myUpchar Call

कई महिलाओं को संभोग के बाद रक्त स्त्राव होता है। वैसे तो यह एक सामान्य प्रक्रिया होती है, लेकिन कुछ मामलों में यह अन्य समस्याओं की ओर भी इशारा करती है। पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से योनि से खून आता है। लेकिन, यह महिलाओं की योनि में सेक्स के समय लगी किसी चोट, संक्रमण व सर्वाइकल कैंसर का भी संकेत करता है। अगर सेक्स के बाद योनि से लगातार खून निकल रहा हो तो इस स्थिति में आपको तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

(और पढ़ें - सेक्स के बारे में जानकारी और sex position in hindi)

  1. सेक्स करते समय ब्लीडिंग क्यूँ होती है? - Sex karte samay khoon kyu aata hai
  2. क्या सेक्स के बाद ब्लीडिंग होना कोई समस्या है? - Kya sex ke baad yoni se khoon aana kisi samasya ki or sanket karta hai
  3. सेक्स के बाद ब्लीडिंग होने पर डॉक्टर से कब मिलें? - Sex ke baad bleeding hone par doctor se kab milna hai jaroori
  4. सेक्स के बाद ब्लीडिंग होने पर जांच - Sambhog ke baad khoon aane par parikshan
  5. सेक्स के बाद ब्लीडिंग का इलाज - Youn sambandh banane ke baad khoon aane ka ilaj
  6. सारांश

सेक्स के बाद योनि से खून आने की समस्या को चिकित्सा जगत में पोस्टकोइटल ब्लीडिंग (Postcoital bleeding) के नाम से जाना जाता है। यह समस्या किसी भी उम्र की महिला को हो सकती है। जो महिलाएं रजोनिवृत्ति की स्थिति में नहीं है, उनमें इस तरह की समस्या गर्भाशय ग्रीवा के कारण उत्पन्न होती है, जबकि रजोनिवृत्ति से गुजर रही महिलाओं में यह समस्या कई अन्य कारणों से भी होती हैं।

महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर एक चिंता का विषय है। खासकर रजोनिवृत्ति वाली महिलाओं को इसका खतरा अधिक होता है। सेक्स के बाद महिलाओं की योनि से इस कारण भी खून आता है।

(और पढ़ें - योनि से रक्तस्त्राव)

इसके अलावा कुछ ऐसे कारण भी हैं, जिनकी वजह से सेक्स के बाद रक्त स्त्राव होता है।

  1. संक्रमण होना – कुछ संक्रमण में सूजन व ऊतक भी योनि से खून आने की वजह होते हैं। इसमें निम्न संक्रमण शामिल होते हैं -
    श्रोणि में सूजन की बीमारी (Pelvic inflammatory disease)
    एसटीडी- यौन संचारित रोग
    गर्भावशय की ग्रीवा में सूजन (Cervicitis)
    योनि में सूजन (Vaginitis; वैजिनाइटिस)
  2. रजोनिवृत्ति में जेनिटोयुरनेरी सिंड्रोम (Genitourinary syndrome of menopause; GSM) – यह सिंड्रोम महिलाओं की योनि की सक्रियता को कम करने का इशारा करता है। यह रोग रजोनिवृत्ति के समय व अंडाशय निकालने के कारण होता है। महिलाओं की अधिक उम्र होने पर महवारी बंद हो जाती है और ऐसे उनके शरीर में एस्ट्रोजन के बनने का स्तर कम हो जाता है। एस्ट्रोजन महिलाओं के शरीर में प्रजनन के लिए जिम्मेदार होता है। (और पढ़ें - समय से पहले मेनोपॉज रोकने के उपाय)
    महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से कई तरह के रोग उत्पन्न होने लगते हैं। इससे महिलाओं की योनि में कम ल्युब्रिकेशन बनता है। जिससे महिलाओं की योनि में सूखापन व जलन होने लगती है। एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से योनि के लचिलेपन पर भी असर पड़ता है। योनि के ऊतक सिकुड़ जाते हैं। जिसकी वजह से सेक्स के समय दर्द, असहजता व खून आता है।
    (और पढ़ें - अंडाशय में गांठ का कारण)
  3. पोलिप्स (Polyps) – यह एक प्रकार का बैक्टीरिया होता है। इसके होने से कैंसर का खतरा नहीं रहता है। यह महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा व गर्भाशय की अंदरूनी परत में भी हो जाते हैं। यह गोल आकार के होते हैं। इनके सक्रिय होने पर यह ऊतकों में जलन व रक्त वाहिकाओं में ब्लीडिंग की वजह बनते हैं।
  4. जोश में सेक्स करना – जोश के साथ सेक्स करना भी योनि से खून आने का कारण होता है, क्योंकि इस तरह के सेक्स में शारीरिक बल लगाया जाता है जिससे योनि में खरोंच आ जाती है। रजोनिवृत्ति, स्तनपान व योनि में रूखापन होने के कारण भी योनि से खून आता है।
    (और पढ़ें - पहली बार सेक्स)
  5. कैंसर – योनि से लगातार खून आना या सेक्स के बाद खून आना सर्वाइकल व योनि के कैंसर का लक्षण होता है। इस तरह के लक्षण पाए जाने वाली कई महिलाओं की जांच में सर्वाइकल कैंसर पाया गया है। इसके अलावा कई मामलों में गर्भाशय के कैंसर को भी पाया गया।   
  6. योनि में सूखापन होना – योनि का सूखापन रक्त स्त्राव होने का आम कारण होता है। इसके अलावा भी योनि से खून बहने के निम्न अन्य कारण होते हैं -

(और पढ़ें - योनि को साफ कैसे रखें)

Women Health Supplements
₹716  ₹799  10% छूट
खरीदें

अगर आपको सेक्स के बाद खून आ रहा हो तो यह सामान्य स्तिथि होती है। लेकिन इस स्थिति के बारे में सही जानकारी के लिए आपको डॉक्टर से मिलना होगा। अगर आपको पीरियड्स के कुछ समय पहले या बाद के दौरान सेक्स करने के बाद खून आए तो आपको डॉक्टर से इस विषय पर अवश्य परार्मश कर लेना चाहिए। जब तक डॉक्टर की जांच की रिपोर्ट आपको न पता चले तब तक दोबारा सेक्स न करें। कई बार संक्रमण व किसी अन्य गंभीर समस्या के कारण भी संभोग के बाद योनि से खून आने लगता है। 

(और पढ़ें - योनि में जलन का कारण

सेक्स के बाद खून आने के लक्षण इसके कारण के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। अगर आपको सेक्स के बाद बेहद ही कम रक्त स्त्राव हो रहा हो, तो आपको इस स्थिति में घबराने की आवश्यकता नहीं है।

(और पढ़ें - पहली बार सेक्स और सेक्स करने के तरीके)

इन लक्षणों के दिखाई देने पर डॉक्टर से तुरंत मिलें।

  1. योनि में खुजली और जलन,
  2. मूत्रत्याग में जलन महसूस होना, (और पढ़ें - पेशाब में जलन होने का कारण)
  3. संभोग करते समय अधिक दर्द होना,
  4. अधिक खून बहना,
  5. पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द,
  6. पीठ के निचले हिस्से में दर्द, (और पढ़ें - पीठ दर्द का इलाज)
  7. जी मिचलाना और उल्टी आना, (और पढ़ें - उल्टी रोकने के उपाय)
  8. योनि से सफेद पानी आना इत्यादि।

(और पढ़ें - योनि डिस्चार्ज का कारण)

Ashokarishta
₹356  ₹400  11% छूट
खरीदें

यौन संबंध के बाद खून बहना आमतौर पर योनि के रूखेपन के कारण होता है, लेकिन कई बार यह समस्या गंभीर भी हो सकती है। इसमें डॉक्टर सबसे पहले कैंसर की जांच करते हैं। जिसमें वह आपकी योनि व गर्भाशय ग्रीवा की जांच के लिए पैप स्मीयर (Pap Smear) टेस्ट करते हैं। कैंसर की पहचान होने पर कैंसर विशेषज्ञ के पास आपको भेज दिया जाता है।

(और पढ़ें - कैंसर का इलाज)

यौन संबंध के बाद खून बहने के अतिरिक्त कारणों की जांच निम्न परीक्षण से की जाती है।

  • कोलपोस्कोपी (Coloscope) – इसमें महिलाओं की योनि व गर्भाशय ग्रीवा की जांच की जाती है।
  • ट्रांसवैजाइनल अल्ट्रासाउंड।
  • यूरीन टेस्ट (मूत्र का परीक्षण)।
  • खून की जांच
  • योनि से निकलने वाले सफेद पानी की जांच।

(और पढ़ें - योनि के सूखेपन का इलाज)

यौन संबंध बनाने के बाद योनि से खून आने के कारणों के आधार पर इस समस्या का इलाज किया जाता है। जिनमें निम्न प्रमुख हैं -

  1.  ल्यूब्रिकेंट्स -
    अगर आपकी योनि से खून आने की वजह रूखापन है तो आपको योनि में मॉइश्चराइजर लगना चाहिए। नियमित रूप से मॉइश्चराइजर को योनि की त्वचा पर लगाने से यह योनि की अंदरूनी त्वचा को मॉइश्चराइज करता है। इससे रूखापन खत्म होकर त्वचा में नमीं आने लगती है। (और पढ़ें - सेक्स पावर कैसे बढ़ाएं)

    योनि के लिए आने वाले लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से संभोग के समय त्वचा के घर्षण से छिलने की समस्या कम हो जाती है। पानी युक्त ल्यूब्रिकेंट सेक्स के समय योनि से आने वाले खून को कम कर देता है। तेल युक्त ल्यूब्रिकेंट व कंडोम को साथ में इस्तेमाल करने से कंडोम के कटने या फटने का डर बना रहता है। इसलिए आप पानीयुक्त ल्यूब्रिकेंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही साथ यौन संबंध बनाते समय तेजी या जोश दिखाने की जरूरत नहीं हैं। अगर जोश में महिला को समस्या हो रही है तो आपको तुरंत रूक जाना होगा या इसको आराम से धीरे-धीरे करना होगा। (और पढ़ें - योनि में दर्द का इलाज)
     
  2. एस्ट्रोजन थेरेपी -
    रजोनिवृत्ति या अंडाशय को बाहर निकलवाने से योनि में रूखापन आने की वजह में आप एस्ट्रोजन थेरेपी को अपना सकती हैं। योनि के लिए आने वाली एस्टोजन क्रीम व अन्य उपादों का इस्तेमाल कर सकती हैं। योनि से खून आने की स्थिति में आप एस्ट्रोजन अंगूठी (रिंग) का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इस लचीली अंगूठी को योनि में अंदर लगाई जाती है। यह सीमित मात्रा में एस्ट्रोजन को करीब 90 दिनों तक स्त्रावित करता है। ओरल हार्मोन थेरेपी में एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टीन को बदल दिया जाता है।  इसके लावा भी महिलाओं के लिए कई अन्य विकल्प मौजूद है। (और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण का उपचार)
     
  3. अन्य इलाज
    योनि में सूजन आना रूखेपन व संक्रमण की ओर संकेत करता है। इसके कारण अज्ञात हो सकते हैं। आपके डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली एंटीबॉटिक के कारण भी ऐसा हो सकता है। श्रोणी में दर्द व यौन संचारित रोगों की दवा के साथ भी आपको एंटीबॉयोटिक की दवा दी जा सकती है। इसके अलावा गर्भाशय ग्रीवा में संक्रमण होने पर भी डॉक्टर आपको कुछ ऐसी दवाएं दे सकते हैं, जिससे आपको योनि में रूखापन हो जाता है। (और पढ़ें - योनि की बदबू का इलाज)
Chandraprabha Vati
₹346  ₹400  13% छूट
खरीदें

सेक्स के बाद ब्लीडिंग एक सामान्य लेकिन चिंताजनक स्थिति हो सकती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें योनि में सूखापन, सेक्स के दौरान खुरदुरापन, गर्भाशय ग्रीवा की असामान्य कोशिकाएँ, संक्रमण, या हार्मोनल बदलाव शामिल हैं। कभी-कभी योनि की दीवारों पर छोटे घाव या फटने के कारण भी रक्तस्राव हो सकता है। अगर ब्लीडिंग बार-बार होती है या ज्यादा होती है, तो यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है, जैसे सर्वाइकल कैंसर या अन्य गाइनिकोलॉजिकल समस्याएं। इसलिए, इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना और उचित जांच कराना आवश्यक है।

ऐप पर पढ़ें