अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें सांस लेने में परेशानी होती है। चूंकि इसमें श्वास नलियों में सूजन आ जाती है, जिस कारण श्वसन मार्ग संकुचित (सिकुड़ जाना) हो जाता है और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। अस्थमा अटैक आने से पहले ही कुछ संकेत मिलने लगते हैं जिनको समय रहते समझ लिया जाए, तो हम किसी बड़ी समस्या से अपना बचाव कर सकते हैं। 

  1. लंबे समय तक खांसी आना
  2. सांस लेने में दिक्कत
  3. छाती और गले पर असर
  4. होंठ या नाखून नीले पड़ना
  5. अस्थमा के अन्य संकेत
  6. सारांश

अस्थमा अटैक के लक्षण हर बार अलग हो सकते हैं जैसे: कभी आपको थोड़ी खांसी आ सकती है तो हो सकता है कभी आपको लंबे समय तक खांसी की समस्या बनी रहे खासकर रात के समय। वैसे बता दें कि अस्थमा में खांसी आमतौर पर सूखी होती है। यदि सर्दी-जुकाम के ठीक हो जाने के बावजूद आपकी खांसी सही नहीं होती है, तो यह अस्थमा अटैक आने का संकेत हो सकती है। इस स्थिति में खांसी की दवा नहीं लेनी चाहिए। 

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अस्थमा का अटैक जब आता है तब श्वास नली के आसपास की मांसपेशियां टाइट हो जाती हैं जिस कारण वायुमार्ग की परतों में सूजन आ जाती है। ऐसे में वायुमार्ग में बहुत अधिक बलगम बनने लगता है, जो फेफड़ों में वायु नलियों को ब्लॉक कर सकता है।
इसके अलावा हवा के फेफड़ों में फंसने पर सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अस्थमा अटैक के सबसे पहले लक्षण में छाती से घरघराहट की आवाज आना शामिल है। लेकिन जैसे-जैसे अटैक गंभीर रूप लेने लगता है, वैसे-वैसे सीने में जकड़न और सांस की तकलीफ होने लगती है।

जब सांस लेने में दिक्कत होने लगती है तो छाती और गर्दन के ऊतक प्रत्येक सांस पर सिकुड़ते हैं। इसका मतलब है कि फेफड़ों में पर्याप्त हवा नहीं पहुंच पाती है और ये एक आपातकालीन स्थिति का संकेत है।

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नीले या भूरे होंठ या फिर नाखून का रंग बदलना भी अस्थमा अटैक का एक संकेत है, जो बताता है कि खून में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं है। इस स्थिति को सायनोसिस कहा जाता है। यदि ऐसा होता है, तो आपको तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।

ऐसा बहुत कम होता है कि अस्थमा अटैक बिना किसी चेतावनी के आ जाए। यदि निम्न में से कोई संकेत दिखाई दें, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है:

अगर आपको निम्न लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो तुरंत किसी की मदद लें:

  • बात करने में परेशानी
  • सांस छोड़ने या लेने में परेशानी 
  • सांस कम आना 
  • चिंता या घबराहट महसूस होना
  • लंबे समय तक खांसी आना
  • चेहरे का पीला पड़ना और पसीना आना

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अगर आपको उपरोक्त बताए गए संकेत मिल रहे हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए और ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे आपकी स्थिति और ज्यादा बिगड़ जाए।

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अस्थमा अटैक के लक्षण अचानक और गंभीर हो सकते हैं, जिससे तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता होती है। मुख्य लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, सीने में जकड़न या दर्द, खांसी (खासकर रात में या सुबह), और सांसों में सीटी जैसी आवाज़ शामिल हैं। व्यक्ति को तेजी से सांस लेने और बोलने में दिक्कत हो सकती है। ऑक्सीजन की कमी के कारण होंठ या नाखून नीले पड़ सकते हैं। यदि लक्षण गंभीर हो जाएं या इनहेलर के उपयोग के बाद भी सुधार न हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है। समय पर उपचार से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।

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