सुस्ती एक ऐसी समस्या है जिससे आज के समय में हर कोई परेशान है। इसका मुख्य कारण दिनचर्या, काम का बोझ और नींद पूरी ना होना है। कई बार सुस्ती के लिए दवाएं व बीमारियां भी जिम्मेदार होती हैं। युवा पीढ़ी में यह समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।
जब शरीर में ऊर्जा की कमी या थकान महसूस होने लगती है तो इस स्थिति को सुस्ती कहा जाता है। यह मुख्य रूप से किसी शारीरिक समस्या जैसे कैंसर, अस्थमा, एनीमिया, नींद संबंधी विकार व थायराइड आदि होने पर या फिर इनके इलाज के लिए ली जा रही दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में विकसित हो सकती है। कुछ अन्य स्थितियां भी हैं, जो सुस्ती का कारण बन सकती हैं, जैसे नींद में कमी, पर्याप्त व्यायाम ना कर पाना, अच्छा आहार ना लेना, तनाव या अधिक शारीरिक परीक्षण। अगर आपको दिनभर सोने का मन करता है, काम करने का मन नहीं करता या फिर आप काम कर नहीं पाते, तो ये सुस्ती के लक्षण हो सकते हैं।
वैसे तो कुछ दवाएं मौजूद हैं, जिनकी मदद से शरीर की सुस्ती को दूर किया जा सकता है। लेकिन अगर आप दवाएं नहीं लेना चाहते हैं, तो कुछ घरेलू उपाय हैं जिनकी मदद से सुस्ती को दूर किया जा सकता है। इन घरेलू उपायों में घर पर मिलने वाली सामान्य चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इनसे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।