बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिस कारण वो जल्दी संक्रमित हो जाते हैं. इस कारण से उन्हें बार-बार बुखार भी होता है. ऐसे में माता-पिता चिंतित हो जाते हैं. अगर बच्चे का शरीर गर्म महसूस हो रहा हो, तो सबसे पहले यह चेक करना जरूरी है कि उसे बुखार ही है या खेलने-कूदने की वजह से उसका शरीर गर्म है. भूख कम लगना, ठंड लगना व नाक बहना आदि बुखार के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर बच्चे को पेरासिटामोल या आइबूप्रोफेन जैसी दवाइयां दी जा सकती हैं.
आज इस लेख में आप बच्चों के बुखार की एलोपैथिक दवाओं के बारे में जानेंगे -
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बच्चों के बुखार की एलोपैथिक दवाएं
बच्चे का चिड़चिड़ा होना, कमजोरी महसूस होना या शरीर में दर्द होना बुखार के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में पेरासिटामोल या आइबूप्रोफेन जैसी दवाएं देने से बच्चे का बुखार कुछ कम हो सकता है. यहां हम स्पष्ट कर दें कि बच्चे को कोई भी दवा व उसकी डोज बच्चे की उम्र को देखकर डॉक्टर ही तय करते हैं. आइए, बच्चे के बुखार की एलोपैथिक दवाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं -
पेरासिटामोल - Paracetamol
पेरासिटामोल सबसे ज्यादा बिकने वाली दवा है, जो हर जगह आसानी से उपलब्ध है. इसे नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग माना जाता है. यह शरीर के तापमान को तुरंत कम कर देती है और इसमें एंटी इंफ्लेक्मेटरी गुण आमतौर पर कम ही होते हैं. अगर बच्चा 1 से 3 वर्ष के बीच है, तो उसे 0.5 से 1 ग्राम की मात्रा में यह दवाई दी जा सकती है. ये दवा सिरप के रूप में भी आती है. इसे 2 से 12 साल की उम्र के बच्चों का बुखार उतारने के लिए 5 ml तक की डोज दी जा सकती है. ये दवा बाजार में करीब 75 रुपये में मिल जाती है.
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आईबुप्रोफेन - Ibuprofen
आईबुप्रोफेन दवा भी सिरप के रूप में उपलब्ध है. इसे बुखार के साथ-साथ जुकाम होने पर भी दिया जा सकता है. इस दवा को एक पेन किलर के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है. इसमें एंटी पायरेटिक गुण होता है. इसे बच्चे को खाना खाने के बाद ही दिया जा सकता है, ताकि एसिडिटी की समस्या न हो. इस दवा की कीमत लगभग 65 रुपये है.
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एडविल - Advil
एडविल में मुख्य इंग्रीडिएंट आईबुप्रोफेन है. यह एक नॉन स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग है. इस दवा को अधिक मात्रा से ज्यादा लेना नुकसानदायक हो सकता है. इंटेस्टाइनल लाइनिंग डेमेज, पेट फूलना, गैस बनना व कब्ज आदि जैसे साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं. इस दवा के पत्ते की कीमत लगभग 77 रुपये है.
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मोट्रिन - Motrin
बच्चे को बुखार होने पर डॉक्टर से पूछकर मोट्रिन की डोज भी दी जा सकती है. इसमें भी मुख्य इंग्रीडिएंट के रूप में आईबुप्रोफेन होता है. इसे भी नॉन स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग माना गया है. इसे सिर में दर्द होने या दांत में दर्द होने पर भी लिया जा सकता है.
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सारांश
बुखार एक आम बीमारी का संकेत है. नॉर्मल बॉडी टेंपरेचर से अधिक टेंपरेचर को बुखार की श्रेणी में रखा जा सकता है, लेकिन बॉडी टेंपरेचर बढ़ने के कई कारण होते हैं. इसलिए, पहले उन कारणों पर ध्यान करना जरूरी है. यदि बच्चे के पेट में दर्द है, ठंड लग रही है या भूख कम लग रही है, तो इन लक्षणों के आधार पर बढ़े हुए टेंपरेचर को बुखार माना जा सकता है. ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर बच्चे को कुछ एलोपैथिक दवाएं देने से राहत मिल सकती है.
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अस्वीकरण: ये लेख केवल जानकारी के लिए है. myUpchar किसी भी विशिष्ट दवा या इलाज की सलाह नहीं देता है. उचित इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें.
बच्चों के बुखार की एलोपैथिक दवाएं के डॉक्टर

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