डिप्रेशन और एंग्जायटी दोनों अलग-अलग स्थितिया हैं, लेकिन एक साथ भी हो सकती हैं. साथ ही इनका इलाज भी लगभग एक ही साथ होता है. अधिकतर लोग समय-समय पर कभी न कभी चिंता जरूर महसूस करते हैं, लेकिन डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या का लगातार कई दिनों तक बने रहना मानसिक स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा करती है. ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानकर तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि डिप्रेशन व एंग्जायटी एक साथ हो सकते हैं या नहीं और इनका इलाज क्या है -
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क्या डिप्रेशन व एंग्जायटी एक साथ हो सकते हैं?
हां, ये दोनों समस्याएं एक साथ हो सकती हैं. कई मामलों में डिप्रेशन और एंग्जायटी अलग-अलग नजर आ सकती है. डिप्रेशन की स्थिति में मुख्य रूप से व्यक्ति सुस्त, उदास या निराशाजनक महसूस करता है. वहीं, एंग्जायटी से ग्रसित व्यक्तियों में घबराहट और डर की भावनाएं अधिक होती हैं, लेकिन कई ऐसी स्थितियां हैं, जिसमें डिप्रेशन और एंग्जायटी एक साथ नजर आ सकती है.
एक व्यक्ति को एक ही समय में डिप्रेशन और एंग्जायटी हो सकती है. 2015 के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 41.6 प्रतिशत लोगों ने 12 महीने की समान अवधि के दौरान डिप्रेशन और एंग्जायटी दोनों डिसऑर्डर के लक्षण महसूस किए हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि डिप्रेशन और एंग्जायटी एक साथ हो सकते हैं.
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डिप्रेशन व एंग्जायटी एक साथ होने इलाज
डिप्रेशन और एंग्जायटी एक साथ होने पर इनका इलाज अलग-अलग करना जटिल हो सकता है. ऐसे में दोनों का एक साथ इलाज किया जाता है. आइए, जानते हैं कि एंग्जायटी और डिप्रेशन का संभावित इलाज क्या होता है -
थेरेपी
एंग्जायटी और डिप्रेशन की स्थिति को कम करने के लिए थेरेपी की मदद ली जा सकती है. इसके लिए किसी अच्छे और प्रोशनल थेरेपिस्ट की मदद लें. डिप्रेशन और एंग्जायटी को कम करने के लिए आप कुछ असरदार थेरेपी की मदद ले सकते हैं, जैसे -
कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी - कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी में विचारों और कार्यों को समायोजित कैसे किया जाता है, इस बारे में जानने में मदद मिल सकती है.
प्रॉब्लम सॉल्विंग थेरेपी - इस थेरेपी में मरीजों को अपने लक्षणों को कंट्रोल करना सिखाया जाता है.
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दवाइयां
मेडिकेशन से डिप्रेशन और एंग्जायटी का इलाज किया जा सकता है. इसके लिए एंटीएंग्जायटी, एंटीडिप्रेसेंट व मूड स्टेबलाइजर दवा ली जा सकती है. इन दवाओं का सेवन डॉक्टर या फिर मनोचिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए.
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डिप्रेशन और एंग्जायटी का इलाज करने के लिए Myupchar Ayurveda Manamrit का सेवन नियमित रूप से किया जा सकता है. इसे कम से कम 3 माह तक लेने की सलाह दी जाती है -
एक्सरसाइज
डिप्रेशन और एंग्जायटी की स्थिति को कम करने के लिए व्यायाम की मदद ली जा सकती है. यह दिमाग के लिए मूड बूस्टर माना जाता है. नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से व्यक्ति में आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलता है. साथ ही यह रिश्तों को भी बेहतर बना सकता है. डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्तियों के लिए एक्सरसाइज काफी अच्छा उपचार माना जा सकता है. इसलिए, सप्ताह में कम से कम 3-5 बार एक्सरसाइज करने का लक्ष्य रखें.
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रिलैक्सेशन टेक्निक
एंग्जायटी और डिप्रेशन को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन और डीप ब्रीथिंग फायदेमंद हो सकती है. कई मनोचिकित्सक डिप्रेशन और चिंता विकृति को कम करने के लिए योग और ध्यान करने की सलाह देते हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि नियमित रूप से दिन में सिर्फ 2-5 मिनट ध्यान करने से चिंता को कम किया जा सकता है. साथ ही यह मूड को बेहतर बना सकता है.
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डाइट पर ध्यान
मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए आहार पर ध्यान देना भी जरूरी है. एक्सपर्ट का कहना है कि एंग्जायटी और डिप्रेशन की स्थिति में कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार खाने की इच्छा काफी ज्यादा होती है, लेकिन इस तरह के आहार से दूरी बनाएं. मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए हेल्दी फैट लें. अपने आहार में अधिक से अधिक ताजे फलों और सब्जियों को शामिल करें. चीनी, कैफीन और शराब से दूरी बनाकर रखें.
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सारांश
डिप्रेशन और एंग्जायटी की परेशानी एक साथ हो सकती है. इसका इलाज अलग-अलग चिकित्सा पद्धति से किया जा सकता है. अगर किसी व्यक्ति को डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या एक साथ महसूस हो रही है, तो उसे तुरंत एक्सपर्ट से सलाह लेकर अपना इलाज शुरू करवाना चाहिए. साथ ही नियमित रूप से व्यायाम, योग व मेडिटेशन भी करते रहना चाहिए.
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क्या डिप्रेशन व एंग्जायटी एक साथ हो सकते हैं? के डॉक्टर

Dr. Hemant Kumar
न्यूरोलॉजी
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Dr. Vinayak Jatale
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