घुटनों का दर्द किसी को भी हो सकता है, लेकिन बुजुर्गों को यह समस्या ज्यादा होती है. इस कारण से चलना-फिरना व सीढ़ियां चढ़ना-उतरना मुश्किल हो जाता है. ये समस्या कई कारणों से हो सकती है. ऐसे में इसे ठीक करने के लिए आयुर्वेद से बेहतर और कोई तरीका नहीं हो सकता. इसके लिए पतंजलि की आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. पतंजलि के दिव्य अजमोदी चूर्ण, दिव्य पीड़ान्तक ऑयल व दिव्य पीड़ानिल गोल्ड टैबलेट आदि घुटनों के दर्द से कुछ राहत दिला सकते हैं.
आज इस लेख में आप घुटनों के दर्द में ली जाने वाली पतंजलि की दवाओं के बारे में जानेंगे -
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घुटनों के दर्द में फायदेमंद पतंजलि की दवाएं
घुटनों में दर्द हो जाए, तो चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में पतंजलि की दवा दिव्य अजमोदी चूर्ण, दिव्य पीड़ान्तक ऑयल, दिव्य पीड़ानिल गोल्ड टैबलेट के सेवन से घुटनों का दर्द कुछ कम हो सकता है. आइए, पतंजलि की घुटनों के दर्द की दवा के बारे में विस्तार से जानते हैं -
पतंजलि दिव्य अजमोदादि चूर्ण
अजमोद, वाय विदंग, देव दारू, चित्रक मूल, सेंधा नमक, छोटी हरड़, विधारा, सोंठ, काली मिर्च, पिप्पली और सोया इस चूर्ण की मुख्य सामग्रियां हैं. पतंजलि की यह दवा जोड़ों में सूजन, जोड़ों में दर्द और अर्थराइटिस के लिए फायदेमंद है. यह चूर्ण सूजन को कम करके हड्डियों व आसपास के मसल टिश्यू को रिस्टोर करता है. घुटनों के दर्द में तो यह दवा बहुत प्रभावशाली है, जिससे तुरंत राहत मिलता है.
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पतंजलि दिव्य पीड़ान्तक तेल
यह तेल वत्सनाभ, मधुयष्टि, पिप्पली की जड़, समुद्री नमक, गज पिप्पली, जटामांसी, नाग केसर, हरिद्र, दारुहरिद्रा, तेज पत्र, भृंगराज, मंजिष्ठा, पलाश की जड़, शतावरी व शत पुष्प जैसे हर्बल एक्स्ट्रैक्ट से बना है. पतंजलि का यह तेल घुटनों के दर्द के साथ-साथ जोड़ों के दर्द, पीठ दर्द, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, स्लिप डिस्क, सूजन व हर तरह के दर्द में लाभदायक है.
इस तेल से मालिश करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और जोड़ों को ताकत मिलती है. इस तरह से दिव्य पीड़ान्तक ऑयल अर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस, रूमेटाइड से राहत दिलाने में मददगार है.
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पतंजलि दिव्य पीड़ानिल गोल्ड टैबलेट
इस टैबलेट में पुनर्नवादि मंडूर, शुद्ध गुग्गुल, मुक्ताशुक्ति भस्म, महावत विध्वंसन रस व आमवातारि रस जैसी सामग्रियां मौजूद होती हैं. घुटनों के दर्द का एक आम कारण कार्टिलेज डैमेज है. इस टैबलेट का एडवांस्ड ट्रीटमेंट घुटनों के दर्द से राहत दिलाने के लिए डैमेज हुए कार्टिलेज की मरम्मत करने में मदद करता है.
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पतंजलि दिव्य आमवातारि रस
शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, त्रिफला, चित्रक मूल, शुद्ध गुग्गुल व अरंडी के तेल से युक्त यह रस रूमेटाइड अर्थराइटिस और ऑस्टियोअर्थराइटिस को ठीक करने में सहायक है. खराब डाइट और सुस्त होती लाइफस्टाइल से शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं और जोड़ों में दर्द होने लगता है. ऐसे में आमवातारि रस में मौजूद जड़ी बूटियों के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और नैचुरल कैल्शियम हड्डियों के स्ट्रक्चर को फॉर्टिफाई करने के साथ सूजन को कम करने, जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने और सिस्टम से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मददगार हैं.
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पतंजलि दिव्य चंद्रप्रभा वटी
वाय विदंग, देव दारू, नागरमोथा, चित्रक छाल, काली मिर्च, दारुहरिद्रा, वच, पिप्पली मूल, धनिया, चव्या व सोंठ जैसी जड़ी-बूटियों से युक्त यह दिव्य चंद्रप्रभा वटी जोड़ों के दर्द के साथ-साथ सामान्य कमजोरी को भी ठीक करने में कारगर है. इसके मसल रिलैक्सेंट गुण घुटनों के दर्द से राहत दिलाते हैं और मजबूती प्रदान करने के साथ इम्यूनिटी को भी बूस्ट करते हैं. इसके साथ ही पतंजलि की यह दवा यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को भी ठीक करने में अहम भूमिका निभाती है.
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पतंजलि महावात विध्वंसन रस
इसे शुद्ध परद, शुद्ध गंधक, व्यंग भस्म, नाग भस्म, लौह भस्म, ताम्र भस्म, अभ्रक भस्म, शुद्ध टंकण, हरड़, बहेड़ा, पुष्कर मूल, निर्गुंडी, पत्र स्वरस, आक दुग्ध, आंवला स्वरस, अदरक स्वरस व नींबू स्वरस जैसी जड़ी बूटियों से बनाया गया है. यह महावात विध्वंसन रस जोड़ों के दर्द व जोड़ों में सूजन जैसी स्थितियों में आराम पहुंचाने का काम करता है. आयुर्वेदिक साइंस का यह एक जादुई आविष्कार है, जिसे इस्तेमाल करने से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है.
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पतंजलि दिव्य निर्गुंडी क्वाथ
दिव्य निर्गुंडी क्वाथ शानदार तरीके से मांसपेशियों को रिलैक्स करने के साथ-साथ अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलवाने में मददगार है. साथ ही इस पतंजलि दवा के इस्तेमाल से जोड़ों का दर्द भी ठीक होता है और तेज बुखार में भी यह फायदेमंद है.
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पतंजलि दिव्य पीड़ानिल स्प्रे
गंधपुरा, नीलगिरी, पुदीना सत, कपूर भीमसेनी सत, अजवाइन सत और सुगंधित द्रव्य इस दिव्य पीड़ानिल स्प्रे की सामग्रियां हैं. घुटनों के दर्द से तुरंत राहत पाने में ये स्प्रे शानदार है. साथ ही ये स्प्रे एडवांस ट्रीटमेंट की वजह से डैमेज हुए कार्टिलेज को रिपेयर करके जोड़ों के दर्द से तुरंत आराम पहुंचाने का काम करता है.
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सारांश
घुटनों का दर्द इतना परेशान करता है कि चलने-फिरने में दिक्कत महसूस होने लगती है. इससे राहत पहुंचाने में पतंजलि की दवाइयां बहुत मदद करती हैं. दिव्य पीड़ानिल गोल्ड टैबलेट, दिव्य निर्गुंडी क्वाथ, दिव्य चंद्रप्रभा वटी, दिव्य अजमोदी चूर्ण घुटनों के दर्द पर शानदार तरीके से काम करता हैं. इनमें से किसी भी पतंजलि दवा का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक स्पेशलिस्ट की राय जरूर लेनी चाहिए, क्योंकि हर दवा सभी पर एक जैसा असर नहीं करती है.
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अस्वीकरण: ये लेख केवल जानकारी के लिए है. myUpchar किसी भी विशिष्ट दवा या इलाज की सलाह नहीं देता है. उचित इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें.
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