सोरायसिस त्वचा से जुड़ी समस्या होती है. इसमें त्वचा पर खुजली होने लगती है. साथ ही त्वचा का रंग फीका होने लगता है और त्वचा पर धब्बे भी पड़ने लगते हैं. ये धब्बे सफेद या ग्रे रंगे के हो सकते हैं. सोरायसिस होने पर त्वचा की खूबसूरती काफी हद तक खराब होने लगती है. ऐसे में सोरायसिस के इलाज में टॉपिकल क्रीम और जेल मददगार हो सकते हैं. ये क्रीम या जेल स्किन सेल्स का अधिक उत्पादन करते हैं. साथ ही त्वचा की डेड स्किन को निकालने में मदद करते हैं, लेकिन ये क्रीम और जेल सभी सोरायसिस रोगियों के लिए लाभकारी साबित नहीं हो पाते हैं. ऐसे में कोलेजन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि किस प्रकार कोलेजन की मदद से सोरायसिस का इलाज किया जाता है -
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- कोलेजन क्या है?
- सोरायसिस के उपचार में कोलेजन के फायदे
- सोरायसिस में कोलेजन का उपयोग कैसे करें?
- सारांश
कोलेजन क्या है?
कोलजन एक प्रोटीन होता है, जिसे त्वचा और शरीर के लिए जरूरी माना जाता है. यह त्वचा, हड्डियों और मसल्स में पाया जाता है. यह शरीर में पाया जाने वाला सबसे अधिक प्रोटीन होता है. मनुष्य शरीर खुद कोलेजन बनाता है. शरीर में कोलेजन कई कार्यों में अहम भूमिका निभाता है. यह स्किन में इलास्टिसिटी बढ़ाता है, त्वचा को हाइड्रेट करता है और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है.
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सोरायसिस के उपचार में कोलेजन के फायदे
जैसा कि आप पहले ही जान चुके हैं कि कोलेजन सोरायसिस का उपचार कर सकता है. मार्केट में अनगिनत कोलेजन सप्लीमेंट मौजूद हैं. आप सोरायसिस का इलाज करने के लिए इन्हीं सप्लीमेंट्स को ले सकते हैं. कोलेजन सप्लीमेंट सोरायसिस के लक्षणों को कम कर सकते हैं -
सूजन कम करे
सोरायसिस में त्वचा में सूजन आ सकती है. नेशनल सोरायसिस फाउंडेशन के अनुसार, सोरायसिस से पीड़ित लगभग 30 फीसदी मरीजों को सोरियाटिक गठिया की समस्या हो सकती है. इसमें सोरायसिस रोगियों की त्वचा पर सूजन आ सकती है. ऐसे में कोलेजन त्वचा की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. कोलेजन में अमीनाे एसिड होता है, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है. इसलिए, यह सूजन को कम कर सकता है. इसके अलावा, कोलेजन त्वचा के घाव को भरने में भी मदद कर सकता है.
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स्किन इलास्टिसिटी में सुधार
सोरायसिस में त्वचा पर धब्बे व गहरा रंग जैसे लक्षण नजर आते हैं. ऐसे में कोलेजन लाभकारी हो सकता है. कोलेजन में अमीनाे एसिड होता है, जो स्किन कि इलास्टिसिटी को बढ़ा सकता है. इससे स्किन हेल्दी बनती है और त्वचा की झुर्रियां व फाइन लाइंस दूर होती हैं. त्वचा का रंग बेहतर होता है और दाग-धब्बों से छुटकारा मिल सकता है. कोलेजन त्वचा को पतला करने में भी मदद कर सकता है.
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सोरायसिस में कोलेजन का उपयोग कैसे करें?
आइए, अब जानते हैं कि सोरायसिस होने पर कोलेजन का इस्तेमाल किस प्रकार किया जा सकता है -
- सोरायसिस की अवस्था में कोलेजन को गोलियों व कैप्सूल आदि के रूप में ले सकते हैं.
- इसके अलावा, कोलेजन का पाउडर भी मार्केट में उपलब्ध होता है.
- कोलेजन पाउडर को कॉफी, सूप व स्मूदी आदि में मिलाकर लिया जा सकता है.
- त्वचा पर कोलेजन युक्त क्रीम या जेल आदि भी अप्लाई कर सकते हैं.
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सारांश
सोरायसिस एक त्वचा की स्थिति होती है. इसमें त्वचा पर धब्बे पड़ जाते हैं. ऐसे में कोलेजन को सोरायसिस के इलाज में उपयोगी माना जाता है, लेकिन सिर्फ कोलेजन सोरायसिस का इलाज नहीं कर सकता है. इसलिए, सोरायसिस का इलाज करने के लिए सही और पर्याप्त इलाज करवाना जरूरी होता है. वहीं, कोलेजन लेने से पहले भी डॉक्टर की राय जरूर लें.
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क्या कोलेजन से सोरायसिस का उपचार संभव है? के डॉक्टर
Dr. Divyanshu Srivastava
डर्माटोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव

Dr. G.ARUN
डर्माटोलॉजी
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Dr. Ashwin charaniya
डर्माटोलॉजी
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