मूत्र प्रणाली, गुर्दे, मूत्राशय या मूत्रमार्ग के किसी भी हिस्से में संक्रमण हो तो उसे मूत्र पथ संक्रमण या यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन कहा जाता है। महिलाओं में यह काफी आम समस्या होती है। यह आमतौर पर मूत्राशय या मूत्रमार्ग में होता है, लेकिन अधिक गंभीर संक्रमण के दौरान गुर्दे यानी किडनी का भी संक्रमण हो जाता है।
मूत्राशय के संक्रमण के दौरान, पेल्विक में दर्द, पेशाब करने की बार-बार इच्छा होना, पेशाब में जलन और दर्द एवं पेशाब में खून आना आम लक्षण हैं। इस दौरान यदि संक्रमण गुर्दे तक पहुंच जाए तो ऐसे में पीठ में दर्द, बुखार, मतली और उल्टी भी हो सकता है। ऐसी कुछ स्थितियां हैं, जिन कारणों से यूटीआई की समस्या बढ़ सकती है। जैसे कि शरीर की प्रतिरक्षा कमजोर होना, कम पानी का सेवन, आदि। इस लेख में, हम उन आहार संबंधी परिवर्तनों को साझा कर रहे हैं, जिन पर इस संक्रमण के दौरान ध्यान देने की आवश्यकता होती है, साथ ही एक भारतीय डाइट प्लान भी शेयर कर रहे हैं।
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यूरिन इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए - Food for Urinary Tract infection in Hindi
- यूटीआई में खूब पानी पिएं - Drinking a lot of water help urinary tract infection in Hindi
- यूटीआई में खाएं ये इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फूड - Immunity booster food for UTI in Hindi
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन में पिए क्रैनबेरी जूस - Cranberry juice help urinary tract infections in Hindi
- UTI में खाएं दही - Probiotics good for UTI in Hindi
- यूरिन इन्फेक्शन में खाएं लहसुन - Garlic help with UTI in Hindi
- यूरिन इन्फेक्शन के लिए फलों और सब्जियों - Add all colourful fruits and vegetables in your diet in Hindi
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए और परहेज - Food We should avoid in Urinary Tract Infection in Hindi
- यूटीआई के लिए भारतीय डाइट प्लान - Diet plan for Urinary Tract Infection in Hindi
यूरिन इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए - Food for Urinary Tract infection in Hindi
यूरिन इन्फेक्शन की समस्या के लिए कुछ ऐसे आहार है जिनके सेवन से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लक्षणों को ठीक करके उसका उपचार करने में मदद मिल सकती है साथ ही UTI का इन्फेक्शन दोबारा न होने की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है, तो चाहिए जानते हैं यूरिन इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए -
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यूटीआई में खूब पानी पिएं - Drinking a lot of water help urinary tract infection in Hindi
आपकी मूत्र प्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए, अच्छी मात्रा में पानी पीना अति आवश्यक है। यह विषाक्त पदार्थों और रोगजनक सूक्ष्मजीवों को बाहर निकालने में मदद करता है और यूटीआई के इलाज के साथ-साथ इन्फेक्शन को रोकने में मदद करते हैं। सुनिश्चित करें कि आप यूटीआई को रोकने और इलाज के लिए दिन में कम से कम 3-4 लीटर (10-15 गिलास) पानी पिएं। अगर आप सादा पानी पीने में सक्षम नहीं हैं, तो इसे डिटॉक्स वॉटर, फ्रेश फ्रूट जूस, सादे नींबू पानी से बदल सकते हैं।
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यूटीआई में खाएं ये इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फूड - Immunity booster food for UTI in Hindi
कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों में, यूटीआई की समस्या ज्यादा देखी जाती है। अपने प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए, सभी मल्टीविटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ए, सी, डी, ई, ओमेगा 3 फैटी एसिड, जिंक, सेलेनियम, आदि को अपने दैनिक आहार में शामिल करके इस संक्रमण से बचें।
इन सभी पोषक तत्वों को अपनी डाइट में लेने के लिए, नट और बीज, वसायुक्त मछली, मौसमी फल और सब्जियां संतुलित तरीके से लें। कुछ मसाले एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के अच्छे स्रोत होते हैं जैसे कि हल्दी, लौंग, काली मिर्च, आदि, इनका भी सेवन अवश्य करें। अपने कस्टमाइज डाइट प्लान के लिए, अपने आहार विशेषज्ञ से विचार विमर्श कर सकते हैं।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन में पिए क्रैनबेरी जूस - Cranberry juice help urinary tract infections in Hindi
यूरिनेरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के इलाज के लिए क्रैनबेरी जूस का इस्तेमाल काफी पुराने समय से किया जा रहा है। यह कई प्रकार के विटामिन, मिनरल्स एवं शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जैसे पॉलीफेनोल और विटामिन सी आदि से भरपूर होता है, जो कि हमारे शरीर को इस संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। कई रिसर्च स्टडी ये बताती हैं कि क्रैनबेरी जूस यूटीआई के पुनरावृत्ति को रोकने में मददगार साबित होता है। इसलिए इस संक्रमण के दौरान, इस सुपरफूड का सेवन मरीज के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन पैकट वाले और मीठे जूस के बजाय, बिना चीनी वाले क्रैनबेरी जूस, कैप्सूल, सूखे क्रैनबेरी लेने की कोशिश करें, जो बाजार में आसानी मिल जाते हैं।
UTI में खाएं दही - Probiotics good for UTI in Hindi
दही उत्तम गुणों वाले बैक्टीरिया से भरपूर होती है, जो आंत में खराब बैक्टीरिया से लड़ने और आपके शरीर में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बनाने में मदद करते हैं। इनमें मौजूद प्रोबायोटिक का नियमित सेवन करने से यह यूटीआई रोकथाम और उपचार में प्रभावी तरीके से मदद कर सकती है। साथ ही साथ यह इस दौरान लिए जाने वाले एंटीबायोटिक के उपयोग के बाद के पाचन संबंधी प्रभावों को दूर करने और स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने में भी मदद करता है। इसलिए यदि आप गंभीर यूटीआई की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इस संक्रमण से लड़ने के लिए अपने दैनिक आहार में दही को अवश्य शामिल करें।
यूरिन इन्फेक्शन में खाएं लहसुन - Garlic help with UTI in Hindi
लहसुन का उपयोग सामान्यतः लंबे समय से संक्रमण और बुखार के इलाज के लिए किया जाता है। यह विटामिन सी, बी 1, बी 6, एलिसिन, आयरन और फास्फोरस जैसे प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले पोषक तत्वों में समृद्ध होता है, जो कि आपका पूरा स्वास्थ्य उत्तम बनाने का काम करते हैं।
एक अध्ययन में बताया गया है कि एलिसिन (लहसुन में पाया जाने वाला प्रमुख पदार्थ) यूटीआई में रेसिस्ट बैक्टीरिया का इलाज करने में मदद करता है। इसलिए यदि आप इस समस्या से पीड़ित हैं, तो कच्चे लहसुन को कुचल कर या चटनी के रूप में रोजाना लेने का प्रयास करें।
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यूरिन इन्फेक्शन के लिए फलों और सब्जियों - Add all colourful fruits and vegetables in your diet in Hindi
एक संतुलित आहार, जिसमें रंगीन फल और सब्जियां शामिल हों, ऐसा आहार आपको स्वस्थ रखने में और यूटीआई जैसी स्थितियों को रोकने में काफी मदद करता है। अपने आहार में हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी, तोरई, लौकी, आदि और फलों में संतरे, कीवी, अनार, आम, केला, आदि शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ आपके शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं, जो कि इस तरह के इन्फेक्शन को रोकने में काफी मददगार साबित होते हैं।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए और परहेज - Food We should avoid in Urinary Tract Infection in Hindi
कुछ-कुछ भोज्य पदार्थ आपके मूत्राशय में जलन पैदा करना एवं उत्तेजित करने का काम करते हैं और साथ ही साथ आपके शरीर को डिहाइड्रेट भी कर सकते हैं। यहां हमने उन खाद्य पदार्थों की सूची साझा की है। वे इस प्रकार है -
मसालेदार भोजन - कुछ मसालेदार भोजन मूत्राशय में जलन पैदा कर सकते हैं जो इस संक्रमण के लक्षण को खराब कर सकते हैं। तेल और मसाले की न्यूनतम मात्रा के साथ घर का पकाया पौष्टिक भोजन लेने की आदत डालें।
खट्टे फल - हालांकि, ये फल प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले विटामिन सी से भरपूर होते हैं, लेकिन अत्यधिक अम्लीय फल आपके मूत्राशय में जलन और यूटीआई के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में संतरे, नींबू, मौसम्बी, अंगूर जैसे फलों के सेवन से परहेज करें।
कैफीन वाले पेय से करें परहेज - यूटीआई होने पर हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है, लेकिन कैफीन युक्त पेय आपके शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं, इसलिए इस संक्रमण के दौरान कॉफी और अन्य कैफीन युक्त पेय जैसे कि चाय, ग्रीन टी, एनर्जी ड्रिंक, कोला आदि से दूर रहें। अगर आपको प्यास महसूस होता है, तो गैर कैफीन युक्त पेय का चयन करें।
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यूटीआई के लिए भारतीय डाइट प्लान - Diet plan for Urinary Tract Infection in Hindi
यहां हमने एक दिन का यूरिन इन्फेक्शन डाइट प्लान साझा किया है जिसे आप यूटीआई संक्रमण के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं -
सुबह खाली पेट - गर्म पानी (1 गिलास) + बादाम (5-6) + अखरोट (2-3) - रात भर भिगोए हुए
नाश्ता - अंकुरित मूंग चीला (2) + हरी चटनी (2 चम्मच) + पपीते की स्मूदी (1 गिलास)
मध्य आहार - ताजा मिश्रित फलों का रस / क्रैनबेरी का रस (1 गिलास)
दोपहर का आहार - सलाद (1 कटोरी) + चपाती (2) + पालक कढ़ी (1 कटोरी)
शाम की चाय - सब्जीयों का सूप (1 कटोरी)
रात का खाना - मटर पुलाव (1 कटोरी) + सोया करी (1-2 कटोरी)
सोते समय - दूध (1 गिलास)
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संदर्भ
- Fu Zhuxuan, Liska DeAnn, Talan David, Chung Mei. Cranberry Reduces the Risk of Urinary Tract Infection Recurrence in Otherwise Healthy Women: A Systematic Review and Meta-Analysis . J Nutr. 2017 Dec; 147(12): 2282-2288. PMID: 29046404
- Reitera Jana, et al. [link]. International Journal of Medical Microbiology. January 2020; 310 (1): 151359