माइक्रोडर्माब्रेशन एक ऐसी स्किन टेक्नीक है जिसमें स्किन की ऊपरी परत को धीरे से हटाने के लिए फ्रिक्शन प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जिससे आपकी त्वचा की रंगत और बनावट में सुधार होता है। माइक्रोडर्माब्रेशन के बहुत सारे फायदे हैं, लेकिन आज के समय में ज्यादातर इसका प्रयोग स्किन के रंग को बेहतर बनाने, सूरज से होने वाले नुकसान को रोकने , ऐजिंग को रोकने ,मुंहासों के निशान मिटाने और किसी भी दूसरी स्किन से संबंधित परेशानी को दूर करने के लिए किया जाता है । इस आर्टिकल में हम जानेंगे माइक्रोडर्माब्रेशन क्या है ? इसके फायदे क्या है ? इसका उपयोग क्यू क्या जाता है ? चलिए शुरू करते हैं -
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- माइक्रोडर्माब्रेशन ट्रीटमेंट क्या है?
- माइक्रोडर्माब्रेशन के प्रकार
- क्या माइक्रोडर्माब्रेशन से दर्द होता है?
- माइक्रोडर्माब्रेशन क्या करता है?
- माइक्रोडर्माब्रेशन के फायदे
- माइक्रोडर्माब्रेशन की प्रोसेस क्या है?
- माइक्रोडर्माब्रेशन के नुकसान
- माइक्रोडर्माब्रेशन के बाद स्किन की देखभाल कैसे करें?
- माइक्रोडर्माब्रेशन कितनी बार करवा सकते हैं?
- सारांश
माइक्रोडर्माब्रेशन ट्रीटमेंट क्या है?
माइक्रोडर्माब्रेशन स्किन के लिए एक स्पेशल प्रोसेस या ट्रीटमेंट है। इस में त्वचा की सबसे ऊपरी परत को धीरे से खुरचने या निकालने के लिए एक विशेष एप्लीकेटर का उपयोग किया जाता है ये एल्यूमीनियम ऑक्साइड या सोडियम बाइकार्बोनेट युक्त स्प्रे का उपयोग किया जाता है। इसे ज्यादातर स्किन के लिए सेफ माना जाता है।
माइक्रोडर्माब्रेशन कोई ऐसा प्रोसेस नहीं है जिसमें स्किन को कोई भी नुकसान हो , लेकिन इसमें स्किन स्पेशलिस्ट कुछ टूल्स का उपयोग करते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप इसे किसी अच्छे और जानकार स्पेशलिस्ट से ही करवाएँ । इसमें आप बैठे या लेटे होते हैं, ताकि स्पेशलिस्ट आपकी स्किन पर अच्छे से काम कर सके। पूरी प्रोसेस खत्म होने के बाद इसे मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन लगा कर इसे खत्म किया जाता है।
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माइक्रोडर्माब्रेशन के प्रकार
माइक्रोडर्माब्रेशन के तीन मुख्य प्रकार हैं:
- डायमंड-टिप हैंड पीस: यह एक विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया उपकरण है जो स्किन से डेड सेल्स को हटाने के लिए उपयोग किया जाता है। माइक्रोडर्माब्रेशन की गहराई स्पेशलिस्ट द्वारा लगाए गए प्रेशर और कितनी बड़ी स्किन पर ये प्रोसेस की जानी है , इस पर निर्भर करता है। इसका उपयोग आमतौर पर चेहरे पर किया जाता है, खास कर आँखों के पास।
- क्रिस्टल: क्रिस्टल माइक्रोडर्माब्रेशन त्वचा पर एक दम छोटे क्रिस्टल स्प्रे करता है जो dead skin cells और बाहरी परत को रगड़ कर हटा देता है।
- हाइड्रा डर्माब्रेशन: यह एक नई माइक्रोडर्माब्रेशन प्रोसेस है और इस में त्वचा को एक्सफोलिएट करने के लिए पानी और ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है।
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क्या माइक्रोडर्माब्रेशन से दर्द होता है?
'घर्षण या फ्रिक्शन' शब्द आपको यह सोचने पर मजबूर कर सकता है इसमें बहुत दर्द होगा , लेकिन ऐसा नहीं है। इसमें दर्द नहीं होता , हाँ ये जरूर है कि पहली बार जब आप इसे करवाते हैं, तो यह थोड़ा असहज महसूस कर सकते हैं और बाद में आपकी स्किन थोड़ा खींची हुई महसूस कर सकती है और जहां पर ये प्रोसेस होती है उस स्किन पर थोड़ा गरम गरम फ़ील हो सकता है ।
इसलिए इस प्रोसेस को करवाने के दौरान आप अपने स्पेशलिस्ट को बात दें कि आप कितना दर्द सहन कर सकते हैं। ये प्रोसेस घर और स्पा दोनों में ही कर सकते हैं , जहां भी आपको आराम हो। इसके अलावा अगर आपकी स्किन सेंसीटिव है तो पहले ही अपने डॉक्टर को बात दें ।
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माइक्रोडर्माब्रेशन क्या करता है?
माइक्रोडर्माब्रेशन त्वचा की ऊपरी परत को हटाकर काम करता है, ऐसी लेयर जहाँ कई त्वचा संबंधी समस्याएँ होती हैं, इसका उपयोग ज़्यादातर उन लोगों के लिए किया जाता है जो अपनी स्किन पर नीचे लिखी हुई सिचूऐशन में से कुछ चाहते हैं:
- बारीक रेखाओं और झुर्रियों को कम करने के लिए
- ऐजिंग और हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने के लिए
- ब्लैकहेड्स को हटाने के लिए
- मुँहासे और दाग धब्बे को दूर करने के लिए
- स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिए
- पिगमेंटशन को दूर करने के लिए
- मेलास्मा के दाग दूर करने के लिए
- सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान को दूर करने के लिए
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माइक्रोडर्माब्रेशन के फायदे
माइक्रोडर्माब्रेशन ट्रीटमेंट के बाद, स्किन बच्चों की तरह सॉफ्ट दिखेगी और स्किन का पिगमेंटेशन भी कम होगा । माइक्रोडर्माब्रेशन कोलेजन के उत्पादन को भी बढ़ाता है, जिससे ईलैस्टिसटी और झुर्रियों को खत्म करने में मदद मिलती है।
इस ट्रीटमेंट से मुँहासे या स्ट्रेच मार्क्स के निशान कम होने लगते हैं । dead skin cells हट जाएंगी और आपकी त्वचा पहले से कहीं ज़्यादा साफ़ दिखाई देने लगेगी। स्किन में रक्त संचार बेहतर होगा, जिससे स्किन में सभी ज़रूरी पोषक तत्व और ऑक्सीजन का संचार होगा और स्किन फिर से नई दिखने लगेगी।
डर्माब्रेशन के बाद, जब आप स्किनकेयर के लिए प्रोडक्टस का इस्तेमाल करते हैं तो वो भी आपकी स्किन में अच्छे से अवशोषित होंगे। जो लोग मुंहासे का इलाज करवा रहे हैं उनके लिए तो ये और भी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है । माइक्रोडर्माब्रेशन पोर्स को खोलकर और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके मुहाँसों के आकार को भी कम कर सकता है।
माइक्रोडर्माब्रेशन फेशियल के सबसे महत्वपूर्ण फायदा तो ये हैं कि यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है, खासकर जब एक अच्छे और जानकार डॉक्टर के द्वारा किया जाता है। यह केमिकल पील या लेजर ट्रीटमेंट जैसी प्रोसेस की तरह नुकसान दायक नहीं है , फिर भी आपको सबसे अच्छे रिजल्ट्स मिलते हैं। इसे ठीक होने में ज्यादा समय नहीं लगता कुछ ही घंटों में ये ठीक हो जाता है।
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माइक्रोडर्माब्रेशन की प्रोसेस क्या है?
माइक्रोडर्माब्रेशन ट्रीटमेंट के एक सेशन मे करीब 15 से 30 मिनट लगते हैं। जब आप पहुँचेंगे, तो आपके स्पेशलिस्ट आपको एक ट्रीटमेंट रूम में ले जाएंगे और गाउन दिया जाएगा। फिर आप को लिटा और चेहरे को साफ किया जाएगा। यह ट्रीटमेंट त्वचा की केवल ऊपरी परतों पर काम करता है, इसलिए माइक्रोडर्माब्रेशन से आमतौर पर दर्द नहीं होता है। माइक्रोडर्माब्रेशन के बाद, डॉक्टर आपकी त्वचा को साफ करके किसी भी तरह के पार्टिकल को हटा देंगे। और उसके बाद चेहरे पर मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन लगाया जाएगा।
सैलून, डे स्पा और मेडिसपा में अक्सर मास्क और चेहरे की मालिश के साथ-साथ पूरे चेहरे के उपचार में माइक्रोडर्माब्रेशन भी शामिल होता है। अगर आपको पूरा पैकेज मिलता है, तो आपको लगभग 60 से 90 मिनट बिताने होंगे।
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माइक्रोडर्माब्रेशन के नुकसान
माइक्रोडर्माब्रेशन सुरक्षित है और माइक्रोडर्माब्रेशन के कोई साइड इफ़ेक्ट्स नहीं हैं। ऐसा हो सकता है कि इस ट्रीटमेंट को करवाने के बाद आपको थोड़ी लालिमा और कोमलता का अनुभव हो सकता है। लेकिन यह एक से दो घंटे के अंदर कम हो जाता है। जिनकी त्वचा सेन्सिटिव है, या जिन्हें बहुत गंभीर मुँहासे हैं, उन्हें जलन से बचने के लिए विशेष देखभाल की जरूरत होती है। यदि आपको एक्जिमा, रोसैसिया, सोरायसिस या हर्पीज जैसी स्किन प्रॉबलम है, तो माइक्रोडर्माब्रेशन नहीं करवाना चाहिए । इसके अलावा सनबर्न या कोई खुला घाव है, तो आपको माइक्रोडर्माब्रेशन नहीं करवाना चाहिए।
माइक्रोडर्माब्रेशन के बाद स्किन की देखभाल कैसे करें?
दुष्प्रभावों से बचने या उन्हें कम करने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज़र लगा कर हमेशा हाइड्रेट रखें और ट्रीटमेंट के बाद पहले कुछ हफ़्तों तक सनस्क्रीन जरूर लगाएँ। माइक्रोडर्माब्रेशन के बाद कम से कम 24 घंटे तक कोई और उत्पाद न लगाएँ।
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माइक्रोडर्माब्रेशन कितनी बार करवा सकते हैं?
आप कितनी बार माइक्रोडर्माब्रेशन करवाते हैं, यह आमतौर पर इस पर निर्भर करता है कि आपको परेशानी क्या है और कितनी ज्यादा है? आम तौर पर, इस प्रोसेस के कई सेशन होते हैं , जिसे अलग अलग समय पर किया जाता है।
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सारांश
माइक्रोडर्माब्रेशन एक लोकप्रिय उपचार है, लेकिन आमतौर पर इसे ब्यूटी सैलून में ही पूरा करवाना चाहिए , क्योंकि इसमें बहुत सारे उपकरण इस्तेमाल किए जाते हैं। घर पर इस्तेमाल किए जाने वाले माइक्रोडर्माब्रेशन किट उतने प्रभावी नहीं होते। माइक्रोडर्माब्रेशन आपके चेहरे की त्वचा की ऊपरी परत को हटाता है, जिससे त्वचा की रंगत एक समान हो जाती है और आपकी रंगत निखरती है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर लगभग 15 से 30 मिनट लगते हैं.