चक्कर आने जैसी समस्या कभी भी और किसी को भी हो सकती है. अमूमन चक्कर आने की समस्या कमजोरी की वजह से होती है, जिसमें व्यक्ति को सब कुछ घूमता हुआ महसूस होता है. उसे ऐसा लगता है मानो उसका संतुलन खो गया है और उसका सिर चकरा रहा है.
चक्कर आने की गंभीर स्थिति में उल्टी और संतुलन खो जाना जैसी स्थितियां भी हो सकती हैं. ऐसे में राहत दिलाने में एक्यूप्रेशर की भूमिका अहम है. पी6 व जीवी20 जैसे एक्यूप्रेशर पॉइंट की मदद से चक्कर आने की समस्या से राहत मिल सकती है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि किन-किन पॉइंट्स को दबाने से चक्कर आने की समस्या को ठीक किया जा सकता है -
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चक्कर में फायदेमंद एक्यूप्रेशर पॉइंट्स
चक्कर आने की स्थिति में कुछ एक्यूप्रेशर पॉइंट आराम महसूस करवा सकते हैं. पी6 व जीवी20 जैसे एक्यूप्रेशर पॉइंट की मदद से चक्कर आने की स्थिति से राहत मिलती है. आइए, विस्तार से चक्कर आने पर एक्यूप्रेशर के बारे में जानते हैं -
पी6
इसे पेरिकार्डियम 6 भी कहा जाता है, जो चक्कर आने की स्थिति से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं. इसके साथ ही यह उल्टी, मोशन सिकनेस व सिरदर्द जैसे लक्षणों से भी राहत दिलाने में सहायक है. ये प्रेशर पॉइंट कलाई से ऊपर कोहनी की तरफ तीन उंगली की चौड़ाई पर स्थित होता है. इस पॉइंट को इनर गेट भी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल उल्टी के साथ-साथ अस्थमा, कफ, चेस्ट कंजेशन, कार्डियक पेन, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन व मलेरिया को ठीक करने के लिए भी किया जाता है.
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जीवी20
इस प्रेशर प्वाइंट को गवर्निंग वेसल 20 भी कहा जाता है, जो चक्कर आने की समस्या में तुरंत असरकारक है. यह पॉइंट सिर के ऊपर कानों के सबसे ऊपर वाले बिंदु को जोड़ने वाली काल्पनिक लाइन के बीचों-बीच स्थित होता है. इस प्रेशर पॉइंट में सेल्फ हीलिंग पावर है, जो चक्कर आने, मिर्गी, मेंटल डिसऑर्डर और सिरदर्द को ठीक करने में मदद करता है. यह कान दर्द, कमजोर याददाश्त, धुंधली दृष्टि व बंद नाक जैसी स्थितियों में भी कारगर है.
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जीबी20
यह एक अन्य प्रेशर प्वाइंट है, जिसका इस्तेमाल चक्कर आने की समस्या को ठीक करने के लिए किया जा सकता है. इस पॉइंट को गॉल ब्लैडर 20 के नाम से भी जाना जाता है, जो गर्दन के पीछे, स्कल के ठीक नीचे उस जगह पर स्थित है, जहां गर्दन की मांसपेशियां स्कल से मिलती हैं. इसे गर्दन के ठीक पीछे केंद्र के दोनों ओर पाया जा सकता है. इस प्रेशर पॉइंट पर हल्का दबाव और मालिश करने से चक्कर आने व एपिलेप्सी जैसी स्थिति से राहत मिलती है. इस प्रेशर पॉइंट पर दबाव डालने से सिरदर्द, आंखों की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, गर्दन और कंधे का दर्द के साथ ही न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में भी आराम मिलता है.
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जीबी21
एक्यूप्रेशर पॉइंट जीबी21 को गॉल ब्लैडर 21 के नाम से भी जाना जाता है और इसका इस्तेमाल चक्कर आने, उल्टी व मोशन सिकनेस के इलाज के लिए किया जाता है. यह पॉइंट दोनों कंधे पर निप्पल के ठीक ऊपर कंधे के बीचो-बीच स्थित होता है. दोनों कंधे के इस प्रेशर पॉइंट पर सही तरह से दबाव डालने से गर्दन में दर्द, कंधे में दर्द, सिरदर्द व अस्थमा जैसी स्थितियों से भी राहत मिलती है. प्रेगनेंसी के दौरान इस पॉइंट को दबाने से मना किया जाता है.
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सारांश
चक्कर आने पर व्यक्ति को पूरी दुनिया घूमती हुई महसूस होती है. चक्कर आने की स्थिति पर तुरंत राहत दिलाने में पी6, जीवी20 व जीबी21 जैसे एक्यूप्रेशर पॉइंट मददगार साबित हुए हैं. वहीं, इनमें से कुछ प्रेशर प्वाइंट को प्रेगनेंसी की स्थिति में स्टिमूलेट करने से मना किया जाता है. इसलिए, जरूरी है कि किसी भी तरह की स्थिति में एक्यूप्रेशर पॉइंट का इस्तेमाल करने से पहले एक्यूप्रेशर स्पेशलिस्ट की मदद लेनी चाहिए.
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चक्कर के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के डॉक्टर

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Dr. Suhas Chauhan
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