कब्ज एक बेहद आम समस्या है, जो हर व्यक्ति को कभी न कभी होती ही है। ये पाचन तंत्र की एक समस्या होती है, जिसमें व्यक्ति या तो मल आना बंद हो जाता है या सख्त मल आता है, जो आसानी से निकल नहीं पाता। कब्ज होने पर इसके अलावा भी कई समस्याएं होती हैं, जैसे पेट में दर्द होना या पेट फूलना आदि। कब्ज की समस्या कई वजहों से हो सकती है, जैसे खाना-पीना, जीवनशैली की आदतें, दवाएं और बीमारियां

(और पढ़ें - पेट दर्द के घरेलू उपाय)

कब्ज तब होती है जब हमारी आंत खाने में से जरूरत से ज्यादा पानी अवशोषित कर लेती है। इसके कारण मल सूखने लगता है और आगे नहीं बढ़ पाता, जिससे हमें मल आना बंद हो जाता है या बहुत सख्त मल आता है।

कब्ज एक थोड़े समय तक रहने वाली समस्या है, जो आमतौर पर कुछ घरेलू उपाय या जीवनशैली में बदलाव से ठीक हो जाती है। हालांकि, इससे आपके जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि जब तक मल बाहर नहीं निकल जाता, तब तक आपको असुविधा महसूस होती रहती है। इस लेख में कब होने पर क्या करें व क्या न करें और कब्ज के लिए डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है।

  1. पेट में कब्ज हो तो क्या करना चाहिए?
  2. कब्ज में क्या नहीं करना चाहिए? - Pet me kabj hone par kya na kare
  3. कब्ज के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं? - Kabj ho to doctor ke pas kab jana chahiye
  4. सारांश

कब्ज होने पर आप निम्नलिखित प्राथमिक उपचार कर सकते हैं -

  • कब्ज होने पर शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, इसीलिए जितने हो सके उतने तरल पदार्थ पिएं। इससे कब्ज में राहत मिलेगी और अगर आपको कब्ज नहीं है, लेकिन कभी-कभी हो जाती है, तो उसमें भी आराम मिलेगा। कब्ज में बाकि तरल पदार्थों की बजाय ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। पानी पीने से आपका मल सख्त नहीं होगा और आसानी से बाहर निकल पाएगा। (और पढ़ें - पानी कितना पीना चाहिए)
  • कब्ज से पीड़ित लोगों को पर्याप्त मात्रा में फाइबर लेना चाहिए। अगर आपको कब्ज है, तो ऐसी चीजें खाएं जो पचाने में आसान हों और फाइबर से समृद्ध हों, जैसे केले, किवी, पालक आदि। हो सके तो ताजा फल, सब्जियां और साबुज अनाज खाएं। आप चाहें तो बाजार में मिलने वाले फाइबर के सप्लीमेंटस भी ले सकते हैं। (और पढ़ें - कब्ज के घरेलू उपाय)
  • अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है, तो आपके लिए मल करने का एक रूटीन बनाना महत्वपूर्ण है। अगर आप नियमित रूप से मल नहीं करते हैं, तो आपका मल सख्त होता है और उसे निकलने में भी कठिनाई होती है। एक ऐसा समय बनाएं जब आप सारे काम छोड़कर मल करने जा सकें। कोशिश करें कि रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही टॉयलेट जाने का रूटीन बनाएं। (और पढ़ें - स्वस्थ रहने के कुछ नियम)
  • कब्ज से पीड़ित लोगों को गर्म तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि खासकर सुबह के समय गर्म तरल पदार्थ पीने से आपको मल आसानी से आता है। (और पढ़ें - कब्ज में परहेज)
  • मल करते समय इस तरीके से बैठें कि आपके घुटने आपके कूल्हों के स्तर से ऊपर हों। अगर आप वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं, तो कोशिश करें कि अपने पैरों के नीचे एक स्टूल या कोई और चीज रख लें, ताकि आपके घुटने कूल्हों के स्तर से ऊपर हों। (और पढ़ें - कब्ज के लिए योग)
  • अगर आपको कब्ज हो रही है, तो रोजाना नारियल का तेल लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे आपकी आंतें चिकनी होंगी और मल आसानी से बढ़ पाएगा। अगर आप केवल नारियल का तेल पी नहीं सकते हैं, तो आप इसे कॉफी में मिलाकर या किसी अन्य तरीके से भी ले सकते हैं। (और पढ़ें - नारियल के दूध के फायदे)
  • कब्ज के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना अच्छा होता है, क्योंकि इससे आपकी आंतों की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं और मल भी आसानी से निकल पाता है। व्यायाम करने के लिए रोजाना जिम जाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन सैर और जॉगिंग करने से पेट और आंतों की मासंपेशियां सक्रिय रहती हैं। शुरुआत में हल्की एक्सरसाइज करें और धीरे-धीरे अपना नियम बढ़ाएं। (और पढ़ें - सुबह की सैर करने के फायदे)
  • अगर आपको मल आने की भावना हो रही है, तो मल को रोकने का प्रयास न करें। ऐसा करने से मल सख्त हो जाता है और बाद में मल त्याग करने में परेशानी होती है। जैसे ही आपको मल आने की भावना होने लगे, जल्द से जल्द टॉयलेट जाएं। अगर आपको पहले से ही कब्ज की समस्या है, तो मल को रोकने से आपकी समस्या बढ़ सकती है। (और पढ़ें - आंत्र असंयम के  कारण)
  • कब्ज के लिए मैग्नीशियम लेना अच्छा होता है। इससे आपके पाचन तंत्र में पानी बढ़ता है और आपका मल मुलायम होता है। ऐसे आहार लें, जिनमें मैग्नीशियम होता है, लेकिन इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। आप चाहें तो बाजार में मिलने वाले मैग्नीशियम सप्लीमेंटस भी ले सकते हैं। (और पढ़ें - मैग्नीशियम युक्त आहार)
  • कब्ज के लिए लैक्सेटिव भी लिए जा सकते हैं, जो बहुत आसानी से बाजार में उपलब्ध होते हैं। हालांकि, इन्हें लेने से पहले अपने डॉक्टर या केमिस्ट से अवश्य बात कर लें। याद रखें कि लैक्सेटिव लेना कब्ज का अंतिम उपाय होता है। (और पढ़ें - कब्ज के लिए जूस)

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कब्ज होने पर आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे -

  • प्रोसेस्ड फूड में फाइबर नहीं होता और ये कब्ज भी करते हैं। कोशिश करें कि अगर आपको कब्ज है या रहती है, तो ऐसे खाद्य पदार्थ न लें। इनकी जगह फल और सब्जियां खाएं। (और पढ़ें - जंक फूड के नुकसान)
  • लम्बे समय तक कब्ज रहने से भगंदर और बवासीर जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसीलिए सही समय पर डॉक्टर के पास जाएं और अपने लक्षणों को नजरअंदाज न करें। नीचे वाले भाग में हमने आपको ऐसी स्थितियों के बारे में बताया है जब आपको कब्ज के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। (और पढ़ें - बवासीर में क्या करना चाहिए)
  • कब्ज में शराब पीने से आपका मल और अधिक सख्त हो सकता है और आपकी कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। अगर आपको कब्ज है, तो शराब का सेवन न करें। (और पढ़ें - शराब छुड़ाने के उपाय)
  • कैफीन युक्त पेय पदार्थ लेने से मल आने में आसानी तो हो सकती है, लेकिन इससे शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है, जिसके कारण कब्ज की समस्या बढ़ भी सकती है। कोशिश करें कब्ज में ज्यादा कैफीन न लें। (और पढ़ें - चाय के नुकसान)
  • स्ट्रेस को भी कब्ज का एक कारण माना जाता है। अगर आपका दिमाग तनाव में है, तो आपके शरीर पर भी उसका असर दिखता है। कब्ज की समस्या होने पर कम से कम स्ट्रेस लें और अगर आपको किसी चीज की चिंता है, तो उसे कम करने का प्रयास करें। (और पढ़ें - तनाव दूर करने के उपाय)
  • कब्ज में ज्यादा दूध, चीज और डेयरी उत्पाद लेने से समस्या बढ़ सकती है, क्योंकि उनमें मौजूद लेक्टोज से गैस की समस्या होती है। इसीलिए कब्ज होने पर ज्यादा डेरी उत्पाद न लें। (और पढ़ें - पेट में गैस बन रही हो तो क्या करें)
  • कुछ लोग कब्ज में खाना छोड़ देते हैं, लेकिन इससे समस्या कम नहीं होती है। कब्ज होने पर ऐसी चीजें लें जो आपकी समस्या कम कर सकें। खसकर, फाइबर युक्त आहार। (और पढ़ें - संतुलित आहार चार्ट)
  • खाने की तरह ही कब्ज होने पर एक्सरसाइज और हिलना-डुलना छोड़ने से भी आपकी समस्या सही नहीं होगी। बल्कि इससे मल पास करने में और दिक्कत होने लगेगी, इसीलिए कब्ज होने पर अपना व्यायाम और रोजाना का रूटीन न छोड़ें। (अजर पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)
  • कब्ज होने पर मल करने की भावना को नजरअंदाज करने से आपकी समस्या और बढ़ सकती है, इसीलिए जैसे ही आपको मल आए, वैसे ही टॉयलेट जाएं। (और पढ़ें - पेट में मरोड़ के कारण)
  • इस बात का ध्यान रखें कि लैक्सेटिव का प्रयोग जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी आंत की कोशिकाओं को नुक्सान पहुंच सकता है और ऐसा भी हो सकता है कि ऐसी स्थिति पैदा हो जाए कि आप बिना लैक्सेटिव के मल कर ही न पाएं। लैक्सेटिव ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें कि आप इसका प्रयोग कैसे और कब तक करना है। (और पढ़ें - आंतों में सूजन के लक्षण)
  • कब्ज में आपके शरीर को मल त्याग करने के लिए सामान्य से अधिक समय लगता है, इसीलिए टॉयलेट में ज्यादा समय तक बैठें ताकि आप सही से मल कर सकें। (और पढ़ें - पेट में कीड़े के लक्षण)
  • कुछ दवाएं लेने से भी आपको कब्ज की समस्या हो सकती है, जैसे नींद की गोलियां, हाई बीपी की दवाएं, पेन किलर आदि। अगर आपको लगता है कि आपको कोई दवा लेने के बाद कब्ज की समस्या हो रही है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह अवश्य लें। (और पढ़ें - नींद न आने के कारण)

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वैसे तो कब्ज की समस्या कुछ उपाय करने से पाने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कभी-कभी इसके लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता भी हो सकती है क्योंकि कब्ज किसी और समस्या का संकेत भी हो सकता है। निम्नलिखित स्थितियों में अपने डॉक्टर के पास अवश्य जाएं -

  • अचानक कब्ज के साथ पेट दर्द या पेट में ऐंठन होने पर डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए। (और पढ़ें - पेट में दर्द होने पर क्या करना चाहिए)
  • अगर कब्ज के साथ आपको पेट दर्द इतना ज्यादा हो रहा है कि आप बर्दाशत नहीं कर पा रहे हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए। (और पढ़ें - गर्भावस्था में पेट दर्द के कारण)
  • मल में खून आना किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, इसीलिए अगर आपको अपने मल में खून दिखे या मल का रंग गहरा लाल हो, तो डॉक्टर के पास जाएं। (और पढ़ें - ब्लीडिंग कैसे रोकें)
  • कब्ज के साथ उल्टी होना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी आंत में कोई रुकावट है, जिसके कारण शरीर का वेस्ट उल्टी के द्वारा बाहर आ रहा है। ये एक खतरनाक स्थिति होती है, जिसके लिए आपात्कालीन स्थिति में अस्पताल जाना आवश्यक होता है। (और पढ़ें - उल्टी रोकने के घरेलू उपाय)
  • अगर आपको पहले कभी कब्ज नहीं हुई है, तो एक बार अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। (और पढ़ें - नवजात शिशु को कब्ज के कारण)
  • बिना किसी वजह शरीर का वजन कम होना अच्छा संकेत नहीं होता, इसीलिए कब्ज के साथ ये समस्या अनुभव करने पर अपने डॉक्टर के पास जाएं। (और पढ़ें - मोटा होने के उपाय)
  • कब्ज के साथ पेट फूलना भी आंत की रुकावट का लक्षण हो सकता है, हालांकि ये समस्या कुछ घरेलू उपाय करने से ठीक हो सकती है, लेकिन अगर ये ठीक न हो, तो अपने डॉक्टर के पास अवश्य जाएं। (और पढ़ें - पेट में सूजन के कारण)
  • अगर आपको मल त्याग करते समय बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है, तो आपको इसके लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। (और पढ़ें - पेट में अल्सर के लक्षण)
  • मल के साइज, अकार और मल आने के रूटीन में अचानक या ज्यादा बदलाव आने पर आपको इस समस्या के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। (और पढ़ें - पेट में अल्सर के घरेलू उपाय)
  • अगर आपको 2 हफ़्तों से कब्ज है और कई उपाय करने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि अगर आपके शरीर से मल बाहर नहीं निकलता, तो वो आपकी आंतों में जमना शुरू हो जाता है। इसके कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी हो सकती हैं और आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व अवशोषित करने में भी दिक्कत होगी। आंतों में मल जमने के कारण ऐसा भी हो सकता है कि आप अपना आंत्र संयम खो दें और आपके गुदा से अपने आप मवाद का रिसाव होने लगे।

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नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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कब्ज एक आम पाचन समस्या है, जिसमें मल त्यागने में कठिनाई होती है। इसे ठीक करने के लिए सबसे पहले आहार में सुधार करना आवश्यक है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज, आहार में शामिल करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और नियमित व्यायाम करना भी महत्वपूर्ण है। तली-भुनी चीज़ों और अत्यधिक मसालेदार भोजन से बचें। कुछ मामलों में, प्राकृतिक या चिकित्सकीय लघुशांक का उपयोग भी सहायक हो सकता है। अगर कब्ज लंबे समय तक बनी रहती है या इससे असहजता हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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