खसरा एक वायरल बीमारी है जो बहुत ही आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाती है। इसमें रोगी को बुखार, खांसी, गले में खराश और त्वचा पर चक्कतों जैसे लक्षण होते हैं। इसे अंग्रेजी में “मीसल्स” (Measles) कहा जाता है और ये रोगी की श्वसन प्रणाली को नुक्सान पहुंचता है।
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खसरे का वायरस संक्रमित व्यक्ति की नाक व गले में मौजूद होता है और जब वह व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो ये वायरस हवा में फैल जाता है। ये वायरस हवा में कई घंटों तक सक्रिय रह सकता है और अगर ये सांस के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति के शरीर में चला जाए, तो उसे भी खसरा हो जाता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छुई गई किसी वस्तु को छूने या उस व्यक्ति के संपर्क में आने या उसके साथ खाना-पीना, बर्तन और अन्य चीजें शेयर करने से भी ये वायरस फैलता है।
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खसरा आमतौर पर बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन ये बड़े लोगों को भी हो सकता है। अगर आपको पहले कभी खसरा नहीं हुआ है या आपको इसका टीका नहीं लगा है, तो आपको खसरा होने की संभावना अधिक है। कुछ मामलों में खसरा घातक भी हो सकता है, हालांकि ये एक हफ्ते से दस दिनों में ठीक हो जाता है।
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इस लेख में खसरा हो जाए तो क्या करना चाहिए और इसके लिए डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।