एनीमिया एक सामान्य समस्या है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एनीमिया के लक्षणों का अधिक सामना करना पड़ता है. दरअसल, एनीमिया एक चिकित्सा स्थिति है. ऐसा शरीर में आयरन की कमी से होता है. इसमें शरीर में रेड ब्लड सेल्स में कमी आने लगती है. साथ ही हीमोग्लोबिन का स्तर भी सामान्य से नीचे चला जाता है. हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स में मुख्य प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन को पूरे शरीर में पहुंचाने का काम करता है. जब हीमोग्लोबिन का स्तर काफी कम हो जाता है, तो ऊतकों और अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. इस स्थिति में थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. वैसे तो आयरन रिच फूड्स से शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाया जा सकता है, लेकिन जब स्थिति गंभीर होती है, तो डॉक्टर एनीमिया का इलाज करने के लिए कुछ दवाइयां लिख सकते हैं. आज इस लेख में आप एनीमिया का इलाज करने वाली कुछ दवाइयों के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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एनीमिया का इलाज करने वाली दवाइयों के नाम
एनीमिया का इलाज करने के लिए शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना जरूरी होता है. साथ ही रेड ब्लड सेल्स के निर्माण को भी बढ़ाना होता है. ऐसे में कुछ दवाइयां एनीमिया को ठीक करने में असरदार साबित हो सकती हैं. एनीमिया का इलाज करने वाली दवाइयों के नाम इस प्रकार हैं -
कार्बोनिल आयरन - Carbonyl Iron
कार्बोनिल आयरन एक सप्लीमेंट है. इस दवा को लेने से शरीर में आयरन और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ सकता है. इससे एनीमिया के लक्षणों में कमी देखने को मिल सकती है. इसलिए, एनीमिया का इलाज करने के लिए कार्बोनिल आयरन सप्लीमेंट लेना लाभकारी हो सकता है.
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सायनोकोबालामिन - Cyanocobalamin
सायनोकोबालामिन एक विटामिन-बी12 सप्लीमेंट है. इस दवा का उपयोग एनीमिया का इलाज करने के लिए किया जा सकता है. इसके साथ ही सायनोकोबालामिन दवा फोलिक एसिड की कमी, न्यूरोपैथी, प्रोफिलैक्सिस और मानसिक विकारों के इलाज में उपयोगी हो सकती है.
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डार्बेपोएटिन अल्फा - Darbepoetin Alfa
डार्बेपोएटिन अल्फा दवा भी एनीमिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है. यह एक एरिथ्रोपोएसिस-उत्तेजक एजेंट है, जिसे क्रोनिक किडनी रोग के कारण होने वाले एनीमिया के इलाज में उपयोग किया जाता है.
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एक्युलिजुमाब - Eculizumab
एक्युलिजुमाब एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है. यह दवा एनीमिया के लक्षणों में कमी करके इसका इलाज कर सकती है. दरअसल, यह रेड ब्लड सेल्स का निर्माण कर सकती है. साथ ही शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी करती है.
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एप्टोइन बीटा मेथॉक्सी पॉलीइथाइलीन - Epoetin beta methoxy polyethylene glycol
इस दवा को भी एनीमिया का इलाज करने के लिए उपयोग में लाया जाता है. खासकर, जब क्रोनिक किडनी रोग की वजह से एनीमिया होता है, तो उसमें यह दवा काफी असरदार साबित होती है.
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फेरिक माल्टोल - Ferric maltol
फेरिक माल्टोल दवा शरीर में आयरन और हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है. इससे आयरन का स्तर बढ़ता है और एनीमिया के लक्षणों में कमी होती है.
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फेरस फ्यूमरेट - Ferrous Fumarate
फेरस फ्यूमरेट शरीर के लिए जरूरी मिनरल है. एनीमिया के लक्षण नजर आने पर फेरस फ्यूमरेट सप्लीमेंट लेना फायेदमंद हो सकता है. यह दवा शरीर में आयरन की कमी वाले लोगों में एनीमिया का इलाज करने में मदद कर सकती है.
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सारांश
आयरन एक मिरनल है. जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो लोगों में एनीमिया के लक्षण नजर आ सकते हैं. एनीमिया का पता हीमोग्लोबिन के स्तर से लगाया जा सकता है. जब हीमोग्लोबिन का स्तर बेहद कम होता है, तो एनीमिया गंभीर हो सकता है. ऐसे में ऊपर बताई गई दवाइयों को लेना लाभकारी हो सकता है, लेकिन एनीमिया के लक्षण नजर आने पर किसी भी दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के बिल्कुल नहीं लेना चाहिए.
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एनीमिया के लिए एलोपैथिक दवाइयां के डॉक्टर

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सामान्य चिकित्सा
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