सेतुबंधासन का नाम दो शब्दों पर रखा गया है: "सेतु" और "बँध"। सेतु का मतलब होता है पुल और बँध का मतलब बाँधना। इस आसन में आप अपने शरीर को एक सेतु की मुद्रा में बाँध कर या रोक कर रखते हैं, इस लिए नाम रखा गया "सेतुबंधासन"।
इस लेख में सेतुबंधासन के फायदों और उसे कैसे करें आदि के बारे में बताया है। साथ ही इस लेख में सेतुबंधासन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी गई है। लेख के अंत में सेतुबंधासन से संबंधित एक वीडियो शेयर किया गया है।
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