घरेलू उपाय निमोनिया का इलाज नहीं कर सकते लेकिन उनका उपयोग इसके लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। ये उपाय आपके डॉक्टर द्वारा किये जा रहे इलाज में दखल नहीं डालेंगे। हालांकि आप इन उपायों का प्रयोग अपने डॉक्टर द्वारा दी गयी सलाह के साथ साथ भी कर सकते हैं।

(और पढ़ें - निमोनिया का इलाज)

तो आज हम आपको कफ, छाती का दर्द आदि से राहत दिलाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने वाले हैं जिनके इस्तेमाल से आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा। लेकिन अगर आपके लक्षण बहुत ज़्यादा गंभीर होने लगें तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।

  1. निमोनिया की वजह से होने वाली खांसी के घरेलू उपाय - Pneumonia ki khansi ka gharelu upay
  2. निमोनिया में बलगम जमने का उपाय - Pneumonia ki balgam ka gharelu upay
  3. निमोनिया में छाती दर्द का घरेलू उपाय - Pneumonia chest pain ka gharelu nuskha
  4. निमोनिया में सांस की तकलीफ के घरेलू उपाय - Pneumonia me saans ki takleef ka gharelu upay
  5. निमोनिया की वजह से ठंड लगने के घरेलू उपाय - Nimoniya me thand lagne ka gharelu upay
  6. निमोनिया की वजह से बुखार के घरेलू उपाय - Nimoniya bukhar ka gharelu upay

निमोनिया में आपको शुरुआत में खांसी हो सकती है। यह लक्षण 24 घंटों के भीतर या कुछ दिनों में भी दिखाई दे सकता है। खांसी से आपके फेफड़ों में जमा द्रव को बाहर निकालने में आसानी होती है जिससे शरीर के संक्रमण दूर होते हैं। तो आप जब भी खांसे अच्छे ढंग से खांसे। लेकिन थोड़ा कम खांसे क्योंकि ज़्यादा तेज़ खांसने से आपको सीने में दर्द या जलन हो सकती है। ठीक होने के दौरान या बाद में भी खांसी के लक्षण थोड़े बहुत रह सकते हैं। आपकी खांसी छह हफ़्तों के बाद बिल्कुल ठीक हो जानी चाहिए।

(और पढ़ें - खांसी का घरेलू उपाय)

निमोनिया के कफ को दूर करता है तिल का तेल - Pneumonia ke cough ka upay hai sesame oil

तिल का तेल गले के बलगम को निकालने में मदद करता है। यह प्राकृतिक कफोत्सारक (expectorant) के रूप में भी काम करता है।

(और पढ़ें - तिल के फायदे)

तिल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक कप गर्म पानी में एक चम्मच तिल के तेल को मिला दें।
  2. अब उसी में अलसी के बीज को एक चम्मच मिला दें और उसे उबलने के लिए छोड़ दें।
  3. इस मिश्रण को छान लें और एक चम्मच शहद और चुटकीभर नमक को मिला दें।
  4. अब इस मिश्रण को रोज़ाना एक बार ज़रूर पियें। 

(और पढ़ें - तिल के तेल के फायदे)

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निमोनिया की खांसी के लिए पुदीने की चाय का करें सेवन - Nimoniya ki khansi ka nuskha hai pudine ki chai

पुदीना भी जलन और बलगम को निकालने में मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें सूजनरोधी, सर्दी- खांसी की दवा और दर्द निवारक के गुण मौजूद होते हैं। अगर आपके पास पुदीने की पत्तियां नहीं हैं तो अब पुदीने के बैग को ऑनलाइन या दूकान से खरीद सकते हैं। और अगर आपके पास ताज़ा पुदीने की पत्तियां हैं तो आप खुद से भी इसकी चाय बना सकते हैं।

(और पढ़ें - सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय)

ताज़ा पुदीने की चाय बनाने के लिए -

  1. ताज़ा पुदीने की पत्तियों को साफ़ करके काट लें और फिर उन्हें एक कप या बर्तन में डाल दें।
  2. अब उसमे एक कप पानी मिलाएं और पांच मिनट के लिए गर्म होने को रख दें।
  3. अब इस मिश्रण को छान ले और इसमें शहद, नींबू और दूध को मिलाएं।
  4. जब आप चाय पीने को हों तो उसकी सुगंध को सूंघे इससे आपकी नाक खुलने में मदद मिलेगी।

 (और पढ़ें - पुदीने की चाय के फायदे)

निमोनिया की खांसी का घरेलू उपाय है गरारे - Pneumonia ki khansi dur karne ka tarika hai gargle

खांसी को ठीक करने के लिए नमक के पानी से गरारे करें। और सिर्फ पानी से भी आप गरारे कर सकते हैं। इसकी मदद से आपके गले में मौजूद बलगम और जलन कम होगी।

नमक के पानी का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक गिलास गर्म पानी में 1/4 से 1/2 चम्मच नमक मिला दें।
  2. 30 सेकंड के लिए इस मिश्रण इस गरारे करें और फिर थूक दें। 
  3. प्रत्येक दिन कम से कम तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

(और पढ़ें - नमक के फायदे)

 

 

गले या छाती में जमा बलगम कई दिनों तक रहता है। इसे निकालने के लिए इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल करते रहें।

(और पढ़ें - बलगम की जांच)

निमोनिया के बलगम में ओरगेनो का तेल है फायदेमंद - Nimoniya ki balgam se bachne ka tarika hai oregano oil

ओरगेनो के तेल में एंटीवायरल, एंटीबायोटिक और एंटिफंगल के गुण होते हैं जो निमोनिया से पैदा होने वाले रोगाणुओं का मुकाबला करते हैं। इसकी मदद से बलगम और जमाव भी कम होता है।

ओरगेनो का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. आप ओरगेनो तेल की दो या तीन बूँदें एक ग्लास पानी या जूस में मिला सकते हैं। इस मिश्रण का सेवन पूरे दिन में तीन बार ज़रूर करें।
  2. इसके अलावा रात को सोने से पहले आप दो या तीन बूँदें रूई या टिश्यू में डाल लें। इसकी मदद से आप पूरी रात उसकी सुगंध को सूंघते रहेंगे।

(और पढ़ें - कफ निकालने के उपाय)

इन उपायों के अलावा, ध्यान रखें कि डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाइयां आप ठीक होने के दौरान या बाद में भी लेते रहें। जिससे निमोनिया के लक्षण फिर से दिखाई न दें। इसके साथ ही आराम करें और ज़्यादा से ज़्यादा पानी और तरल पदार्थ पीने की कोशिश करें।

निमोनिया के बलगम से बचाता है मेथी - Pneumonia ki balgam ka upay hai methi

मेथी में म्यूकोलाईटिक गुण होते हैं जो जमाव को तोड़ने में मदद करता है। इसके अलावा यह पसीने को निकालता है जिससे बुखार कम होता है साथ ही शरीर से विषाक्त पदार्थ भी निकलते हैं।

(और पढ़ें - मेथी के तेल के फायदे)

मेथी का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. दो कप पानी में मेथी के बीज का एक चम्मच मिलाएं। अब इस मिश्रण को छान लें और चार कप मेथी के बीज के मिश्रण को पी जाएँ। इसके स्वाद को बदलने के लिए आप इसमें नींबू के जूस को भी डाल सकते हैं। जब आप अच्छा महसूस करने लगे तो इसकी मात्रा को धीरे धीरे कम करने लग जाएँ।
  2. इसके अलावा हर्बल चाय बनाने के लिए एक चम्मच मेथी के बीज, एक चम्मच अदरक, एक क्रश लहसुन की फांके और चुटकीभर लाल मिर्च एक गर्म पानी में पांच मिनट के लिए उबलने को रख दें। अब इस मिश्रण को छान लें और इसमें अब नींबू के जूस को निचोड़ लें। आप इसमें कुछ मात्रा में शहद भी मिला सकते हैं। इस चाय का इस्तेमाल पूरे दिन में कई बार करें।

(और पढ़ें - मेथी के फायदे और नुकसान)

निमोनिया में बलगम जमने पर करें लाल मिर्च का उपयोग - Nimoniya ki balgam ko dur kare Cayenne pepper se

लाल मिर्च में उच्च मात्रा में कैप्साइसिन पाया जाता है। कैप्साइसिन बलगम को निकालने में मदद करता है। इसकी मदद से श्वसन प्रणाली से बलगम साफ़ हो जाता है। लाल मिर्च एक बीटा-कैरोटीन का भी अच्छा स्रोत है जो बलगम झिल्ली के स्वस्थ विकास में मदद करता है।

लाल मिर्च का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक ग्लास पानी में कुछ नींबू के जूस और चुटकी भर लाल मिर्च मिला दें।
  2. इस मिश्रण को पूरे दिन में कई बार पीने की कोशिश करें।
  3. इसके अलावा आप लाल मिर्च को गाजर के जूस में भी मिलाकर पी सकते हैं।
  4. दोनों निमोनिया के इलाज के लिए फायदेमंद हैं।

(और पढ़ें - लाल मिर्च के फायदे और नुकसान)

सीने में दर्द अचानक या कई दिनों तक हो सकता है। कुछ छाती में दर्द या अन्य दर्द निमोनिया में देखे जाते हैं। इलाज के साथ छाती का दर्द आमतौर पर चार हफ़्तों में कम हो जाता है।

(और पढ़ें - सीने में दर्द का इलाज)

निमोनिया में छाती के दर्द से छुटकारा दिलता है तारपीन का तेल - Nimoniya chest pain se chutkara pane ka upay hai turpentine oil

यह तेल निमोनिया से जुड़े दर्द को दूर करने में मदद करता है।

तारपीन के तेल का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. कुछ मात्रा में तारपीन तेल को लेकर छाती पर रगड़ें।
  2. आप इसमें कपूर भी मिलाकर मसाज कर सकते हैं।
  3. अब उस क्षेत्र को किसी कपडे से ढक दें।
  4. जिससे उसकी गर्माहट बानी रहे।

(और पढ़ें - जोड़ों के दर्द की दवा)

निमोनिया में छाती का दर्द दूर करता है अदरक - Nimoniya ke chest pain se rahat deta hai ginger tea

अदरक में सूजनरोधी और एनाल्जेसिक के गुण होते हैं जो दर्द को कम करने में मदद करते हैं। रिसर्च में अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि अदरक छाती के दर्द को कम करती है या नहीं लेकिन इसके दर्द निवारक गुण इस समस्या के लिए काफी उपयोगी साबित होते हैं। आप अदरक के चाय का बैग दूकान या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप कच्चा अदरक भी चाय बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें - छाती के दर्द का उपाय)

ताज़ी अदरक की चाय बनाने के लिए -

  1. एक अदरक को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर पीस लें।
  2. और फिर उसे एक कप गर्म पानी में उबाल लें।
  3. कम गैस पर बीस मिनट के लिए इसे उबलते रहने दें।
  4. अब इस मिश्रण को छान लें और इसम शहद और नींबू को मिला लें।
  5. इस मिश्रण को आप रोजान जब चाहे पी सकते हैं।

(और पढ़ें - अदरक के फायदे)

निमोनिया में छाती दर्द का घरेलू नुस्खा है हल्दी - Pneumonia chest pain se bachne ka tarika hai turmeric

हल्दी में सूजनरोधी गुण होते हैं जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण भी पाए जाते हैं। आप हल्दी चाय के बैग भी दूकान या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। आप खुद से भी हल्दी के पाउडर से चाय बना सकते हैं।

(और पढ़ें - हल्दी दूध के फायदे)

हल्दी की ताज़ी चाय बनाने के लिए -

  1. एक चम्मच हल्दी पाउडर को कुछ कप उबलते पानी में मिलाएं।
  2. कम गैस पर इस पानी को दस मिनट तक उबालें।
  3. अब इस मिश्रण को छान लें और इसे शहद और नींबू डालकर पियें।
  4. अब इसमें चुटकीभर काली मिर्च भी डाल सकते हैं।
  5. इस मिश्रण को आप जितना चाहे पूरे दिन में पी सकते हैं।

(और पढ़ें - हल्दी के फायदे)

निमोनिया में आपकी सांस अचानक से तेज़ और कम हो सकती है। यह समस्या धीरे धीरे उत्पन्न होने लगती है। आराम करते समय भी आपको सांस की तकलीफ का अनुभव होता है। डॉक्टर आपको दवाइयां और इनहेलर निर्धारित करते हैं। अगर आपकी इस समस्या में किसी भी प्रकार का बदलाव नज़र नहीं आता तो एक अच्छी जांच के लिए अपने डॉक्टर को दिखाएं।

(और पढ़ें - सांस फूलने का इलाज)

निमोनिया में सांस की समस्या का उपाय है कॉफ़ी - Nimoniya me saans ki taklee ko dur karta hai coffee

एक कप कॉफ़ी पीने से सांस की तकलीफ दूर होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कैफीन ब्रोंकोडायलेटर औषधि के समान होता है जिसे थियोफिलाइन कहा जाता है। इन दोनों का इस्तेमाल फेफड़ों को खोलने के लिए किया जाता है जो आपको लक्षणों से मुक्त करने में सहायता प्रदान करते हैं। कैफीन का प्रभाव चार घंटों तक रहता है। 

(और पढ़ें - कॉफी पीने के फायदे)

निमोनिया में सांस की तकलीफ को पंखा करे दूर - Pneumonia me saans ki takleef se bachne ka tarika hai fan

2010 के एक अध्ययन में पाया गया कि हाथ के पंखे का इस्तेमाल सांस की तकलीफ को कम करने में मदद करता है। वालंटियर्स ने अपने नाक और मुँह के ठीक सामने पंखे को रखा जिसकी मदद से उनके चेहरे पर एक ठंडी हवा पहुंच रही थी। वे इस प्रक्रिया को पांच मिनट तक करते रहे। इसी के साथ ही उन्होंने पंखे पंखे से अपने पैरों की हवा की। इसी तरफ आप भी अपने लक्षणों को कम करने के लिए हाथ के पंखे का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें - अस्थमा का इलाज)

ठंड आपको बुखार के दौरान या बुखार आने से पहले लग सकती है। बुखार कम होने के बाद यह लक्षण कम होने लगता है। बुखार एक हफ्ते तक चल सकता है। निर्भर करता है आपने इसका इलाज कब शुरू किया था।

(और पढ़ें - बच्चे के बुखार का इलाज)

निमोनिया के ठंड से बचाता है सूप - Nimoniya ke thand se bachata hai soup

न केवल एक कप सूप पौष्टिक होता है बल्कि ये अंदर जमा बलगम को निकालने में भी मदद करता है।

(और पढ़ें - घर में कफ सीरप बनाने का नुस्खा)

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निमोनिया में ठंड लगने के नुस्खे में पिए गर्म पानी - Nimoniya ke thand me piye garam pani

अगर पुदीने की चाय आपके घर पर उपलब्ध नहीं है तो आप गर्म पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको हाइड्रेटेड रहने और आंतरिक रूप से गर्म रहने में मदद मिलेगी। और भी कई गर्म तरल पदार्थों का आप इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें - गर्म पानी पीने के फायदे)

इन लक्षणों के दौरान आपको बुखार अचानक या कुछ दिनों में आ सकता है। इन उपायों के साथ ही बुखार का हफ्ते भर में ठीक होना ज़रूरी है।

 (और पढ़ें - बुखार का इलाज)

निमोनिया बुखार में गुनगुने पानी का करें इस्तेमाल - Nimoniya bukhar se bachne ka tarika hai lukewarm water

बुखार के दौरान तपते शरीर को कम करने के लिए आप ठंडे पानी के बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालाँकि यह बुखार को कम करने के लिए अच्छा है लेकिन अचानक से शरीर के तापमान में बदलाव आने से आपको एकदम ठंड लग सकती है। गुनगुने पानी का बैग धीरे धीरे तापमान को परिवर्तित करता है।

(और पढ़ें - बुखार का घरेलू उपाय)

बैग बनाने के लिए -

  1. एक छोटी तौलिया या धुले कपडे को गुनगुने पानी में मिला दें।
  2. डुबोने के बाद कपडे को निचोड़ लें और फिर उसे माथे पर लगाएं।
  3. आप इसे तब तक इस्तेमाल करें जब तक शरीर थोड़ा ठंडा न पड़ जाये।

निमोनिया बुखार से छुटकारा पाने का तरीका है दवाइयां - Pneumonia fever se chutkara dilata hai medicine

दूकान पर मिलने वाली जैसे कि इबुप्रोफेन (Advil) आपके बुखार और बुखार में होने वाले दर्द को दूर करने में मदद करती है। अगर आप कोई भी बुखार की दवा लेते हैं तो उसे खाना खाने के बाद या भरे हुए पेट के दौरान लें। इससे आपको मतली की समस्या पैदा नहीं होगी। व्यस्क आमतौर पर एक या 200 मिलीग्राम (मिलीग्राम) कैप्सूल प्रत्येक चार से छह घंटे में ले सकते हैं। प्रतिदिन 1,200 मिलीग्राम से अधिक कैप्सूल न लें। बच्चों को देने के लिए पैकेजिंग के निर्देशों का पालन करें।

(और पढ़ें - बुखार में क्या खाना चाहिए)

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