ट्राइग्लिसराइड्स खून में पाया जाने वाला एक तरह का फैट (लिपिड) होता है. दरअसल, खाद्य पदार्थ में पाए जाने वाली कैलोरी शरीर में पहुंचने के बाद ट्राइग्लिसराइड्स में परिवर्तित हो जाती है, जो फैट बनकर कोशिकाओं में जमा होने लगता है. जब शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है, तब हार्मोंस ट्राइग्लिसराइड्स को रिलीज करते है, जो एनर्जी का काम करते हैं.
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वहीं, ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने पर हृदय रोग, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ सकता है. ऐसे में ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए होम्योपैथिक दवाई और इलाज लेना फायदेमंद हो सकता है. दवा के अलावा ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रित करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव भी जरूरी है.
आज आप इस लेख में ट्राइग्लिसराइड की होम्योपैथिक दवा और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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