पीसीओएस (पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) या पीसीओडी (पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर) एक ऐसी समस्या है, जिसकी वजह से महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन की समस्या होने लगती है. इस समस्या से ग्रसित महिला के शरीर में मेल हार्मोन यानि एंड्रोजन (androgen) का स्तर बढ़ने लगता है. साथ ही अंडाशय पर एक से अधिक सिस्ट होने लगते हैं. पीसीओएस या पीसीओडी होने पर महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव नजर आते हैं. इन बदलावों में वजन बढ़ना सबसे बड़ी समस्या है.

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आज इस लेख में पीसीओडी में वजन को कम कैसे करें, इस बारे में जानेंगे.

  1. पीसीओडी में वजन कैसे कम करें? - How to lose weight in PCOD in Hindi
  2. भोजन में फाइबर को करें शामिल
  3. कुछ अन्य जरूरी टिप्स - Other Tips for PCOD Patient in Hindi
  4. सारांश - Takeaway
पीसीओडी में वजन कैसे कम करें के डॉक्टर

पीसीओडी समस्या से ग्रसित महिलाओं में एस्ट्रोजन फीमेल हार्मोन से ज्यादा एंड्रोजन मेल हार्मोन बनने लगता है. शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने और कैलोरीज ज्यादा इनटेक करने से शरीर में एक्सट्रा चर्बी जमा होने लगती है. इस वजह से महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है. लेकिन पीसीओएस से ग्रसित महिलाएं अपने खानपान पर ध्यान देकर वजन कंट्रोल कर सकती हैं. आइए जानते हैं कैसे.

(और पढ़ें - पीसीओडी में क्या खाना चाहिए)

शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों का कम करें सेवन

पीसीओडी (पीसीओएस) से ग्रसित महिलाओं को अपने आहार में शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों को कम से कम मात्रा में शामिल करना चाहिए. दरअसल, अननैचुरल स्वीटनर्स (Unnatural sweeteners) आपकी कैलोरी इनटेक को बढ़ाता है. साथ ही इसमें पोषक तत्व ना के बराबर होते हैं. इस स्थिति में अगर आप शुगर ज्यादा लेंंगे, तो आपके शरीर में कैलोरी इनटेक अधिक होगा जिससे आपका वजन बढ़ सकता है. साथ ही अन्य तरह की परेशानियां होने की आशंका भी बढ़ जाती है. ऐसे में आप आहार में फल और डार्क चॉकलेट जैसी चीजों को शामिल कर सकती हैं.

(और पढ़ें - पीसीओएस का होम्योपैथिक इलाज)

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कार्बोहाइड्रेट को कम मात्रा में करें शामिल

पीसीओडी से ग्रसित लगभग 70 फीसदी महिलाओं में इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) की समस्या होती है. यह परेशानी महिलाओं में तब होती है, जब उनकी कोशिकाओं में मौजूद हार्मोंस इंसुलिन के प्रभावों को पहचानना बंद कर देती है. एक रिसर्च के मुताबिक, पीसीओएस और इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) से ग्रसित महिलाएं मोटापे का शिकार हो सकती हैं. इस स्थिति में अगर आप अपना वजन कंट्रोल करना चाहती हैं, तो अपने आहार में कार्ब्स को कम से कम शामिल करें, क्योंकि कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन करने से इंसुलिन स्तर और अधिक बिगड़ सकता है. जिससे वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है.

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प्रोटीन को डाइट में करें शामिल

अधिकतर डाइट फॉलो करने वाले लोगों को प्रोटीन युक्त आहार लेने की सलाह दी जाती है. प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने से आपका वजन काफी हद तक कंट्रोल हो सकता है. अगर आप पीसीओडी से ग्रसित हैं, तो अपने आहार में अंडे, नट्स, डेयरी प्रोडक्ट्स, समुद्री आहार और मीट जैसे हाई प्रोटीन युक्त चीजों को शामिल करें. दरअसल, प्रोटीन कैलोरी बर्न करने में आपकी मदद कर सकता है. प्रोटीन का सेवन करने से आपको भूख भी कम लगती है, जिससे आप कैलोरी कम मात्रा में लेते हैं. ऐसी में आपका वजन कम हो सकता है.

(और पढ़ें - वजन कम करने के उपाय)

डाइट में हेल्दी फैट को करें शामिल

पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को अपने डाइट में हेल्दी फैट जैसे - एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, नारियल तेल, नट्स बटर इत्यादि को शामिल करना चाहिए. ये सभी चीजों में हेल्दी फैट मौजूद होता है. हेल्दी फैट लेने से आपका वजन नहीं बढ़ता, बल्कि यह वजन को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि आपको अपने आहार में अनहेल्दी फैट जैसे- रिफाइंड ऑयल, मैदा, व्हाइट ब्रेड जैसी चीजों को शामिल नहीं करना है. इस तरह के आहार का सेवन करने से आपका वजन बढ़ सकता है.

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फर्मेंटेड फूड्स का करें सेवन

पीसीओडी से ग्रसित महिलाओं को आंतों से जुड़ी परेशानी हो सकती है. आंतों में समस्या जैसे- गैस, अपच, बदहमी की समस्या लगातार बने रहने से आपका वजन बढ़ सकता है. ऐसे में गट हेल्थ को सुधारने के लिए फर्मेंटेड फूड्स का सेवन करना चाहिए. इनमें गुड बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जो आपकी आंतों को हेल्दी बनाए रखने में आपकी मदद कर सकता है. इसके लिए आप आहार में दही, इडली, ढोकला, कांजी जैसे फर्मेंटेड फूड्स को शामिल कर सकते हैं. 

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पीसीओडी से ग्रसित महिलाओं को अपनी डाइट में भरपूर रूप से फाइबर युक्त आहार जैसे- साबुत अनाज, ओट्स, दालें, नट्स (अखरोट, बादाम, काजू, पिस्ता), सीड्स (फ्लैक्स सीड्स, कद्दू के बीज, लौकी के बीज), दलिया, ताजे फल और सब्जियां को शामिल करना चाहिए. हाई फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से वजन को काफी हद तक कंट्रोल में किया जा सकता है. ये आहार ना सिर्फ शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है बल्कि इससे बार-बार भूख नहीं लगती है. जिससे आप कैलोरी इनटेक ज्यादा नहीं करते हैं. ऐसे में आपका वजन कंट्रोल हो सकता है.

(और पढ़ें - पीसीओएस के घरेलू उपाय)

पीसीओडी से ग्रसित महिलाओं को सही डाइट के साथ-साथ हेल्दी लाइफस्टाइल का चुनाव करना चाहिए. इसके लिए उन्हें कुछ खास बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है. जैसे- 

  • पूरे सप्ताह में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें. 
  • अपने आहार में कम से कम चीनी को शामिल करें. 
  • संतुलित मात्रा में पानी पिएं. 
  • सूजन को कम करने वाले आहार (हल्दी, पालक, ऑलिव ऑयल, केल, सैल्मन फिश) को अपने डाइट में शामिल करें. 
  • तनाव से दूर रहने की कोशिश करें क्योंकि अधिक तनाव लेने से आपका वजन बढ़ सकता है. 
  • सुबह या शाम के समय वॉक पर जाएं.
  • योग और ध्यान को अपने रुटीन में शामिल करें. 

(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज)

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पीसीओडी की समस्या होने पर आपको वजन बढ़ने के साथ-साथ कई अन्य परेशानियां हो सकती हैं, जैसे अनियमित पीरियड्स, बालों का झड़ना, कंसीव करने में परेशानी, स्किन से जुड़ी समस्याएं, डिप्रेशन का बढ़ना इत्यादि. यदि आपको पीसीओडी के ऐसे लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर द्वारा दिए दिशा-निर्देशों का अच्छे से पालन करें.

(और पढ़ें - वजन घटाने की दवा)

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