पीलिया एक लिवर से जुड़ी बीमारी है इसे जॉन्डिस भी कहा जाता है. इस बीमारी में हमारे शरीर के कई भागों का रंग पीला होना शुरू हो जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीलिया के दौरान हमारा लिवर बिलीरुबिन नाम के तत्व को शरीर से फिल्टर कर पाने में असमर्थ होता है.
बिलिरुबिन के अधिक मात्रा में होने के कारण ही शरीर पीला पड़ने लगता है. इसलिए लिवर में आपको वह चीजें खाने की सलाह दी जाती है जिन्हें आपका लिवर आसानी से पचा सके. मूली मूली रेड ब्लड सेल्स की मात्रा और लिवर के फंक्शन को बढ़ाती है.
ऐसे में अगर आप तेजी से ठीक होना चाहते हैं तो मूली को पीलिया के दौरान जरूर खाएं. पीलिया वैसे तो किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन बच्चों और युवाओं में यह अधिक देखने को मिलता है. आज इस लेख में हम जानेंगे पीलिया में मूली खाने के फायदे.
पीलिया में खान पान का महत्व
हमारा लिवर बाइल का उत्पादन करता है जो हमारे द्वारा खाए गए खाने को ब्रेक डाउन करके पाचन के काम में मदद करता है.पीलिया के दौरान आपका लिवर बेहद कमजोर हो जाता है और पाचन की प्रक्रिया भी काफी कठिन हो जाती है. इसलिए आपको केवल वह चीजें खानी चाहिए जो आसानी से पच सकें और लिवर फ्रेंडली हो. अगर आप अधिक नमक, चीनी और सैचुरेटेड फैट का सेवन करेंगे तो इसके कारण लिवर पर काफी प्रेशर पड़ सकता है. जो आपको जल्दी ठीक होने में रुकावट पैदा कर सकता है. इसलिए पीलिया में आपको फल सब्जियां, जैसे खरबूजा, पपीता, अंगूर, मूली, गाजर, टमाटर, ऑलिव आदि खाने चाहिए. इनके साथ-साथ आप को अधिक मात्रा में पानी भी पीना चाहिए.
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पीलिया में मूली खाने के फायदे
मूली में काफी सारे पौष्टिक तत्त्व और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पाइरोगॉलोल (Pyrogallol) होते हैं. जिस कारण इसके पाचन की प्रक्रिया काफी आसान हो जाती है. आपके मेटाबॉलिज्म पर भी इसका काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं पीलिया में मूली खाने के फायदे.
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मूली बिलिरुबिन पिगमेंट को करती है कम
बिलिरुबिन का अधिक मात्रा में जमा होना ही पीलिया का मुख्य कारण माना जाता है. मूली खाने से यह पिग्मेंट आपके शरीर से बाहर निकल सकता है. मूली खाने के कारण आपके शरीर में बिलिरूबिन के उत्पादन की मात्रा अधिक कम भी नहीं होगी बल्कि संतुलित रहेगी. इस प्रकार आपको पीलिया से ठीक होने में मदद मिल सकती है.
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मूली विटामिन सी का है अच्छा स्रोत
मूली में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है. आपको यह बात जान लेनी चाहिए कि पीलिया एक प्रकार का फ्लू (Flu) होता है और इसके द्वारा हमारे पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल जाता है. अगर हम मूली का सेवन करते हैं तो हमें विटामिन सी प्राप्त होता है. जिसके कारण इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया खत्म होते हैं. विटामिन सी एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट्स माना जाता है और इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है.
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मूली रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ाती है
पीलिया के दौरान आपके रेड ब्लड सेल्स (RBCs) काफी तेजी से ब्रेक डाउन होती हैं जबकि आपका लिवर बिलिरुबिन को ब्रेक डाउन करके शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता. इस कारण से आपके शरीर में खून की भी कमी हो सकती है. अगर आप मूली और खासकर मूली के पत्तों का सेवन करते हैं तो आपकी रेड ब्लड सेल्स को पहुंचने वाला नुकसान कम होता है और आपका शरीर जल्दी-जल्दी इन्हें दोबारा उत्पादित करना शुरू कर देता है.
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एनीमिया के रिस्क को मूली करती हैं कम
पीलिया में अक्सर रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है जिसके कारण आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल भी कम हो जाते हैं. इन लेवल को बढ़ाने के लिए आपको आयरन के स्रोत का सेवन करना चाहिए. अगर आप मूली खाते हैं तो इससे आपको काफी ज्यादा आयरन की मात्रा प्राप्त हो सकती है. जो आपको जल्दी से जल्दी रिकवर होने में मदद करती है.
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मूली लिवर के फंक्शन को बढ़ाती है
पीलिया लिवर से ही जुड़ी एक बीमारी होती है. मूली में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपके लिवर को ठीक होने में मदद करते हैं. लिवर में होने वाले नुकसान की भरपाई भी मूली में मिलने वाले तत्व जैसे इंडोल 3 कार्बिनोल (Indole 3 Carbinol) और 4 मेथिल्थियो 3 बूटेनिल (4 Methylthio 3 Butenyl) द्वारा हो जाती है. इन तत्वों से लिवर की खराबी द्वारा जितना भी वेस्ट पदार्थ अंदर इकठ्ठा हो गया था, वह दोबारा शरीर से बाहर जाना शुरू हो जाता है. मूली एक प्रकार से टॉक्सिंस को आपके शरीर से बाहर निकालती है.
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सारांश
मूली कैटेचिन (Catechin),वैनिलिक एसिड (Vanillic Acid) साथ में फेनोलिक कंपाउंड (Phenolic Compound) जैसे एंटीऑक्सिडेंट का प्रमुख स्रोत है. यही नहीं इसमें विटामिन सी भी काफी मात्रा में होता है. जो कोशिकाओं व लिवर को डैमेज होने से बचाता है. इसलिए पीलिया में मूली का सेवन फायदेमंद है. हालांकि केवल इसी एक चीज का सेवन भी हर समय न करते रहें क्योंकि अधिक मात्रा में खाने से आपको नुकसान भी हो सकता है.आप मूली के पत्तों को अधिक से अधिक खाने की कोशिश करें.आप चाहें तो मूली के पत्तों और मूली की भूजी बना कर खा सकते हैं या फिर इनका रस निकाल कर पीने से भी बहुत लाभ मिल सकता है. यदि आपको एलर्जी है या पीलिया के साथ-साथ कोई अन्य गंभीर बीमारी है तो एक बार डाइट में बदलाव से पहले डॉक्टर या फिर डाइटिशियन से बात करें.
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