चिकन पॉक्स भारत के कई क्षेत्रों में छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग मुख्यतः बच्चों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को होता है। वैसे आमतौर पर इस रोग के प्रभाव हल्के ही होते हैं, लेकिन 12 माह से कम आयु के शिशु व कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले किशोरों, गर्भवती महिलाओं और वयस्कों में इसके गंभीर लक्षण देखें जा सकते हैं। चिकन पॉक्स संक्रामक रोग है, जो आसानी से अन्य लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। इस रोग का संक्रमण हवा के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है। शिशुओं, बच्चों और अन्य वयस्कों का इस रोग से बचाव करने के लिए चिकन पॉक्स वैक्सीन का उपयोग किया जाता है।
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चिकन पॉक्स की गंभीरता और इससे बचाव के लिए ही आपको इस लेख में चिकन पॉक्स वैक्सीन के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही इस लेख में आपको चिकन पॉक्स वैक्सीन क्या है, चिकन पॉक्स वैक्सीन किस उम्र में दी जानी चाहिए, चिकन पॉक्स वैक्सीन की कीमत, चिकन पॉक्स वैक्सीन के साइड इफेक्ट और चिकन पॉक्स वैक्सीन किसे नहीं दी जानी चाहिए आदि विषयों के बारे में भी विस्तार से बताया गया है।
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