किडनी इंफेक्शन (पायलोनेफ्राइटिस) एक प्रकार का यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) है. यह आमतौर पर यूरेथरा या ब्लैडर में शुरू होता है और एक या दोनों किडनी तक जाता है. बुखार आना, ठंड लगनापेट में दर्द आदि किडनी इंफेक्शन के लक्षण हो सकते हैं. कुछ मामलों में किडनी इंफेक्शन जानलेवा तक साबित हो सकता है. ऐसे में किडनी इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज को फैटी फिश, हरी सब्जी व सेब जैसे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करना चाहिए. वहीं, रेड मीट, नट्स व केला किडनी इंफेक्शन के दौरान नहीं खाना चाहिए.

आज के लेख में आप जानेंगे कि किडनी इंफेक्शन में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं -

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  1. किडनी इंफेक्शन के मरीज डाइट में ये करें शामिल
  2. इन चीजों का न करें सेवन
  3. सारांश
किडनी इंफेक्शन में क्या खाएं और क्या नहीं के डॉक्टर

किडनी भले ही साइज में छोटी होती हैं, लेकिन संपूर्ण शरीर के स्वास्थ्य के लिए अहम है. वहीं, किडनी इंफेक्शन होने पर स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है. विशेषज्ञों के अनुसार, किडनी इंफेक्शन होने पर किसी भी प्रकार की डाइट से इसे ठीक नहीं किया जा सकता. फिर भी कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे हैं, जो किडनी की कार्यप्रणाली को बूस्ट करते हैं. ऐसे में डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ की सलाह पर सेब व हरी सब्जियों आदि का सेवन किया जा सकता है. आइए, ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

फैटी फिश

फैटी फिश जैसे साल्मन व टूना ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं. इन्हें डाइट में शामिल करने से किडनी इंफेक्शन का खतरा कम होता है. शरीर ओमेगा-3 फैटी एसिड्स को नहीं बना पाता. इसलिए, इन्हें डाइट के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है. ये मछलियां हेल्दी फैट्स का स्रोत होती हैं. ये शरीर से फैट लेवल व ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक हैं. वैसे भी ब्लड प्रेशर का अधिक होना किडनी इंफेक्शन के लिए रिस्क फैक्टर है.

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हरी व पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियां भी किडनी के लिए लाभदायक होती हैं. पालककेल व ब्रोकली जैसी सब्जियों में फाइबरमिनरल व अलग-अलग विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो किडनी की हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं. अगर किडनी डायलासिस पर हैं, तो हरी सब्जियां न खाएं, क्योंकि इनमें पोटेशियम की मात्रा भी होती है. जो ऐसे मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.

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सेब

सेब संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही लाभदायक है. सेब में पेक्टिन नाम का फाइबर होता है, जो सेहतमंद होता है. यह तत्व किडनी इंफेक्शन से जुड़ी समस्याओं का रिस्क काफी कम करता है. साथ ही पेक्टिन ब्लड प्रेशर को सामान्य करने और कोलेस्ट्रॉल लेवल को स्थिर रखने में भी सहायक है. सेब खाने से मीठा खाने की क्रेविंग भी पूरी होती है.

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पानी

किडनी इंफेक्शन में पानी पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. डॉक्टर भी कहते हैं कि किडनी इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज को रोज कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए. पानी शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है. इसलिए, किडनी को स्वस्थ रखने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है. ध्यान रहे कि अगर कोई किडनी फेलियर से ग्रस्त है, तो उसे डॉक्टर से पूछकर अपनी पानी पीने की मात्रा तय करनी चाहिए.

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साबुत अनाज

बाजराजौ व गेहूं किडनी के लिए लाभदायक हैं. इनमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो किडनी को बीमारियों से दूर रखने में सहायक होते हैं. इनमें मौजूद डाइटरी फाइबर से पाचन अच्छा रहता है. इनमें अलग-अलग विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं.

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क्रैनबेरी जूस

कुछ मेडिकल स्टडी कहती हैं कि अगर किसी को यूटीआई के कारण किडनी इंफेक्शन की समस्या है, तो उसे क्रैनबेरी जूस का सेवन करना चाहिए. क्रैनबेरी जूस शरीर में जमा बैक्टीरिया को कम कर सकता है. शोधकर्ताओं का मानना है कि क्रैनबेरी के रस में मौजूद एसिड, जैसे कि मैलिक, साइट्रिक और क्विनिक एसिड यूरिनरी ट्रैक्ट में सुरक्षात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है.

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अधिक फास्फोरससोडियम या पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन किडनी के लिए नुकसानदायक है. इसके तहत निम्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल हैं -

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पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किडनी का स्वस्थ रहना जरूरी है. किडनी की सेहत बेहतर बनाने के लिए क्रैनबेरी जूस व साबुत अनाज आदि चीजें अपनी डाइट में शामिल करें. वहीं, उन चीजों का सेवन करने से भी बचें, जो किडनी के लिए हानिकारक हो सकती हैं, जैसे कि अधिक नमक या पोटेशियम से भरपूर चीजें. डाइट संबंधी कोई भी जानकारी एक अच्छे डाइटिशियन से लें. उसके बाद ही डाइट में बदलाव करें.

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Dt. Vinkaljit Kaur

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