एड्स ऐसी बीमारी है, जो एचआईवी वाले लोगों में विकसित होती है. यह एचआईवी का सबसे गंभीर स्टेज होता है. असल में एचआईवी एक वायरस है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है. एचआईवी सीडी4 कोशिकाओं को प्रभावित करता है, जो एक तरह की प्रतिरक्षा कोशिकाएं होती हैं, जिसे टी सेल कहा जाता है. एक स्वस्थ वयस्क में आमतौर पर 500 से 1600 प्रति घन मिलीमीटर सीडी4 होती हैं.
एचआईवी की स्थिति में सीडी4 की संख्या 200 प्रति घन मिलीमीटर से कम हो जाती है. यह स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है. महिला हो या पुरुष दोनों को एड्स होने पर आमतौर पर लक्षण एक जैसे ही नजर आते हैं. वहीं, अगर सिर्फ महिलाओं की बात करें, तो कुछ लक्षण ऐसे हाेते हैं, जो सिर्फ महिलाओं में ही नजर आते हैं.
इस लेख में आप महिलाओं में एचआईवी एड्स के लक्षणों के बारे में जानेंगे -
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