनाव कम हो जाता है और हिचकी आने की समस्या कम हो जाती है।

इस्तेमाल का तरीका

  • बर्फ को अपने मुंह में रखे और उसे कुछ देर के लिए चूसें
  • जब बर्फ का टुकड़ा छोटे आकार का हो जाए और निगलने लायक हो जाए तो उसे निगल लें

कब इस्तेमाल करें

हिचकी आने पर कभी भी बर्फ का इस्तेमाल किया जा सकता है और दिन में आप इसे 3 से 4 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Power Capsule For Men
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

आप सोच रहे होंगे कि भला पेपर बैग हिचकी से कैसे छुटकारा दिला सकता है तो बता दें कि यह एक बेहद कारगर नुस्खा है। कई लोगों और अध्ययनों का दावा है कि पेपर बैग में सांस लेने से हिचकी रोकी जा सकती है। इस पर अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि पेपर बैग में सांस लेने से हवा में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की मात्रा बढ़ जाती है जिससे आपकी सांस लेने की प्रक्रिया में दबाव पड़ता है, जो हिचकी को रोकने में मदद करती है।

इस्तेमाल का तरीका 

  • एक पेपर बैग लें 
  • अब इस बैग में अपना मुंह डालें (पेपर बैग में आपका मुंह और नाक दोनों अंदर होने चाहिए) 
  • इसके बाद धीरे-धीरे सांस अंदर लें और फिर धीरे-धीरे बाहर छोड़ें
  • इस प्रक्रिया को 1 मिनट तक करें जरूरत पड़ने पर फिर से दोहराएं

नोट: इस उपाय के लिए कभी-भी किसी प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल न करें

कब इस्तेमाल करें

अगर आपकी हिचकी 5-10 मिनट बाद भी नहीं रुक रही है तो इस उपाय को आजमाएं।

इस उपाय के लिए किसी भी प्रकार की सामग्री की आवश्यकता नहीं होती, यह उपाय बेहद आसानी से किया जा सकता है। इस उपाय को करने के लिए एक आरामदायक जगह पर बैठ जाएं। अब अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लेकर आएं और 2 मिनट के लिए इसी पोजीशन में रहें। घुटनों द्वारा छाती पर बनाए गए दबाव से डायाफ्राम की ऐंठन को कम करने में मदद मिलती है। ज्यादातर मामलों में इस प्रक्रिया के एक ही इस्तेमाल करने से हिचकी ठीक हो जाती है, लेकिन अगर आपकी हिचकी फिर भी नहीं गई हो तो इस प्रक्रिया को 2 से 3 बार भी अपना सकते हैं।

तेजी से सांस छोड़ना एक ऐसी विधि है जिसकी मदद से आप अपनी सांस को अपने नियंत्रण में ला सकते हैं और ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम से संबंधित समस्याओं का पता लगा सकते हैं। अगर आपका दिल जोरो से धड़क रहा है, तो इस विधि के जरिए आप अपनी दिल की धड़कन को सामान्य स्तर पर ला सकते हैं। आइए जानते हैं हिचकी को दूर भगाने के लिए इस प्रक्रिया का कैसे इस्तेमाल किया जाता है।

इस्तेमाल का तरीका

  • अपनी नाक और मुंह को बंद कर लें 
  • अब सांस को बाहर छोड़ने की कोशिश करें जैसे की आप गुब्बारा फुला रहे हों
  • नीचे इस प्रकार बैठे जिससे घुटनो का दबाव छाती पर पड़े 
  • इस प्रक्रिया को 10 से 15 सेकेंड तक करें

कब इस्तेमाल करें

अगर आपको हिचकी की समस्या अक्सर होती रहती है, तो आप इस प्रक्रिया को दिन में सुबह और शाम 3 से 4 बार कर सकते हैं।

हिचकी को किसी खास ध्यान की जरूरत नहीं होती क्योंकि अधिकतम मामलों में यह अपने आप ही चली जाती है लेकिन अगर आपकी हिचकी 24 घंटो से अधिक समय के बाद भी ठीक नहीं हो रही हो तो यह किसी गंभीर बीमारी या समस्या का संकेत हो सकता है। यह ब्रेन डैमेज, किडनी की बीमारी, निमोनिया (फेफड़ो में सूजन) जैसी स्वास्थ्य संबंधी परिस्थितियों के लक्षण भी हो सकते हैं।बिना इलाज के लंबे समय से चली आ रही हिचकी थकावट, पानी की कमी और वजन कम जैसी परिस्थिति उत्पन्न कर सकती है जो कि अंत में अनियमित दिल की धड़कन और जठरांत्र संबंधी रोग (जैसे पेट में इन्फेक्शन) का कारण बनती हैं। अगर आपकी हिचकी भी लंबे समय से हो रही है, तो जल्द ही किसी डॉक्टर से इसका इलाज करवा लें।

हिचकी रोकने के घरेलू उपाय से जुड़े सवाल और जवाब

सवाल लगभग 5 साल पहले

मुझे खाना खाते समय हिचकी आने लगती है। हिचकी को दूर करने के लिए मुझे कोई तरीका बताएं?

Dr. Sameer Awadhiya MBBS , पीडियाट्रिक

हिचकी आने पर गर्दन को पीछे से रब करना शुरू कर दें। इससे फ्रेनिक नर्व उत्तेजित होती है और हिचकी बंद हो जाती है।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मुझे कभी-कभी अचानक से हिचकी आनी शुरू हो जाती है और लंबे समय तक रहती है। मैं हिचकी को जल्दी से कैसे रोक सकता हूं, हिचकी दूर करने के लिए मुझे कोई तरीका बताएं?

Dr. Sameer Awadhiya MBBS , पीडियाट्रिक

जब भी आपको हिचकी आने लगे तो खुद को किसी काम में व्यस्त करना शुरू कर दें। जब आप हिचकी पर से अपना ध्यान हटा लेते हैं तो हिचकी खुद ही दूर हो जाती है। हिचकी आने पर कोई वीडियो गेम खेलें या क्रॉसवर्ड पजल या कोई पहेली भरा गेम खेलें। इनसे आपका ध्यान भटकेगा और आपकी हिचकी रूक जाएगी।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मैं जब भी खाना खाता हूं तो मुझे हिचकी आने लगती है जिस वजह से मुझे ऑफिस में खाना खाते समय बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है। मुझे एसिडिटी भी रहती है। हिचकी से तुरंत छुटकारा पाने के लिए मुझे कोई तरीका बताएं?

Dr. Joydeep Sarkar MBBS , कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, श्वास रोग विज्ञान, गुर्दे की कार्यवाही और रोगों का विज्ञान, हीपैटोलॉजी (यकृत पित्त अग्न्याशय चिकित्सा ), आंतरिक चिकित्सा, मधुमेह चिकित्सक

हिचकी आने पर कुछ चम्मच दही खा लें। इससे हिचकी से तुरंत आराम मिल जाता है। दही डायफ्राम को शांत कर हिचकियों को रोकती है। दही में ऐसे गुण होते हैं जो एसिडिटी से होने वाली हिचकियों को ठीक करते हैं।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मैंने सुना है कि हिचकी आने पर अगर चीनी खा ली जाए तो हिचकी तुरंत चली जाती है। क्या यह सही है?

Dr Anjum Mujawar MBBS, MBBS , आकस्मिक चिकित्सा

जी हां, ये सच है। हिचकी रोकने के लिए चीनी सबसे पुराने उपचारों में से एक है। मुंह में चीनी रखकर उसे घुलने दें, जब ये पूरी तरह से घुल जाए तब उसे चबाते हुए धीरे-धीरे निगल लें। आपकी हिचकी गायब हो जाएगी।

सम्बंधित लेख

ऐप पर पढ़ें