बालों से जुड़ी समस्या एक नहीं, बल्कि कई हैं. बालों की कुछ समस्याएं थोड़ी-सी देखभाल से ठीक हो जाते हैं, तो कुछ के लिए इलाज जरूरी होती है. ऐसी ही एक समस्या है एलोपेसिया टोटलिस. यह एक प्रकार की आटोइम्यून डिजीज है, जिसके कारण पूरे सिर के बाल झड़ जाते हैं और इससे ग्रस्त व्यक्ति को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. अब क्या है एलोपेसिया टोटलिस की समस्या और कैसे बालों से जुड़ी इसी समस्या को रोका जाए, इसे समझने की कोशिश करते हैं.

आज इस लेख में हम विस्तार से बता रहे हैं कि एलोपेसिया टोटलिस के लक्षण, कारण व इलाज क्या-क्या हैं -

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  1. क्या है एलोपेसिया टोटलिस?
  2. एलोपेसिया टोटलिस के लक्षण
  3. एलोपेसिया टोटलिस के कारण
  4. एलोपेसिया टोटलिस का निदान
  5. एलोपेसिया टोटलिस का इलाज
  6. सारांश
एलोपेसिया टोटलिस के डॉक्टर

एलोपेसिया टोटलिस एक स्किन कंडीशन है, जिसकी वजह से बाल झड़ने की समस्या हो सकती है. ध्यान रखें यह समस्या एलोपेशिया एरिएटा की तरह नहीं है, क्योंकि एलोपेशिया एरिएटा में स्कैल्प पर राउंड पैच या बाल झड़ने की समस्या होती है, जबकि एलोपेसिया टोटलिस में पूरे स्कैल्प के बाल झड़ जाते हैं. यह एलोपेसिया के सबसे गंभीर रूप एलोपेसिया यूनिवर्सलिस (Alopecia Universalis) से भी अलग है. एलोपेसिया यूनिवर्सलिस होने की स्थिति में सिर के साथ-साथ शरीर के बाल भी झड़ जाते हैं.

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एलोपेसिया टोटलिस के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए -

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शोधकर्ता और डॉक्टर अभी तक एलोपेसिया टोटलिस का सटीक कारण पता नहीं लगा पाए हैं. फिलहाल, डॉक्टरों का यही मानना है कि यह स्थिति इम्यून सिस्टम में समस्या आने का परिणाम है. जब इम्यून सिस्टम स्वस्थ टिश्यू पर हमला करना शुरू करता है, तो यह समस्या हो सकती है. अगर कोई एलोपेसिया से जुड़े किसी भी प्रकार का शिकार है, तो उसे इम्यून सिस्टम हेयर फॉलिकल्स काे नुकसान पहुंचाता है. इससे हेयर फॉलिकल्स में सूजन आती है और बाल झड़ने लगते हैं.

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एलोपेसिया एक स्किन डिजीज डिसॉर्डर है. इसलिए, इलाज के लिए डॉक्टर फिजिकल चेकअप यानी पेशेंट की परेशानियों को देखकर ही इलाज शुरू कर सकते हैं. वहीं, कुछ मामलों में स्कैल्प बायोप्सी (Scalp Biopsy) की मदद ली जा सकती है.

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एलोपेसिया टोटलिस का इलाज अलग-अलग तरह से किया जाता है -

कोर्टिकोस्टेरॉयड

इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्या होने पर डॉक्टर पेशेंट को कोर्टिकोस्टेरॉयड लेने के लिए कह सकते हैं. कोर्टिकोस्टेरॉयड के सेवन से टिशू को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है. सही डोज के सेवन से हेयर लॉस कम होने के साथ ही नए बाल भी आने लगते हैं.   

(और पढ़ें - महिलाओं के बाल झड़ने के प्रकार)

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टॉपिकल इम्यूनोथेरेपी

टॉपिकल इम्यूनोथेरेपी की मदद से इम्यून सिस्टम को बूस्ट किया जाता है. इसके साथ ही यह थेरेपी हेयर फॉलिकल्स को उत्तेजित कर नए बालों के विकास में मदद करती है.

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मिनोक्सिडिल

बच्चों एवं वयस्कों में एलोपेसिया टोटलिस के इलाज के लिए मिनोक्सिडिल की मदद ली जाती है. इससे बालाें के विकास में सहायता मिल सकती है.

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डिफेंसिप्रोन

डिफेंसिप्रोन को मेडिकल टर्म में डीपीसीपी भी कहा जाता है. डीपीसीपी को एलर्जी प्रतिक्रिया को उत्तेजित करने के लिए तैयार किया गया है, जिससे वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. यह पूरी प्रक्रिया बालों के विकास में सहायक होती है.

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अल्ट्रावॉयलेट लाइट थेरेपी

एलोपेसिया टोटलिस के इलाज के लिए अल्ट्रावॉयलेट लाइट थेरेपी की भी मदद ली जा सकती है. इस थेरेपी की मदद से हेयर फॉलिकल्स में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे हेयर ग्रोथ में मदद मिल सकती है. इस ट्रीटमेंट के बंद होने के बाद नए बाल आने के बाद भी झड़ सकते हैं.

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टोफैसिटिनिब

इस ट्रीटमेंट को मुख्य रूप से रूमेटाइड अर्थराइटिस का इलाज करने के लिए विकसित किया गया है. इसके अलावा, एलोपेसिया एरीटा विभिन्न प्रकारों का इलाज करने में भी इसके फायदे पाए गए हैं.

नोट- ध्यान रखें कि यहां बताई गई किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर से पूछे बिना न करें.

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एलोपेसिया की समस्या किसी को भी हो सकती है। अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या है, तो खुद से इलाज न कर डॉक्टर से संपर्क करें. मरीज की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखकर ही डॉक्टर इलाज करते हैं. इलाज के दौरान पेशेंट को भी डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का ठीक तरह से पालन करना चाहिए.

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