मुंहासे त्वचा से संबंधित सामान्य समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है. वैसे यह समस्या अतिरिक्त सीबम के बनने और स्किन के पोर्स में जमा होने के कारण होती है. इसके परिणामस्वरूप त्वचा पर लाल, सूजे हुए धब्बे बनने लगते हैं. वैसे तो मुंहासों के लिए बाजार में कई तरह की दवाएं मौजूद हैं, लेकिन आयुर्वेद से बेहतर और कोई इलाज नहीं हो सकता. पिंपल्स के लिए आयुर्वेदिक दवा को विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है. मुंहासे होने पर माय उपचार आयुर्वेद नलपमारादि ऑइंटमेंट, माय उपचार आयुर्वेद बृहत मंजिष्ठादि चूर्ण टेबलेट व माय उपचार आयुर्वेद निंबादी चूर्ण टेबलेट लेने की सलाह दी जाती है.
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आज इस लेख में आप जानेंगे कि मुंहासों का इलाज करने के लिए आयुर्वेद में कौन-कौन सी दवाएं दी जाती हैं -
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मुंहासों के लिए फायदेमंद आयुर्वेदिक उपाय
मुंहासे होने पर केमिकल युक्त प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से बेहतर है कि आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा लिया जाए, जैसे - माय उपचार आयुर्वेद नलपमारादि ऑइंटमेंट, माय उपचार आयुर्वेद बृहत मंजिष्ठादि चूर्ण टेबलेट व माय उपचार आयुर्वेद निंबादी चूर्ण टेबलेट आदि. आइए, इन दवाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं -
माय उपचार आयुर्वेद नलपमारादि ऑइंटमेंट
यह एक आयुर्वेदिक क्रीम है, जिसे प्रभावित जगह पर लगाने से न सिर्फ मुंहासे ठीक होते हैं, बल्कि मुंहासों के कारण बनने वाले निशान भी खत्म हो सकते हैं. इस दवा को बनाने के लिए मुख्य रूप से नलपमारादि तेल का इस्तेमाल किया गया है और आयुर्वेद में इसे मुंहासों के लिए सबसे अच्छा माना गया है. इसके अलावा, यह क्रीम तैयार करने में करंजा, अमलतास, दारुहरिद्रा, हल्दी, नीम, लहसुन, शिया बटर व टी ट्री ऑयल का भी इस्तेमाल किया गया है और ये सभी औषधियां मिलकर मुंहासों का इलाज करती हैं. साथ ही त्वचा पर चमक लाने का भी काम करती हैं.
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माय उपचार आयुर्वेद बृहत मंजिष्ठादि चूर्ण टेबलेट
इस दवा को बनाने में मंजिष्ठा का इस्तेमाल किया जाता है और आयुर्वेद में मंजिष्ठा को ब्लड प्यूरिफायर के रूप में जाना जाता है. इस दवा में मंजिष्ठा के अलावा, गोक्षुर, आंवला, हरीतकी, सौंफ, बहेड़ा, इलायची, सनाय, पाषाणभेद व गुलाब की पंखुड़ियां भी शामिल हैं. यह दवा खून को साफ कर मुंहासे का कारण बनने वाल बैक्टीरिया को नष्ट करती है. इस दवा को मुंहासे के अलावा एक्जिमा व सोरायसिस जैसी समस्याओं में भी लिया जा सकता है.
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दिव्य कायाकल्प वटी एक्स्ट्रा पावर
यह दवा रक्त को साफ कर त्वचा संबंधी समस्याओं को ठीक करती है. यह दवा शरीर में तत्वों को संतुलित कर त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करती है. यह दवा मुंहासों के साथ-साथ एक्जिमा, कुष्ठ रोग व ल्यूकोडर्मा जैसी गंभीर त्वचा समस्याओं में भी फायदेमंद साबित हो सकती है. यह स्किन पिगमेंटेशन को ठीक करती है त्वचा में होने वाली खुजली व जलन को शांत करती है. इसमें दारुहरिद्रा, नीम, मंजिष्ठा, देवदारु, बकुची, बहेड़ा आदि जड़ी-बूटियां शामिल हैं.
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माय उपचार आयुर्वेद निंबादी चूर्ण टेबलेट
यह दवा भी खून को साफ कर मुंहासों को जड़ से खत्म करने का काम करती है. इस दवा में मुख्य औषधि नीम है, जो आयुर्वेद में खून साफ करने के लिए सबसे बेहतर माना गया है. नीम के कारण इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो मुंहासे का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म करता है. यह दवा शरीर में जमा विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का भी काम करती है. इस दवा को बनाने में दारुहरिद्रा, देवदारु, गिलोय, हल्दी, हरीतकी, जीरा व मुस्ताक जैसी औषधियां का इस्तेमाल किया गया है.
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सारांश
मुंहासे की समस्या होने पर चेहरे सुंदरता गायब हो जाती है. इसलिए, जितना जल्दी हो सके इस समस्या को इलाज करना जरूरी है. साथ ही ऐसा उपचार करना चाहिए, जो मुंहासों को जड़ से खत्म कर सके. इसलिए, माय उपचार आयुर्वेद नलपमारादि ऑइंटमेंट, माय उपचार आयुर्वेद बृहत मंजिष्ठादि चूर्ण टेबलेट व माय उपचार आयुर्वेद निंबादी चूर्ण टेबलेट का इस्तेमाल करना चाहिए. इन दवाओं को 100% आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से तैयार किया जाता है, जिस कारण से ये दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
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मुंहासे के आयुर्वेदिक उपाय के डॉक्टर
Dr. Divyanshu Srivastava
डर्माटोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव

Dr. G.ARUN
डर्माटोलॉजी
6 वर्षों का अनुभव

Dr. Ashwin charaniya
डर्माटोलॉजी
8 वर्षों का अनुभव
