सुनने में परेशानी (बहरापन) के लिए होम्योपैथिक उपचार निम्नलिखित हैं :
बैराइटा कार्बोनिका
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ बैराइटा
लक्षण : यह उपाय उन लोगों में बेहतरीन असर करता है, जिन्हें लोगों से ज्यादा घुलना-मिलना पसंद नहीं होता है। इसका उपयोग बच्चों और बूढ़ों द्वारा भी किया जा सकता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी प्रभावी है :
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यह लक्षण दर्द वाले हिस्से के बल लेटने, प्रभावित हिस्से को धोने या साफ करने से बढ़ जाते हैं। जबकि लक्षणों को लेकर परेशान रहने से या बीमारी के बारे में सोचने से स्थिति खराब हो जाती है, लेकिन खुली हवा में टहलने से इनमें सुधार होता है।
बेलाडोना
सामान्य नाम : डेडली नाइटशेड
लक्षण : यह उपाय उन लोगों के लिए लाभकारी है, जिन्हें आसानी से मतिभ्रम हो सकता है व भाग जाने की लगातार इच्छा होती है। वे अपनी खुद की एक दुनिया में रहते हैं। इसके अलावा बेलाडोना निम्नलिखित लक्षणों को भी ठीक करने में मदद कर सकता है :
- बेहोशी
- तेज आवाज या शोर के प्रति असहनशीलता
- कान के अंदर और मध्य भाग में दर्द
- कान के मध्य भाग में सूजन
- पैरोटिड ग्रंथि (कान के पास स्थित एक लार ग्रंथि) में सूजन
- इयरड्रम में उभार आना
- कान के अंदर थ्रोबिंग (धमक जैसा) पेन होना
- कानों में अपनी ही आवाज सुनाई देना
यह लक्षण दोपहर में, प्रभावित हिस्से को छूने और किसी भी तरह की तेज आवाज सुनने पर बिगड़ जाते हैं, लेकिन सेमी-इरेक्ट पोजीशन (लेटने व बैठने के बीच वाली स्थिति) में रहने पर लक्षणों में सुधार होता है।
केनोपोडियम एंथेल्मिंटिकम
सामान्य नाम : जेरूसलम ओक
लक्षण : यह उपाय उन व्यक्तियों में अच्छा असर करता है, जिन्हें मेनियर रोग है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को दूर करने में भी सहायक है :
- सुनने से संबंधित तंत्रिका में कमजोरी
- तेज आवाज साफ सुनाई देना
- किसी भी आवाज के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता
- कान बजना
- टॉन्सिल बढ़ना
- अचानक से चक्कर आना
- दाएं पखौड़े (शोल्डर ब्लेड) में तेज दर्द
ग्रेफाइट्स
सामान्य नाम : ब्लैक लीड, प्लंबैगो
लक्षण : यह उपाय उन लोगों के लिए असरदार है, जो बेचैन रहते हैं (विशेष रूप से काम करते समय) और संगीत सुनते समय रोते हैं। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में भी मदद कर सकता है।
- कान के अंदर सूखापन
- पलकों में लालिमा और सूजन (और पढ़ें - पलकों की सूजन का इलाज)
- भोजन करते समय कानों में चटकने जैसी आवाज आना
- कानों के पीछे नमी होना
- कान में फुसफुसाने जैसी तेज आवाज
- ईयरड्रम पर सफेद और पपड़ीदार झिल्ली बनना
यह लक्षण रात और गर्मी में बिगड़ जाते हैं जबकि कान को लपेटकर रखने से इनमें सुधार होता है।
कैलियम म्यूरिएटिकम
सामान्य नाम : क्लोराइड ऑफ पोटेशियम
लक्षण : यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों में प्रभावी है :
- कान के मध्य हिस्से में लंबे समय से सूजन
- कान में शोर होना
- गाल में सूजन और दर्द
- कान के चारों ओर ग्रंथियों में सूजन
- कान के बाहरी हिस्से के आसपास तरल पदार्थ इकट्ठा होना
- वसायुक्त खाद्य पदार्थों के कारण अपच
यह लक्षण गतिविधि करने और वसायुक्त भोजन से बिगड़ जाते हैं।
लाइकोपोडियम क्लैवैटम
सामान्य नाम : क्लब मॉस
लक्षण : लाइकोपोडियम उन व्यक्तियों में प्रभावी है, जो स्वभाव से संवेदनशील हैं और जिनमें आत्मविश्वास की कमी है। इससे निम्नलिखित लक्षणों से भी आराम मिल सकता है :
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यह लक्षण गर्मी, गर्म कमरे में रहने, गर्म हवा, बिस्तर पर लगने वाली गर्मी और गर्म सिकाई से खराब हो जाते हैं। लेकिन आधी रात के बाद, चलने-फिरने और ठंड में लक्षणों में सुधार होता है।
पेट्रोलियम
सामान्य नाम : क्रूड रॉक-ऑयल
लक्षण : पेट्रोलियम उन व्यक्तियों पर अच्छा असर करता है, जो मरने की चिंता में रहते हैं और जल्द से जल्द सारे जरूरी काम निपटाना चाहते हैं। ऐसे लोग आमतौर पर चिड़चिड़े होते हैं। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को भी ठीक करने में मदद कर सकता है :
- नासिका में अल्सर व जलन होना
- शोर पसंद न करना, खासकर जब बहुत सारे लोग एक साथ बात कर रहे हों
- कान के पीछे और अंदर एक्जिमा के साथ ही तेज खुजली होना
- कान में दर्द (और पढ़ें - कान में दर्द के घरेलू उपाय)
- कान की नलिका में चीरा
- कान की नलिका में बलगम बनना
- कान में घंटी बजना
- यूस्टेशियन ट्यूब (कान को गले से जोड़ने वाली ट्यूब) से जुड़ी समस्या
- दिन में दस्त की समस्या होना (और पढ़ें - दस्त रोकने के उपाय)
यह लक्षण सर्दी के मौसम, कार में घूमने और खाने के बाद बिगड़ जाते हैं। जबकि शुष्क मौसम और गर्म हवा में रोगी बेहतर महसूस करता है।
सिलिकिया टेरा
सामान्य नाम : सिलिका, प्योर फ्लिंट
लक्षण : सिलिकिया उन व्यक्तियों के लिए निर्धारित किया जाता है, जो बहुत घबरा जाते हैं, आसानी से उत्तेजित हो जाते हैं और अल्कोहल बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों में भी अच्छा असर करता है :
- किसी भी तरह के शोर के प्रति संवेदनशीलता
- कानों में आवाज घूमना
- ठंड के प्रति हाथ पैर संवेदनशील होना
- कानों से बदबूदार डिस्चार्ज होना
- कान के अंदर और मध्य भाग में मौजूद कोशिकाओं में संक्रमण होना
यह लक्षण सुबह, ठंडे मौसम में, मासिक धर्म के दौरान और लेटते समय खासतौर पर बाईं ओर लेटने पर बिगड़ जाते हैं। जबकि उमसभरे मौसम और गर्मी में लक्षणों से राहत मिलती है।
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वर्बेस्कम थैप्सस
सामान्य नाम : मुलीन
लक्षण : यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में मदद करता है :
यह लक्षण सुबह 9 से शाम 4 बजे के बीच, छींकने के दौरान और मौसम में बदलाव होने पर बिगड़ते हैं।
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