अस्थमा के इलाज में दो तरह की दवाएं इस्तेमाल होती हैं. पहली है अस्थमा अटैक के दौरान तुरंत आराम देने वाली दवाएं. वहीं, दूसरी तरह की दवा अस्थमा बीमारी को नियंत्रित करने के लिए लंबे समय तक दी जाती हैं. ये दवाएं एयरवेज के सूजन को कम करने और अस्थमा के लक्षणों से बचाने में मदद करती हैं. तुरंत आराम के लिए एपिनेफ्रीन और लेवलब्यूटेरोल जैसी दवाएं दी जाती हैं. वहीं, लंबे समय के लिए डॉक्टर फॉर्मोटेरोल-मोमेटासोन और फ्लाइक्टासोन फ्यूरोएट-विलान्टेरॉल जैसी दवाएं दे सकते हैं.आज इस लेख में आप अस्थमा की अंग्रेजी दवाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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अस्थमा में फायदेमंद एलोपैथिक दवाएं
अस्थमा में ओरल दवाओं के साथ-साथ इंजेक्शन भी आते हैं. लंबे समय तक ली जाने वाली दवाएं एयरवेज की सूजन को कम करती हैं. वहीं, क्विक-रिलीफ इनहेलर्स (ब्रोंकोडायलेटर्स) सूजे हुए एयरवेज को तुरंत खोलते हैं. कुछ मामलों में एलर्जी की दवाएं भी अस्थमा के इलाज के लिए इस्तेमाल होती हैं. आइए अस्थमा की क्विक-रिलीफ व लॉन्ग टर्म एलोपैथिक दवाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं -
क्विक रिलीफ इन्हेलर्स
अस्थमा अटैक पड़ने पर सांस लेने पर घरघराहट होना, सीने में जकड़न, सांस लेने में समस्या और खांसी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं. ऐसे में इन लक्षणों को कम करने के लिए तुरंत क्विक रिलीफ इन्हेलर्स दिए जाते हैं, जो एयरवेज को खोलते हैं और उसके आसपास की मसल्स को रिलैक्स करते हैं. अस्थमा क्विक रिलीफ इन्हेलर्स के तहत दवाएं निम्न प्रकार से हैं -
- शॉर्ट-एक्टिंग बीटा-एगोनिस्ट - अस्थमा के लक्षणों को तुरंत कम करने के लिए इसे सबसे पहले दिया जाता है. इसमें एल्ब्युटेरोल, एपिनेफ्रीन और लेवलब्यूटेरोल शामिल है.
- एंटीकोलिनर्जिक्स - एंटीकोलिनर्जिक्स जैसे कि इप्राट्रोपियम एयरवेज को खोलने के अलावा बलगम को कम करता है. इन दवाओं को शॉर्ट-एक्टिंग बीटा-एगोनिस्ट की तुलना में असर दिखाने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है.
- ओरल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स - ओरल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसे मेथीलप्रेडनिसोलोने और प्रेडनिसोन एयरवेज की सूजन को कम करने का काम करते हैं.
- कॉम्बिनेशन क्विक-रिलीफ दवाएं - कॉम्बिनेशन क्विक रिलीफ दवाओं में एंटीकोलिनर्जिक और शॉर्ट-एक्टिंग बीटा-एगोनिस्ट दोनों का कॉम्बिनेशन होता है.
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लॉन्ग टर्म अस्थमा कंट्रोल मेडिकेशन
लॉन्ग टर्म अस्थमा कंट्रोल ट्रीटमेंट के दौरान एक से अधिक दवाओं का रोजाना सेवन किया जाता है. ये दवाएं अस्थमा अटैक को रोकने का काम करती हैं और अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करती हैं. ये दवाएं एयरवेज में सूजन और म्यूकस को कम करती हैं, जिससे एयरवेज कम सेंसिटिव होते हैं और अस्थमा जल्दी-जल्दी ट्रिगर नहीं होता. साथ ही एलर्जी से होने वाले अस्थमा को भी कंट्रोल किया जा सकता है. लॉन्ग टर्म अस्थमा कंट्रोल मेडिकेशन में निम्न दवाएं शामिल हैं -
- इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स - इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स को अस्थमा को लंबे समय तक कंट्रोल करने के लिए सबसे प्रभावी माना जाता है. इसमें बीक्लोमीथासोन, बुडेसोनाइड, फ्लूटिकासोन और मोमेटासोने शामिल है.
- कॉम्बिनेशन इन्हेल्डस दवाएं - कॉम्बिनेशन इन्हेल्डस दवाओं में लंबे समय तक काम करने वाले बीटा-एगोनिस्ट के साथ-साथ इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड का मिश्रण होता है. इनमें फ्लाइक्टासोन-सालमेट्रोल, बुडेसोनाइड-फॉर्मोटेरोल, फॉर्मोटेरोल-मोमेटासोन और फ्लाइक्टासोन फ्यूरोएट-विलान्टेरॉल शामिल है.
- थियोफिलाइन - थियोफिलाइन टैबलेट का रोजाना सेवन किया जाता है, जो एयरवेज के आसपास की मसल्स को रिलैक्स करते हुए एयरवेज को खुला रखने में मदद करती है.
- ल्यूकोट्रिएन मोडीफायर्स - ये एयरवेज के आसपास की मसल्स को रिलैक्स करते हुए सूजन को कम करती है. ये टैबलेट और लिक्विड फॉर्म में उपलब्ध हैं. इसमें शामिल हैं - मोंटेलुकास्ट, एकोलेट और जाइल्युटन.
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एलर्जी के कारण होने वाले अस्थमा के लिए दवाएं
यदि अस्थमा एलर्जी के कारण ट्रिगर हुआ है या उसके लक्षण बिगड़ गए हैं, तो एलर्जी की कुछ दवाएं अस्थमा को कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं, जो इस प्रकार हैं -
एलर्जी शॉट्स
एलर्जी शॉट्स धीरे-धीरे एलर्जी को कम करते हैं और इम्यून सिस्टम को इफेक्ट करना कम कर देते हैं. वीकली लिए जाने वाले शॉट्स की डोज एलर्जी कम होने पर महीने में एक बार तीन से पांच साल तक ली जा सकती है.
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बायोलॉजिक्स
इन दवाओं में ओमलिजूमैब, मेपोलिज़ुमाब, डुपिलुमाब, रेसलिज़ुमाब और बेनरालिज़ुमाब शामिल हैं. इन दवाओं को उन मरीजों को दिया जाता है, जिन्हें गंभीर अस्थमा होता है.
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सारांश
यदि अस्थमा अटैक पड़ा है या इसके लक्षण ट्रिगर हुए हैं, तो क्विक रिलीफ इन्हेलर्स के तहत इप्राट्रोपियम व मेथीलप्रेडनिसोलोने लेने से आराम मिल सकता है. अस्थमा को कंट्रोल करने के लिए लॉन्ग टर्म मेडिसिन में बीक्लोमीथासोन या फिर थियोफिलाइन जैसी दवाएं दी जा सकती हैं. अस्थमा के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह पर ही दवाएं लें और किसी दवा से कोई साइड इफेक्ट दिखे, तो तुरंत डॉक्टर को सूचित करें.
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अस्थमा के लिए एलोपैथी दवाएं के डॉक्टर

Dr. Varalakshmi Govindappa
कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
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Dr. Anu Goyal
कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
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Dr. Manish Gudeniya
कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
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