दिल का दौरा या 'हार्ट अटैक' एक बेहद खतरनाक घटना हैं, इसमें इंसान की जान भी जा सकती है। कोरोनरी धमनी के बंद होने की वजह से अचानक दिल में रक्त का प्रवाह बहुत कम हो जाता है, जिसे हार्ट अटैक कहते हैं। हार्ट अटैक होने से कोरोनरी धमनी के आस-पास के ऊतक बहुत जल्दी क्षतिग्रस्त होने लगते हैं। दिल का दौरा मरीज की हालत की गंभीरता पर निर्भर करता है। इसके अलावा कितना जल्द इसका इलाज करवाया जाता है, इस बात पर भी हार्ट अटैक का प्रभाव निर्भर करता है।
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दिल का दौरा पड़ने के बाद जब आप धीरे-धीरे ठीक होने लग जाएं, उसके बाद आपको कोरोनरी धमनी की बीमारी का इलाज कराना चाहिए। सही तरीके से इलाज करवाने से भविष्य में दोबारा दिल का द्वारा पड़ने के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा हार्ट अटैक के मरीजों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इस बात का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।
इसके साथ ही साथ हार्ट अटैक के बाद क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इस बात का भी खासा ध्यान रखें। हार्ट अटैक के प्रभाव को ठीक करने में खास डाइट प्लान भी बहुत अहम भूमिका निभाता है। इसलिए इस लेख में बताए गए डाइट प्लान को हार्ट अटैक के मरीजों को अपनाना चाहिए।
(और पढ़ें - कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर)
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हार्ट अटैक के बाद देखभाल कैसे करें - Heart attack ke bad dekhbhal
- डॉक्टर जब तक कहें, तब तक आराम करें - Doctor jab tak kahe, tab tak aaram kare
- दवाईयों के बारे में कोई प्रश्न हो तो डॉक्टर से पूछें - Dawa ke bare me koi prashn ho to doctor se puche
- दिल को स्वस्थ रखने के लिए इन बातों का रखें ध्यान - Dil ko swasth rakhne ke liye in bato ka rakhe dhyan
- दिल का दौरा पड़ने के बाद जीवन शैली में परिवर्तन लाएं - Heart attack ke baad lifstyle badle
- हार्ट अटैक (दिल का दौरा) के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं - What to eat and what not to eat after heart attack in Hindi
- हार्ट अटैक के बाद डाइट चार्ट - Diet chart after heart attack in Hindi
हार्ट अटैक के बाद देखभाल कैसे करें - Heart attack ke bad dekhbhal
डॉक्टर जब तक कहें, तब तक आराम करें - Doctor jab tak kahe, tab tak aaram kare
गंभीर दिल का दौरा एक जानलेवा घटना हो सकती है। यदि ऐसे गंभीर हार्ट अटैक के बाद आप बच गए हैं, तो अपने आप को बहुत भाग्यशाली मानें। हालांकि, अगर हार्ट अटैक हल्का (माइनर) था और आपकी हालत बहुत ज्यादा गंभीर नहीं है, तो आप 2 से 3 हफ्ते में अच्छा महसूस करने लगेंगे, लेकिन जब तक डॉक्टर आपको आराम करने को कहें, तब तक आप आराम करें।
हो सकता है आपके डॉक्टर आपको 3 महीने तक आराम करने को कहें, तो इस बात का पूरी तरह से पालन करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके धीरे-धीरे सामान्य जीवन में वापिस आने की संभावना बढ़ जायेगी, लेकिन इसके लिए आपको धैर्य रखना होगा। यदि आप तनाव महसूस कर रहे हैं, तो अपने रोजाना के जीवन शैली में परिवर्तन लाएं।
(और पढ़ें - तनाव कैसे दूर करे)
इसके अलावा आपके डॉक्टर आपको हार्ट अटैक के बाद 2 से 3 हफ्ते तक सेक्स या अन्य शीरिरिक गतिविधियों के लिए भी मना कर सकते हैं, इसलिए डॉक्टर के हर निर्देश का पालन करें।
(और पढ़ें - sex ke fayde और sex karne ke tarike)
दवाईयों के बारे में कोई प्रश्न हो तो डॉक्टर से पूछें - Dawa ke bare me koi prashn ho to doctor se puche
दिल का दौरा पड़ने के बाद दोबारा स्वस्थ होने के लिए दवाईयां सही समय पर लेना बहुत अधिक मदद करता है। आपके डॉक्टर आपको जो दवाएं लिखते हैं, वह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके हृदय का ऊतक कितना अधिक क्षतिग्रस्त हुआ है।
इसके साथ ही साथ यह हार्ट अटैक के अन्य जोखिम कारकों पर भी निर्भर करता है। इसलिए दवाईयों से संबंधित किसी प्रकार का संदेह हो तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछें।
आपके डॉक्टर निम्न परेशानियों के लिए दवाएं लिख सकेत हैं -
- हाई बीपी या हाई ब्लड प्रेशर (और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए)
- हाई कोलेस्ट्रॉल (और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल में क्या खाना चाहिए)
- सीने में दर्द (और पढ़ें - सीने में दर्द के घरेलू उपाय)
- वजन कम करने के लिए (और पढ़ें - वजन घटाने के तरीके)
- किसी अन्य प्रकार की परेशानी के लिए
(और पढ़ें - ह्रदय रोग से बचाव)
दिल को स्वस्थ रखने के लिए इन बातों का रखें ध्यान - Dil ko swasth rakhne ke liye in bato ka rakhe dhyan
हार्ट अटैक या दिल के दौरे के बाद आपके डॉक्टर आपको थोड़ी बहुत मेहनत या जीवन शैली में परिवर्तन लाने की सलाह दे सकते हैं। इसलिए अपने डॉक्टर की सभी बातों का पालन करें। इसके अलावा दिल के दौरे से जल्द ठीक होने के लिए, आपको अपने हृदय स्वास्थ्य के अन्य जोखिम कारकों पर भी ध्यान देना होगा।
हृदय स्वास्थ्य के जोखिम कारकों का पता लगाने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें –
- ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg से कम होना चाहिए। (और पढ़ें - ब्लड प्रेशर कम करने के उपाय)
- पूरूषों का कमर 40 इंच और महिलाओं की कमर 35 इंच से कम होनी चाहिए। (और पढ़ें - कमर कम करने के तरीके)
- बी.एम.आई (BMI) 18.5 ms 24.9 के बीच होना चाहिए। अपना बीएमआई इस बीएमआई कैलकुलेटर से पता करें।
- ब्लड कोलेस्ट्रॉल 180 mg/dL से कम होना चाहिए। (और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय)
- ब्लड ग्लूकोज 100 mg/dL से कम होना चाहिए। (और पढ़ें - शुगर कम करने के उपाय)
ऊपर बताए गए निम्न जांच को नियमित रूप से करना होगा। इन सभी बातों का ध्यान रखने से हार्ट अटैक के खतरे से बचने में मदद मिलती है।
दिल का दौरा पड़ने के बाद जीवन शैली में परिवर्तन लाएं - Heart attack ke baad lifstyle badle
जीवन शैली में परिवर्तन लाएं -
हृदय को स्वस्थ रखने वाली दिनचर्या हृदय रोग के चिकित्सीय इलाज में भी मदद करता है। इसलिए अपनी जीवनशैली में परिवर्तन लाएं। अपने डॉक्टर से पूछें कि अपने वर्तमान दिनचर्या में क्या-क्या परिवर्तन लाएं और उनके निर्देश के अनुसार जीवनशैली अपनाएं।
1. व्यायाम करें -
अपने डॉक्टर के बताए अनुसार, हार्ट अटैक के प्रभावों से ठीक होने के लिए व्यायाम करें। नियमित रूप से व्यायाम करने से वजन संतुलित बनाएं रखने में मदद मिलती है। व्यायाम आपके मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद होता है, खासकर आपके हृदय की मांसपेशियों के लिए।
2. निम्न प्रकार के एक्सरसाइज हार्ट अटैक के मरीजों के लिए लाभदायक है -
इस प्रकार के व्यायाम से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का बहाव सही बना रहता है। इसके अलावा खून को पूरे शरीर में पहुंचाने की हृदय की क्षमता भी बढ़ती है। इसके साथ ही साथ व्यायाम से तनाव और हाई बीपी भी कम होता है।
3. सही तरीके से भोजन करें -
कम वसा वाले खाद्य पदार्थ और कम कैलोरी खाने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। हालांकि, यदि आप पहले से ही हार्ट अटैक के मरीज हैं तो आप सही समय पर भोजन करें और सही तरीके से भोजन करें, इससे दोबारा हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। इस लेख में नीचे हार्ट अटैक के बाद के लिए डाइट प्लान बताया गया है।
4. धूम्रपान न करें -
दिल के दौरे के मरीजों के लिए सिगरेट पीना बहुत अधिक हानिकारक है। सिगरेट हृदय रोग को बढ़ाता है क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसके अलावा सिगरेट पीने से रक्त में ऑक्सीजन कोशिकाओं की कमी होने लगती है, जिससे हृदय का काम मुश्किल होने लगता है। इसलिए जल्द से जल्द सिगरेट पीना छोड़ दें। सिगरेट न पीने से आपके पूरे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और दोबारा हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है। इसके अलावा आपके आस-पास कोई सिगरेट पीता है तो उससे दूर रहें, यह भी बेहद खतरनाक है।
(और पढ़ें - सिगरेट पीना कैसे छोड़े)
5. अन्य जोखिमों को कम करें -
हृदय रोग एक प्रकार का आनुवांशिक रोग भी है। लेकिन, हार्ट अटैक मुख्य रूप से आपके जीवन शैली पर निर्भर करता है। इसके साथ ही साथ आहार भी हार्ट अटैक के लिए बहुत अधिक जिम्मेदार होता है। इसलिए व्यायाम करना और धूम्रपान न करना हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है। इसके अलावा अपने डॉक्टर से निम्म परेशानियों के बारे में भी पूछें -
- हाई बीपी (और पढ़ें - हाई बीपी में परहेज)
- हाई कोलेस्ट्रॉल (और पढ़ें - हाई कोलेस्ट्रॉल डाइट चार्ट)
- डायबिटीज (और पढ़ें - शुगर में क्या खाना चाहिए और शुगर में परहेज)
- थायराइड (और पढ़ें - थायराइड में परहेज)
- तनाव
- मानसिक बीमारी, चिंता, डिप्रेशन आदि।
(और पढ़ें - तनाव के घरेलू उपाय
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हार्ट अटैक (दिल का दौरा) के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं - What to eat and what not to eat after heart attack in Hindi
हार्ट अटैक के बाद ठीक होने के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपको सही आहार खाने की सलाह देते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए किसी खास डाइट अपनाना बोझिल हो सकता है। लेकिन परेशान न हों, स्वस्थ होने के बाद आप अपने डॉक्टर से अपने मनपसंद खाद्य पदार्थों फिर से खाने के बारे में बात कर सकते हैं।
हार्ट अटैक के बाद क्या खाना चाहिए -
- ताजा फल और ताजी सब्जियां खाएं।
- कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं।
- साबुत अनाज वाले उत्पाद खाएं।
- चिकन खाएं उसकी स्किन निकाल कर या मछली खाएं।
- सूख मेवे और फलियां खाएं।
- अगर चॉकलेट खाने का मन हो तो केवल डार्क चॉकलेट खाएं, लेकिन सीमित मात्रा में।
हार्ट अटैक के बाद क्या नहीं खाना चाहिए -
- हार्ट अटैक के मरीज खराब वसा वाले खाद्य पदार्थों को न खाएं।
- फास्ट फूड और तले हुए खाद्य पदार्थों को हार्ट अटैक के मरीजों को नहीं खाना चाहिए
- अधिक चीनी और नमक वाले खाद्य पदार्थ, जैसे डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, प्रोसेस्ड फूड, आलू चिप्स, चॉकलेट केक और आइसक्रीम आदि को हार्ट अटैक के रोगियों को नहीं खाना चाहिए।
- अधिक कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थ जैसे मीट, अंडा और बटर भी न खाएं।
दिल के दौरे के मरीज के लिए खाना पकाने की सही विधि -
हार्ट अटैक के मरीज को खाने-पीने का ध्यान रखने के साथ-साथ, खाना पकाने की विधि पर भी ध्यान देना होगा। इसलिए खाना पकाने के लिए स्टीमिंग, बेकिंग जैसे विधि का इस्तेमाल करें। अगर तेल का इस्तेमाल करना हो तो जैतून का तेल, सूरजमुखी का तेल और सोयाबीन तेल का इस्तेमाल करें।
हार्ट अटैक के बाद डाइट चार्ट - Diet chart after heart attack in Hindi
इस डाइट प्लान का हार्ट अटैक के मरीजों को पालन करना चाहिए, इससे हार्ट अटैक के बाद स्वस्थ होने में मदद मिलेगी।
हार्ट अटैक के बाद उत्तरी भारतीय भोजन पर आधारित डाइट चार्ट -
भोजन | क्या खाएं |
सुबह का नाश्ता |
2 पनीर पराठा और 1/4 कप चाय बिना चीनी के (बिना फैट वाले दूध से चाय बनाएं) |
सुबह के नाश्ते के बाद |
1 सेब |
दोपहर का भोजन |
2 रोटी (बिना बटर और घी लगा हुआ), 1 कटोरी राजमा करी, 1 कटोरी गोभी और गाजर की सब्जी के साथ आधा कप दही। |
दोपहर के भोजन के बाद |
1/4 कप चाय बिना चीनी के (बिना फैट वाले दूध से चाय बनाएं) 2 होल वीट बिस्किट। |
रात का भोजन | 1 रोटी, 1/3 कटोरी ब्राउन राइस, 1 कटोरी अरहल की दाल, 1 कटोरी भिंडी और प्याज दही में पका हुआ। |
रात के भोजन के बाद |
2 कीनू (किन्नू) |
हार्ट अटैक के बाद दक्षिण भारतीय भोजन पर आधारित डाइट चार्ट -
भोजन | क्या खाएं |
सुबह का नाश्ता |
2 अदाई डोसा, 1 चम्मच टमाटर चटनी, 1/4 कप कॉफी बिना चीनी के (कॉफी बिना फैट वाले दूध से बनाएं) और आधा कप से अधिक ब्लैकबेरी भी खाएं। |
सुबह के नाश्ते के बाद |
1/3 कप अंकुरित मूंग दाल हल्का फ्राई किया हुआ। |
दोपहर का भोजन |
4 इडली, 1 कप सांभर (सब्जियों के साथ), 1 चम्मच पाउडर चटनी, 2 कटोरी सलाद। |
दोपहर के भोजन के बाद |
आधा कप सब्जियों वाली खिचड़ी (ब्राउन राइस, मूंग दाल और सब्जियों को मिलाकर खिचड़ी बनाएं), आधा कटोरी बैंगन की सब्जी और 1 कटोरी खीरा वाला रायता। |
रात को सोने से पहले |
पपीता सेक |