जायफल (nutmeg) ऐसा मसाला है जो हर घर में भोजन में उपयोग किया जाता है। जायफल का वैज्ञानिक नाम मिरिस्टिका फ्रैगरैंस (Myristica fragrans) है। यह एक एशियाई मसाला है। जायफल इंडोनेशिया के आस-पास के द्वीपों और दक्षिण भारत में पाया जाता है। यह सुगंधित और स्वाद में मीठा होता है। बहुत से लोग मानते हैं कि जायफल और जावित्री एक ही होते हैं। पर हम आपको बता दें कि ये दोनों अलग-अलग मसाले हैं। जायफल और जावित्री एक ही पेड़ से निकलते हैं। जायफल एक बीज है और इस के ऊपर के छिलके को जावित्री कहा जाता है।

जायफल को मसाले की तरह उपयोग किया जाता है परंतु इसका इस्तेमाल व्यंजनों में कम से कम ही किया जाता है, इसमें मुख्य रूप से विटामिन, मिनरल और कार्बनिक यौगिकों (organic compounds) होने के कारण, यह विभिन्न तरीकों से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इन फायदेमंद घटकों में फाइबर, मैंगनीज, थियामिन, विटामिन बी 6, फोलेट, मैग्नीशियम, तांबा, और मैक्लिग्नान शामिल हैं।

जायफल तेल का उपयोग कॉस्मेटिक और कई तरह की दवाओं में किया जाता है। वैसे जायफल सर्दियों के लिए बहुत उपयोगी है। आयुर्वेद मे जायफल का बहुत महत्व है। इसके उपयोग से आपको पेट संबंधी और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर रखने में भी मदद मिलती है।

  1. जायफल के फायदे - Jaiphal Ke Fayde In Hindi
  2. जायफल के अन्य फायदे - Other benefits of Nutmeg in Hindi
  3. जायफल की तासीर - Nutmeg ki taseer in Hindi
  4. रोजाना जायफल कितना खाएं - How Much Nutmeg Per Day In Hindi
  5. जायफल के नुकसान - Jaiphal Ke Nuksan In Hindi

जायफल का लाभ दाँत दर्द मे - Nutmeg Benefits For Teeth In Hindi

जायफल दांत के दर्द से राहत के लिए काफी प्रभावशाली माना जाता है। दांत के दर्द से राहत पाने के लिए जायफल के पाउडर को दांतों पर लगाए और कुछ समय बाद कुल्ला कर लें। जायफल का तेल भी दाँत के दर्द से आराम दिला सकता है। दाँत के अंदर बैक्टीरिया दर्द का कारण बन सकता है, और यदि इसका समय पर इलाज ना किया जाए, तो इससे दांतों में किसी तरह की समस्या भी हो सकती है। जायफल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांतों को सड़ने से बचाते हैं। तभी तो हम देखते हैं कि ज़्यादातर टूथपेस्ट मे दालचीनी और जायफल मिलाया जाता है।

(और पढ़ें- दांत सफ़ेद करने के तरीके)

जायफल का तेल लिंग के लिए - Nutmeg For Erectile Dysfunction in Hindi

जायफल का इस्तेमाल सैकड़ों वर्षों से दुनिया भर में व्यंजनों में मसाले के रूप में किया जाता है। लेकिन एक अध्ययनों से पता चला है कि यह सिर्फ एक मसाला नहीं है, बल्कि यह पुरुष लिंग को देर तक सीधा खड़ा रखने के लिए भी सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। जायफल के तेल का उपयोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction) के लिए लिंग के बाहरी हिस्से में किया जाता है।

(और पढ़ें- लिंग का टेढ़ापन)

जायफल का लेप चेहरे के लिए - Jaiphal For Skin In Hindi

जायफल कई त्वचा समस्याओं का इलाज करके, उसे कोमल और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है। जायफल पाउडर और दालचीनी पाउडर को मिलाकर एक स्क्रब बनाएं, यह आपकी त्वचा से ब्लैकहेड (blackhead) को हटाने में मदद कर सकता है। यदि आप मुँहासों के निशानों से पीड़ित हैं, तो जायफल का उपयोग आपके निशान को कम करने में मदद करेगा। इसके लिए जायफल पाउडर में शहद मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और इसे निशान पर लगाएं। या आप, जायफल का पेस्ट पानी या दूध के साथ मिला कर चेहरे के दाने और मुँहासे के निशान के इलाज में उपयोग किया जाता है। जायफल को चंदन के पाउडर, कुंकुमादि तेल, जैतून का तेल आदि के साथ पेस्ट बना कर चेहरे के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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बच्चों को जायफल से लाभ - Jaiphal Benefits For Baby In Hindi

जायफल का उपयोग बच्चे कर सकते हैं। इसका उपयोग 9 महीनों से ऊपर के बच्चों में ठंड और खाँसी से बचने के लिए किया जाता है। इसका स्वाद चरपरा होता है और थोड़ा सा मीठा भी होता है। यह मफिन (muffins), मीठी ब्रेड (sweet breads), पुडिंग (puddings) और यहां तक कि सब्जियों में भी एक स्वादिष्ट फ्लेवर देता है। जायफल का इस्तेमाल कई औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है। जायफल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह की समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं। जायफल, याददाश्त बढ़ाने का भी काम करता है। जायफल को घिस कर बच्चों को माँ के दूध के साथ या शहद के साथ मिला कर खिलाया जाता है।

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गर्भावस्था में जायफल के उपाय - Nutmeg Benefits In Pregnancy In Hindi

ज्यादातर लोग मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान जायफल का उपयोग करना खतरनाक होता है। अगर आप गर्भावस्था के दौरान आधे से एक ग्राम जायफल का उपयोग करते हैं तो यह गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित माना जाता है।

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जायफल का प्रयोग सिरदर्द में - Nutmeg For Headaches In Hindi

अध्ययन द्वारा यह साबित हुआ है की जायफल सिरदर्द या अन्य शरीर के दर्द को ठीक करने में मदद कर सकता है। जायफल का पेस्ट सिरदर्द दूर करने के लिए और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए दर्द वाले हिस्से पर लगाया जाता है। इस के उपयोग से दर्द में आराम मिलता है। जायफल में एंटीऑक्सिडेंट्स और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं जो न केवल सिरदर्द से छुटकारा दिलाते हैं बल्कि चोट और घावों से जुड़े दर्द को भी कम करने में मदद करते हैं।

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जायफल का चूर्ण गले के लिए - Jaifal Ke Fayde Gale Ke Liye In Hindi

नटमेग को गले के विकारों के लिए भी उपयोग किया जाता है। जायफल के उपयोग से आवाज की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त यह गला साफ करने में मदद करता है। जायफल पाउडर की एक चम्मच को गर्म पानी के साथ मिलाएं, और इससे गरारे करें। इससे आपके गले को आराम मिलेगा।

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नटमेग पाउडर का सेवन आंखों के लिए - Nutmeg Benefits For Eyes In Hindi

जायफल को घिस कर लेप बना लें। इस लेप को आंखों की पलकों पर चारों तरफ लगाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

(और पढ़ें- आँखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाए)

जायफल के उपयोग दिमाग़ के लिए - Jaiphal Ke Labh Memory Ke Liye In Hindi

जायफल का उपयोग दिमाग को बहुत तेज़ बनाता है। इसको खाने से आपको कभी भी भूलने की बीमारी नहीं होगी। जायफल में मैरिस्टिकिन (myristicin) और मैक्लिग्नान (macelignan) जैसे घटक मौजूद होते हैं जो दिमाग का विकास करने में मदद करते हैं जिससे आमतौर पर डिमेंशिया या अल्जाइमर रोग से पीड़ित लोग जूझते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि मैरिस्टिकिन और मैक्लिग्नान दिमागी समस्या के प्रभावों को धीमा करने और आपके मस्तिष्क को सामान्य और स्वस्थ बनाने का काम करता है।

(और पढ़ें- दिमाग तेज करने के घरेलू उपाए)

जायफल के प्रयोग पाचन तंत्र के लिए - Nutmeg Good For Digestion In Hindi

जायफल के उपयोग से एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त कर सकता है। सर्दियों मे जायफल का उपयोग पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए किया जाता है। जायफल प्रभावी रूप से हमें राहत प्रदान करता है। 

जायफल के पाउडर का सेवन आपके शरीर में फाइबर की मात्रा को बनाए रखता है, जो आंत की मांसपेशियों में पेरिस्टाल्टिक (peristaltic) की गति को बढ़ाकर पाचन प्रक्रिया में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, यह शरीर में गैस्ट्रिक जूस को बढ़ाता है जो पाचन प्रक्रिया में सुधार करते हैं। फाइबर मल त्यागने के साथ साथ कब्ज और आंतों की अन्य समस्याओं में भी सुधार करता है।

(और पढ़ें- पेट दर्द के घरेलू उपाए)

जायफल और दूध कामेच्छा के लिए - Jaiphal Ka Upyog For Libido In Hindi

चूहों पर की गई एक रिसर्च द्वारा पता चला है कि जायफल पुरुष कामेच्छा और शक्ति को बढ़ाने के लिए मदद कर सकता है। अध्ययन में कुछ चूहों को जायफल की खुराक दी गई और कुछ को नहीं दी गई। थोड़े दिनों तक यह प्रक्रिया करने के बाद ऐसा देखा गया की जिन चूहों ने जायफल का सेवन किया था उनमें जायफल का सेवन न करने वाले चूहों के मुकाबले ज्यादा कामेच्छा पाई गई। पर जायफल का प्रभाव सिल्डेनाफिल दवा (यौन समस्याओं के लिए उपयोग की जाने वाली दवा) जितना अच्छा नहीं होता है। जायफल का मसाला चाय या दूध में मिला कर पिएं। इससे आपकी कामेच्छा अच्छी रहती है और यह आपके शरीर को आराम प्रदान करता है।

(और पढ़ें- महिलाओं में यौन समस्याएं

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जायफल के फायदे अनिद्रा में - Jaiphal Ke Gun Insomnia Me In Hindi

नटमेग अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाता है। पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि जायफल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह मेन्थॉल के रूप में काम करता है, जो तनाव को दूर करता है और दिमाग को शांत करके आपको नींद लाने में मदद करता है। इसमें मैग्नीशियम की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर में तनाव को कम करता है। यहां तक कि यह सेरोटोनिन (serotonin) को उत्तेजित करता है, जो शरीर में आराम पहुंचता है। ये सेरोटोनिन दिमाग में जाकर मेलाटोनिन में बदल जाता है, जो अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इस प्रकार आपको रात में अनिद्रा और बेचैनी से राहत मिलती है। अगर आप रोज़ रात को गर्म दूध में जायफल का पाउडर डाल कर पीते हैं तो आपको अच्छी नींद आ सकती है। जायफल कामुकता, नींद और मन को शांत करने के लिए उपयोगी है। यह अवसाद दूर करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

(और पढ़ें- कम सोने के नुकसान)

  • जायफल को एक प्रकृति मूत्रवर्धक कहा जाता है। यह पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है जिसकी वजह से यह किडनी की पथरी को प्रभावी ढंग से शरीर के बाहर करने में मदद कर सकता है। (और पढ़ें- पथरी के लिए घरेलू उपाए)
  • वैज्ञानिकों द्वारा यह पता चला है की जायफल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास में रोकथम करते हैं। (और पढ़ें- कैंसर के लिए आहार)
  • अल्जाइमर रोज को ठीक करने के लिए जायफल का सेवन किया जाता है। 
  • प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए मैंगनीज, आयरन, पोटेशियम, और विभिन्न विटामिन जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो जायफल में पाए जा सकते हैं।
  • अध्ययन के अनुसार जायफल डायबिटीज के इलाज में भी काम आ सकता है।
  • जायफल का उपयोग वजन घटाने के लिए भी किया जा सकता है।
  • सांस की बदबू को खत्म करने के लिए जायफल का उपयोग किया जा सकता है। (और पढ़ें- मुँह की बदबू के घरेलू उपाए)

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जायफल की तासीर बहुत ही गर्म होती है इसलिए इसका उपयोग नियमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसका अधिक सेवन आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है।

(और पढ़ें - गर्मी में क्या खाना चाहिए)

रोजाना इतनी मात्रा में जायफल लें - 

  • वयस्कों के लिए जायफल का उपयोग 250 - 500 मिलीग्राम (एक - दो छोटे चुटकी) शहद या घी के साथ सुबह नाश्ते के बाद लेना सही है।
  • अगर आप अपने प्रतिदिन के आहार में मसाले के रूप में जायफल का उपयोग कर रहे हैं तो आप को अलग से इस के सेवन करने की कोई जरूरत नहीं है।

जायफल का अधिक मात्रा में उपयोग हानिकारक होता है। अगर आप इस का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो घबराहट, नसों की कमजोरी, हाइपोथर्मिया, चक्कर आना, मतली और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है।

जायफल दूसरे नट्स से अलग है। नट्स से एलर्जी होने पर भी आप जायफल का उपयोग कर सकते हैं। जायफल का उपयोग काफी सुरक्षित होता है।

(और पढ़ें - एलर्जी से बचने के उपाय)


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें जायफल है

संदर्भ

  1. Agbogidi, Azagbaekwe. health and nutritional benefits of nut meg (mystica fragrans houtt.) . Sci. Agri. 1 (2), 2013: 40-44
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