एब्रोटेनम
सामान्य नाम : साउदर्नवुड
लक्षण : एब्रोटेनम को ऐसे व्यक्तियों के लिए अच्छा उपाय माना जाता है जो मरैज्मस (कुपोषण का गंभीर रूप) से ग्रस्त हैं। यह निम्नलिखित लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है :
- लगातार भूख लगना
- भले ही व्यक्ति की भूख अच्छी हो, लेकिन तब भी पतला व कमजोर महसूस करना
- रात में पेट में दर्द चुभन वाला दर्द होना
- अपच
- बिना पचा हुआ भोजन मल के जरिये त्याग करना
- मुंह में लसलसापन
- मुहासे व चेहरा पतला होना
ठंडी हवा में यह लक्षण बदतर हो जाते हैं, जबकि घूमने से इनमें सुधार होता है।
एसिटिकम एसिडम
सामान्य नाम : ग्लेशियल एसिटिक एसिड
लक्षण : यह उपाय शरीर से कमजोर लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है। यह निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण का इलाज करने में सहायक है :
- पेट से आवाज आना
- पेट का कैंसर
- खट्टी डकारें आना
- उल्टी
- अत्यधिक लार आना (अपच के कारण अचानक लार गिरना)
- हाइपरक्लोरहाइड्रिया (पेट में गैस्ट्रिक एसिड सामान्य से अधिक होना)
- गैस्ट्रालजिया (पेट या ऊपरी पेट में दर्द)
- छाती और पेट में तेज जलन, इसके बाद में त्वचा में ठंडक और माथे पर ठंडा पसीना आना
- अल्सर की तरह पेट में जलन होना
- किसी भी चीज का सेवन करने के बाद उल्टी होना
- कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करने पर गैस संबंधित समस्याएं होना
- पेट में जलन के साथ तेज प्यास लगना
- कमजोरी व चेहरा पीला पड़ना
आर्सेनिकम एल्बम
सामान्य नाम : आर्सेनिक एसिड, आर्सेनिक ट्राइऑक्साइड
लक्षण : यह उपाय उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है जो थोड़ी सी भी गतिविधि के बाद बेहद थका हुआ महसूस करते हैं। वे अपने व्यवहार में चिड़चिड़ापन, कमजोरी और जलन का भी अनुभव करते हैं। आर्सेनिकम एल्बम निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण के इलाज में मदद करता है :
- भोजन की गंध महसूस करने में असमर्थता
- अत्यधिक प्यास लगना। हालांकि, इस स्थिति में व्यक्ति एक बार में थोड़ी मात्रा में पानी नहीं पी सकता है
- पेट में जलन और दर्द
- कॉफी, दूध और अम्लीय भोजन करने की इच्छा
- जब भी व्यक्ति कुछ खाता या पीता है तो मतली व उल्टी
- पेट में गड़बड़ी
- लंबे समय तक प्रभावित करने वाला दर्द
- पेट में जलन
- हरा बलगम, पित्त या खून निकलना
- अम्लीय भोजन, आइसक्रीम या बर्फ का ठंडा पानी पीने पर अपच की समस्या
- हल्का भोजन करने के बाद भी पेट में समस्या
- पेट में दर्द के साथ-साथ थकान व शरीर में तेज ठंडक का अहसास
- ऐसा महसूस होना जैसे कुछ भी निगला हुआ फंस गया है।
ठंडी या नम मौसम में ठंडे भोजन या पेय का सेवन करने और आधी रात को लक्षण बदतर हो जाते हैं। सामान्य रूप से गर्म वातावरण और गर्म पेय लेने के बाद या सिर को थोड़ा ऊंचा रखने पर व्यक्ति बेहतर महसूस करता है।
बैराइटा कार्बोनिका
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ बैराइटा
लक्षण : यह उपाय शिशुओं, बूढ़े लोगों और उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है, जिन्हें अक्सर टॉन्सिल में सूजन की समस्या होती है। यह निम्नलिखित लक्षणों का इलाज करने में मदद करता है :
- वाटर ब्रैश (जब कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में लार का उत्पादन करता है तो मुंह की लार पेट के एसिड के साथ मिल जाती है और गले में समस्या हो जाती है)
- हिचकी
- गर्म भोजन करने के बाद पेट के ऊपर दाएं हिस्से में छूने पर दर्द होना
- भोजन करने के बाद पेट में भार व दर्द महसूस करना
- वृद्ध लोगों में गैस संबंधी समस्याएं
यह सभी लक्षण दर्द वाले हिस्से के बल लेटने और अपनी बीमारी के बारे में अत्यधिक सोचने पर बढ़ जाते हैं। खुली हवा में निकलने पर इन लक्षणों में सुधार होता है।
कैल्केरिया कार्बोनिका
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ लाइम
लक्षण : कैल्केरिया कार्बोनिका निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण के इलाज में मदद करता है :
- पेट में जलन
- जोर से व खट्टी डकार आना
- बहुत अधिक मेहनत करने के बावजूद भूख कम लगना
- ठंडा पानी पीने और प्रभावित हिस्से पर दबाव डालने पर पेट में ऐंठन
- भूख, जिसमें संतोष न हो
- दूध पसंद न करना
- पेट के ऊपरी हिस्से में छूने पर दर्द होना
- अतिजठराम्लता (पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का अत्यधिक स्राव)
यह लक्षण ठंड और नमी वाले मौसम में, थकावट से, खड़े होने पर और पूर्णिमा के दौरान खराब हो जाते हैं। जबकि छींकने, शुष्क मौसम में, दर्द वाले हिस्से के बल लेटने पर इनमें राहत मिलती है।
कैल्केरिया फॉस्फोरिका
सामान्य नाम : फॉस्फेट ऑफ लाइम
लक्षण : कैल्केरिया फॉस्फोरिका एनीमिया से गस्त उन बच्चों के लिए सबसे उपयुक्त है, जिनका पाचन कमजोर और व्यवहार चिड़चिड़ा होता है। यह उन शिशुओं को भी दिया जाता है, जिन्हें बार-बार उल्टी आ जाती है। यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण के इलाज में मदद करता है :
- अत्यधिक गैस करना
- अत्यधिक गैस की समस्या व तेज भूख-प्यास लगना, जिसमें खट्टी डकार से राहत मिलती है।
- पेट में जलन
- उल्टी, खासकर बच्चों में
यह लक्षण ठंड और नम मौसम में खराब हो जाते हैं, जबकि गर्म और शुष्क वातावरण और गर्मियों में इन लक्षणों से राहत मिलती है।
हेपर सल्फर
सामान्य नाम : हैनिमैन कैल्शियम सल्फाइड
लक्षण : यह उपाय ऐसे लोगों के लिए उपयुक्त है, जिन्हें अक्सर झनझनाहट महसूस होती है जैसे कि उनके शरीर के किसी हिस्से पर हवा चल रही हो। यह निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण का इलाज करने में असरदार है :
- वसायुक्त खाद्य पदार्थों को पसंद न करना जबकि तेज गंध वाले, अम्लीय खाद्य पदार्थों और शराब के सेवन की इच्छा करना
- बिना गंध या स्वाद के बार-बार डकार आना
- पेट का बढ़ना
- पेट में जलन
- कम या हल्का भोजन करने के बाद भी पेट में दबाव व भारीपन महसूस करना
यह सभी शिकायतें ठंडी और शुष्क हवाओं में, दर्द वाले हिस्से के बल लेटने पर बदतर हो जाते हैं। जबकि नम मौसम, भोजन के बाद, गर्म वातावरण में और जब व्यक्ति अपना सिर लपेटता है तो इनमें सुधार होता है।
हाइड्रैस्टिस कैडेनसिस
सामान्य नाम : गोल्डन सील
लक्षण : यह उपाय उन लोगों में ज्यादातर असरदार है, जिन्हें म्यूकस मेंब्रन (नाक, आंख और मुंह जैसे अंगों की अंदरूनी परत) से मोटे व पीले रंग के स्राव की समस्या होती है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करके कुपोषण के इलाज में भी सहायता करता है।
- पेट की मांसपेशियां कमजोर होने के कारण पाचन कमजोर होना। इसमें व्यक्ति सब्जी या ब्रेड खाने में असमर्थ हो जाता है।
- पेट में लगातार दर्द की समस्या
- पेट में खालीपन लगना
- पेट के ऊपरी और दाईं तरफ धमक वाला दर्द या वाइब्रेट होना
- पेट का कैंसर
- पेट में अल्सर
- पेट की अंदरूनी परतों में सूजन
आयोडियम
सामान्य नाम : आयोडीन
लक्षण : आयोडीन उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है जो शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हैं और थोड़ा सा काम करने के बाद पसीना आ जाता है। यह निम्नलिखित लक्षणों को कम करके कुपोषण का इलाज करने में मदद करता है :
- अत्यधिक भूख और प्यास
- किसी समय का भोजन न कर पाने पर परेशान होना
- स्वस्थ आहार लेने के बाद भी व्यक्ति का वजन कम होना
- पेट में धमक जैसी झनझनाहट
यह लक्षण तब और खराब हो जाते हैं, जब व्यक्ति शांत होता है, गर्म वातावरण में रहता है और दाहिनी तरफ करवट लेकर लेटता है। हालांकि, खुली हवा में चलने के बाद इन लक्षणों में सुधार होता है।